क्या 2026 में शनि का गोचर करियर के लिए शुभ रहेगा?
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| क्या 2026 में शनि का गोचर करियर के लिए शुभ रहेगा? |
ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों के गोचर का समय व्यक्ति के जीवन, करियर, संबंधों, स्वास्थ्य और मानसिक स्थिति पर गहरा असर डालता है। विशेष रूप से जब बात आती है शनि ग्रह की — जो कि कर्म, अनुशासन, देरी और जीवन-परीक्षा का दाता माना जाता है — तो इसकी गोचर स्थिति करियर को प्रभावित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। भारत के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी यह बताते हैं कि वर्ष 2026 में शनि का गोचर उन जातकों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण रहेगा जो अपनी नौकरी, व्यवसाय या करियर में बदलाव की दिशा में हैं। इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार, यह समय चुनौतियों के साथ-साथ अवसरों का भी युग लेकर आ सकता है — यदि व्यक्ति समयानुसार तैयारी करे और ग्रहों की लय को समझे।
शनि ग्रह एवं करियर का संबंध
शनि ग्रह को वैदिक ज्योतिष में “कर्मफल दाता” और “कर्म का भार” कहा गया है। यह ग्रह हमारे द्वारा किए गए कर्मों का परिणाम देता है, खासकर उस कर्म का जिसका असर लम्बे समय तक देखने को मिलता है। शनि जब संतुलित स्थिति में होता है, तब वह करियर में स्थिरता, प्रतिष्ठा, सावधानी, योजनाबद्ध प्रगति और जिम्मेदारी वाला व्यक्तित्व लेकर आता है। भारत के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार, शनि की स्थिति उस मार्ग को दर्शाती है जिस पर व्यक्ति को निरंतर कोशिश करनी है — कभी-कभी राह धीमी हो सकती है, पर मंजिल स्थायी और मज़बूत होती है।
करियर के संदर्भ में शनि का प्रभाव निम्नलिखित रूपों में देखने को मिलता है:
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पदोन्नति और जिम्मेदारी मिलना
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मेहनत का फल देर से मिलना लेकिन टिकाऊ होना
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कार्य में अनुशासन और नियम का महत्व बढ़ना
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नौकरी बदलने पर सावधानी, नए अवसरों पर स्थिरता
इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी का मत है कि जो लोग शनि के प्रभाव को समझकर उचित तैयारी करते हैं, वे 2026-27 में लाभप्रद स्थिति में जा सकते हैं।
2026 में शनि का गोचर: क्या बदलाव हैं?
ज्योतिषीय शोध बताते हैं कि शनि ग्रह वर्ष 2025 से 2026 के बीच अपनी गति, दिशा और दृष्टि के कारण महत्वपूर्ण परिवर्तन के दौर में है। उदाहरण के लिए, अनुसंधानों के अनुसार शनि के गोचर का चरण 2025-2028 अवधि में कई राशियों में प्रभाव डाल रहा है।
भारत के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी बताते हैं कि 2026 का वर्ष उन जातकों के लिए विशेष होगा जिनकी जन्म कुंडली में शनि उच्च भाव में, शुभ दृष्टि में या स्वगृही राशि में स्थित है। वहीं इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी चेतावनी देते हैं कि जिनकी कुंडली में शनि छठे-आठवें-बारहवें भाव में हो या अशुभ दृष्टि प्राप्त कर रहा हो, उन्हें करियर-संबंधी रुकावटों का सामना करना पड़ सकता है।
विशेष बात यह है कि शनि का गोचर अपने स्वाभाविक रूप में सहज नहीं होता — यह व्यक्ति को धीमी गति से चलने, नियम बनाने और जिम्मेदारी ग्रहण करने का अवसर देता है। इसलिए 2026 में यह “शुभ रहेगा या नहीं” यह सीधे-सीधे इस बात पर निर्भर करता है कि आपकी कुंडली में शनि की स्थिति कैसी है, उसके साथ कौन-से अन्य ग्रह हैं, दशा-अंतर्दशा क्या चल रही है, तथा आप अपने करियर में किस दिशा में आगे बढ़ना चाहते हैं।
किन राशियों या कुण्डलियों में 2026 में शनि गोचर करियर-लाभप्रद हो सकता है
जब किसी जातक की कुंडली में निम्नलिखित स्थितियाँ हों, तो वर्ष 2026 का शनि गोचर करियर के लिए सकारात्मक माना जा सकता है —इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी इन अनुभवों को साझा करते हैं।
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शनि स्वगृही राशि (मकर या कुंभ) में हो या उच्च राशि में प्रवेश कर रहा हो।
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शनि त्रिकोण या केंद्र भाव में हो (जैसे प्रथम, पंचम, नवम भाव)।
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दशा-अंतर्दशा में शनि या शनि-स्वामी ग्रह का समय चल रहा हो।
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शनि की दृष्टि शुभ ग्रहों (गुरु, बुध, शुक्र) से हो।
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करियर-भाव (दशम भाव) एवं सामाजिक-भाव (एकादश भाव) में शनि की स्थिति अनुकूल हो।
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जातक ने पिछले वर्षों में कठिनाई का सामना किया हो और अब परिणाम प्राप्त करना चाहता हो।
यदि इन स्थितियों में से अधिकांश आपके कुंडली में मौजूद हों, तो 2026 में शनि का गोचर आपके करियर को स्थायित्व, प्रतिष्ठा, नई जिम्मेदारी और योजनाबद्ध सफलता की दिशा में ले जा सकता है।
किन स्थितियों में शनि का गोचर करियर में चुनौतियाँ ला सकता है
वैसे तो शनि का स्वभाव कर्म-परीक्षा और देरी का है, पर कुछ स्थितियों में यह गोचर करियर में बाधाएँ उत्पन्न कर सकता है। भारत के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार निम्नलिखित परिस्थितियाँ सावधानी मांगती हैं:
शनि छठे, आठवें या बारहवें भाव में हो। ये भाव स्वास्थ्य, दुश्मन, खर्च और बाधा-प्राप्ति से जुड़े हैं।
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शनि पाप ग्रहों (राहु, केतु, मंगल) से युति या दृष्टि में हो।
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दशा-अंतर्दशा में शनि से जुड़ी अवधि हो जिसमें जातक नया कार्य शुरू कर रहा हो।
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करियर-भाव (दशम) में शनि दोष हो या शनि स्वामी ग्रह कमजोर हो।
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जातक ने पिछले कर्मों में नियमों का उल्लंघन किया हो या अनुशासनहीन रहा हो।
इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी का कहना है कि इस प्रकार की कुंडली वालों को 2026 में नई नौकरियाँ या व्यवसाय बदलने से पहले सावधानी और रणनीति बनानी चाहिए। शनि की चाल धीमी होती है, इसलिए जल्दबाजी नुकसानदायी हो सकती है।
करियर के क्षेत्र में शनि गोचर के मुख्य प्रभाव
शनि गोचर 2026 करियर पर विभिन्न रूप से असर डाल सकता है, जिन्हें भारत के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी ने अपने अनुभवों के आधार पर वर्गीकृत किया है।
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नियुक्ति-प्रमोशन में देरी: शनि जब बाधा देता है, तब पदोन्नति या नया कार्य मिलने में वक्त लगता है। परंतु एक बार जब यह मिल जाता है, तो वह अधिक टिकाऊ होता है।
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नई जिम्मेदारी का भार: ज़िम्मेदारी बढ़ सकती है, साथ-साथ मेहनत भी। इस अनुभव के बाद भविष्य में व्यक्ति स्थिर और सक्षम बनता है।
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कार्यस्थल पर अनुशासन की जरूरत: शनि यह परीक्षण लेता है कि व्यक्ति नियम-अनुशासन से चल रहा है या नहीं।
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पिछले कार्यों का परिणाम प्राप्त होना: यदि आप लंबे समय से काम कर रहे थे, तो 2026-27 में उसके फल दिख सकते हैं।
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स्वास्थ्य और मानसिक दबाव: करियर बढ़ने के साथ-साथ स्वास्थ्य का ध्यान रखना भी अनिवार्य है, क्योंकि शनि अक्सर इस क्षेत्र पर भी परीक्षण लाता है।
2026-27 में सफल होने के लिए सुझाव एवं उपाय
इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार यदि आप चाहते हैं कि 2026 में शनि गोचर आपके करियर के लिए शुभ रहे, तो निम्नलिखित उपाय और सुझाव व्यवहार में लाएँ:
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नियमित रूप से शनिदेव पूजा, शनिवार को दान-दान करें, एवं शनि मंत्र जाप करें।
कार्यस्थल पर समयपालन, नियमशीलता, वैधानिक प्रक्रिया का पालन करें। शनि इन गुणों को देखता है।
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स्वास्थ्य-जीवनशैली पर विशेष ध्यान दें—नींद पूरी करें, संतुलित आहार लें, आराम और योग करें।
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नई नौकरी या व्यवसाय शुरू करने से पहले पूरी योजना बनाएं, जल्दबाजी न करें।
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अगर शनि या दशम-भाव में देखना हो कि कौन-से क्षेत्र आपके लिए हैं, तो एक योग्य ज्योतिषी से जन्म कुंडली विश्लेषण कराएं।
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पुरानी जिम्मेदारियाँ और अधूरे कार्य जल्द पूरा करें—शनि उन्हें पूरा करना चाहता है।
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गुरु और माता-पिता का आशीर्वाद लें, क्योंकि शनि इन संबंधों में भी परीक्षण लाता है।
संक्षेप में कहा जाए तो, वर्ष 2026 में शनि का गोचर करियर के लिए शुभ भी रह सकता है और चुनौतिपूर्ण भी, यह पूरी तरह आपकी जन्म-कुंडली, शनि की स्थिति, दशा-अंतर्दशा, अन्य ग्रहों की दृष्टि और आपके कर्म-आचरण पर निर्भर करता है। भारत के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी एवं इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी का अनुभव यह दर्शाता है कि शनि यदि कह रहा है कि “मेरी परीक्षा लो”, तो यह भी कह रहा है कि “मेरी परीक्षा सफल होने पर तुमको पुरस्कार मिलेगा”।
इसलिए 2026 में करियर के संदर्भ में शनि गोचर को डरने की बजाय समझने की जरूरत है। यदि आपने समय से तैयारी कर ली है, अनुशासन अपनाया है, और सकारात्मक दिशा में चल रहे हैं, तो यह अवधि आपके करियर को नई ऊँचाइयों तक ले जा सकती है। वहीं यदि तैयारी नहीं है, तो शनि द्वारा भेजे गए देरी-परीक्षा-संघर्ष आपके आगे बढ़ने में बाधा बन सकते हैं।
आपकी कुंडली-स्थिति जानने के बाद ही यह स्पष्ट हो सकता है कि शनि गोचर आपके लिए किस प्रकार कार्य करेगा। यदि आप चाहें, तो मैं आपके लिए एक संक्षिप्त राशि-विशेष विश्लेषण तैयार कर सकता हूँ कि 2026-27 में आपके करियर के लिए शनि का गोचर किस तरह से चलेगा।

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