क्या तंत्र—मंत्र और ज्योतिष का आपस में संबंध है?
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| क्या तंत्र—मंत्र और ज्योतिष का आपस में संबंध है? |
ज्योतिष विज्ञान केवल ग्रहों और नक्षत्रों की गति का अध्ययन नहीं है, बल्कि यह व्यक्ति के जीवन के हर पहलू को समझने का माध्यम है। जन्म कुंडली के अनुसार व्यक्ति के सुख-दुःख, स्वास्थ्य, वैवाहिक जीवन, धन-संपत्ति, और मानसिक संतुलन का पूर्वानुमान लगाया जा सकता है। भारत के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार, कई बार कुंडली में ग्रहों की अशुभ स्थिति के कारण व्यक्ति जीवन में मानसिक अशांति, तनाव और नकारात्मक परिस्थितियों का सामना करता है। ऐसे समय में तंत्र-मंत्र और ज्योतिष का संयुक्त प्रयोग व्यक्ति की जीवन स्थिति को संतुलित करने का सबसे प्रभावी उपाय साबित होता है। इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी भी बताते हैं कि तंत्र-मंत्र केवल आध्यात्मिक साधना नहीं हैं, बल्कि ये ग्रहों के नकारात्मक प्रभावों को कम करने और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा लाने का एक प्राचीन और प्रमाणित विज्ञान है।
तंत्र और मंत्र: गहन परिचय
तंत्र: एक ऐसी प्रणाली है जो ब्रह्मांडीय ऊर्जा, मानसिक शक्ति और आध्यात्मिक जागरूकता को नियंत्रित करती है। यह मनुष्य को उसके कर्मों और चेतना से जोड़ती है। तंत्र का उद्देश्य नकारात्मक ऊर्जा को दूर करना, मानसिक शांति स्थापित करना और जीवन में सफलता प्राप्त करना है।
मंत्र: ध्वनि और शब्दों का विज्ञान है। सही उच्चारण, समय और दिशा के अनुसार मंत्र का जाप व्यक्ति के मानसिक और आध्यात्मिक संतुलन को बनाए रखता है। मंत्र केवल शब्द नहीं हैं; ये ऊर्जा के माध्यम हैं जो जीवन में सकारात्मक बदलाव लाते हैं।
भारत के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार, जब ग्रह अशुभ स्थिति में होते हैं, तब तंत्र-मंत्र ग्रह दोष निवारण का सबसे प्रभावी उपाय साबित होते हैं। कि तंत्र-मंत्र जीवन में बाधाओं और संकटों को दूर करने का प्राचीन और प्रमाणित तरीका है।
ज्योतिष और तंत्र-मंत्र का संबंध
ज्योतिष विज्ञान व्यक्ति के जीवन में ग्रहों और नक्षत्रों के प्रभाव का अध्ययन करता है। ग्रहों की अशुभ स्थिति मानसिक तनाव, कलह, स्वास्थ्य और आर्थिक अस्थिरता का कारण बन सकती है।
तंत्र-मंत्र इन दोषों को संतुलित करने का माध्यम हैं। उदाहरण के लिए:
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राहु दोष के समय राहु शांति तंत्र और मंत्र
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केतु दोष के समय केतु निवारण पूजा
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शनि दोष के लिए शनि देव उपाय
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चंद्रमा दोष के लिए चंद्र मंत्र
इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी बताते हैं कि ग्रहों की दशा और उनके प्रभाव को समझना आवश्यक है, तभी तंत्र-मंत्र का परिणाम प्रभावी होगा। और तंत्र-मंत्र का संयुक्त प्रयोग जीवन में स्थिरता, शांति और सफलता लाने में मदद करता है।
सूर्य और तंत्र-मंत्र
सूर्य आत्मविश्वास, नेतृत्व क्षमता और समाजिक प्रतिष्ठा का कारक ग्रह है। यदि सूर्य कमजोर या दोषग्रस्त हो, तो व्यक्ति आत्म-सम्मान खो देता है, मानसिक दबाव बढ़ता है और निर्णय लेने की क्षमता प्रभावित होती है।
सूर्य दोष के निवारण के लिए:
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सूर्य मंत्र का जाप (ऊँ राहू सूर्याय नमः)
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रविवार को सूर्योपासना
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सूर्य ऊर्जा को संतुलित करने के तांत्रिक उपाय
भारत के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी और सूर्य मंत्र और तंत्र उपाय व्यक्ति की मानसिक स्थिरता, सामाजिक प्रतिष्ठा और परिवारिक शांति को मजबूत करते हैं।
चंद्रमा और तंत्र-मंत्र
चंद्रमा मन और भावनाओं का कारक ग्रह है। कमजोर या दोषग्रस्त चंद्रमा व्यक्ति में चिंता, भय, अनिद्रा और मानसिक असंतुलन पैदा करता है।
चंद्रमा दोष के लिए तंत्र-मंत्र उपाय:
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सोमवती पूजा और चंद्र मंत्र का जाप
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दूध और पानी का दान
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चंद्रमा ऊर्जा को संतुलित करने वाले तांत्रिक क्रियाकलाप
इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार, चंद्रमा की शक्ति बढ़ाने से जीवन में मानसिक शांति और सुख की प्राप्ति होती है। कि यह उपाय घर और मन दोनों को सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करता है।
मंगल और तंत्र-मंत्र
मंगल साहस, ऊर्जा और क्रोध का ग्रह है। अशुभ मंगल से दांपत्य जीवन में कलह, भाई-बहनों के बीच मतभेद और मानसिक अस्थिरता आती है।
मंगल दोष निवारण उपाय:
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मंगलवार को हनुमान मंत्र जाप
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लाल वस्त्र और लाल चंदन का प्रयोग
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मंगल तंत्र क्रियाएँ
भारत के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार, मंगल दोष के उपाय से जीवन में तनाव कम होता है और परिवारिक वातावरण में शांति आती है। इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी कहते हैं कि सही समय पर उपाय करने से मंगल का नकारात्मक प्रभाव समाप्त हो जाता है।
बुध और तंत्र-मंत्र
बुध बुद्धि, संवाद और व्यापार का कारक ग्रह है। अशुभ बुध से गलत निर्णय, संचार में बाधा और मानसिक उलझन होती है।
बुध दोष निवारण उपाय:
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बुध मंत्र का जाप
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हरे वस्त्र और हरे तांबे का दान
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बुध पूजन और ध्यान
इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार, बुध उपाय से मानसिक स्पष्टता और निर्णय लेने की क्षमता बढ़ती है। कि यह उपाय व्यापार और शिक्षा में सफलता लाता है।
बृहस्पति और तंत्र-मंत्र
बृहस्पति धर्म, शिक्षा और वैवाहिक सुख का कारक ग्रह है। दोषग्रस्त बृहस्पति से संतान, विवाह और परिवारिक सुख प्रभावित होता है।
बृहस्पति दोष निवारण उपाय:
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गुरु मंत्र और बृहस्पति पूजा
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पीले वस्त्र और हल्दी दान
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गुरुवार को विशेष तंत्र क्रियाएँ
इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार, बृहस्पति उपाय जीवन में समृद्धि, सुख और परिवारिक शांति लाते हैं।
शुक्र और तंत्र-मंत्र
शुक्र प्रेम, विलासिता और दांपत्य जीवन का ग्रह है। अशुभ शुक्र से वैवाहिक कलह और मानसिक असंतोष बढ़ता है।
शुक्र दोष निवारण उपाय:
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शुक्रवार को देवी लक्ष्मी पूजा
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गुलाबी वस्त्र और गुलाबी चंदन
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शुक्र मंत्र का जाप
भारत के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार, शुक्र उपाय से प्रेम और वैवाहिक सुख में वृद्धि होती है। कि यह उपाय आर्थिक समृद्धि भी बढ़ाता है।
शनि और तंत्र-मंत्र
शनि संघर्ष, अनुशासन और जीवन में बाधाओं का कारक है। अशुभ शनि जीवन में मानसिक दबाव, देरी और असफलता लाता है।
शनि दोष निवारण उपाय:
शनिदेव मंत्र जाप
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काले तिल और काले वस्त्र का दान
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शनिवार को विशेष तंत्र क्रियाएँ
भारत के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार, शनि उपाय जीवन में स्थिरता, मानसिक संतुलन और बाधाओं को कम करने में मदद करते हैं।
राहु और केतु और तंत्र-मंत्र
राहु लालच, भ्रम और इच्छाओं का कारक है। केतु वैराग्य, आध्यात्मिकता और पिछले जन्म के अनुभवों का संकेत है।
राहु-केतु दोष से मानसिक अशांति, भय और अविश्वास बढ़ता है।
राहु-केतु निवारण उपाय:
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राहु मंत्र और तंत्र पूजा
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केतु मंत्र और केतु निवारण उपाय
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कालसर्प दोष निवारण
इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी बताते हैं कि राहु-केतु उपाय जीवन में मानसिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा लाते हैं।
ज्योतिष और तंत्र-मंत्र का आपस में गहरा संबंध है। ग्रहों की स्थिति व्यक्ति के जीवन में मानसिक और भौतिक संतुलन निर्धारित करती है। तंत्र-मंत्र इन ग्रहों के प्रभाव को संतुलित करके जीवन में सुख, शांति और समृद्धि लाने का कार्य करते हैं। भारत के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी और इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार, सही समय और विधि से तंत्र-मंत्र का प्रयोग व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाता है।

