कौन-से ग्रह बनाते हैं व्यक्ति को करोड़पति?
![]() |
| कौन-से ग्रह बनाते हैं व्यक्ति को करोड़पति? |
भारतीय ज्योतिष शास्त्र में धन और समृद्धि का संबंध ग्रहों और भावों से जोड़ा जाता है। प्रत्येक व्यक्ति की जन्म कुंडली में कुछ ग्रह धन प्राप्ति और संपत्ति निर्माण में मदद करते हैं। ऐसे योगों और ग्रहों का विश्लेषण कर सही उपाय अपनाने से व्यक्ति वित्तीय रूप से समृद्ध बन सकता है।
इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार, ग्रहों की सही स्थिति और मजबूत धन योग व्यक्ति को करोड़पति बनने की दिशा में प्रेरित करता है।
इस ब्लॉग में हम विस्तार से जानेंगे कि:
-
कौन-से ग्रह धन योग बनाते हैं
-
कुंडली में कैसे पहचानें करोड़पति बनने की संभावना
-
उपाय और रत्न जो धन योग को मजबूत करते हैं
करोड़पति बनने वाले मुख्य ग्रह
बृहस्पति – धन और बढ़ोतरी का कारक
बृहस्पति को धन, ज्ञान और वृद्धि का ग्रह माना जाता है।
-
बृहस्पति मजबूत हो और 2, 5, 9, 11वें भाव में स्थित हो तो व्यक्ति धन अर्जित करता है।
-
व्यापार, शिक्षा और निवेश में सफलता
-
धार्मिक और शुभ कर्मों से धन लाभ
प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार, बृहस्पति यदि उच्च या स्वगृही हो तो व्यक्ति की आय में निरंतर वृद्धि होती है।
शुक्र – भौतिक सुख और संपत्ति
शुक्र को धन, विलासिता और व्यापार का ग्रह माना जाता है।
-
धन, संपत्ति, बैंक बैलेंस और लक्ज़री का प्रतीक
-
व्यापार और व्यापारिक सौदे में सफलता
-
संपत्ति, जमीन-जायदाद और विलासिता
यदि शुक्र कमजोर हो तो धन का प्रवाह रुक सकता है।
बुध – बुद्धि और व्यापार का कारक
-
व्यापार में चतुराई और रणनीति
-
निवेश में समझदारी
-
आर्थिक फैसले लेने की क्षमता
प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार, बुध मजबूत होने पर व्यक्ति तेज निर्णय लेने वाला बनता है, जिससे धन निर्माण तेज होता है।
सूर्य – सत्ता और प्रतिष्ठा से धन
-
उच्च पद और व्यवसाय से लाभ
-
सरकारी नौकरी या पदोन्नति से वित्तीय स्थिरता
-
सम्मान और नेटवर्क से धन लाभ
सूर्य मजबूत होने से व्यक्ति समाज में प्रतिष्ठित और आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनता है।
शनि– स्थायित्व और दीर्घकालिक लाभ
-
शनि मेहनत और धैर्य से धीरे-धीरे धन बढ़ाता है
-
लंबी अवधि में स्थायी संपत्ति
-
संपत्ति के अनुशासित निर्माण में मदद
शनि यदि कमजोर हो तो मेहनत का फल देर से मिलता है।
राहु और केतु – अचानक लाभ और अप्रत्याशित अवसर
राहु: अचानक बड़े निवेश और लाभ
-
केतु: गुप्त धन, संपत्ति और लाभ का संकेत
-
दोनों की दशा में व्यक्ति को कभी-कभी अप्रत्याशित धन मिलता है
कुंडली में करोड़पति बनने के मुख्य योग
धन योग
-
2nd, 5th, 9th, 11th भाव में शुभ ग्रह
-
बुध, शुक्र, बृहस्पति के मजबूत प्रभाव
-
परिवार और व्यवसाय में संपन्नता
राज योग
-
10वें और 11वें भाव के स्वामी शुभ
-
सत्ता और व्यवसाय से संपत्ति
पंचमेश और एकादशेश योग
-
निवेश, व्यापार और लाभ के कारक
-
कुंडली में इनका मजबूत होना व्यक्ति को करोड़पति बनाता है
गुरु-चंद्र योग
-
बुद्धिमानी और धन के साथ-साथ लोकप्रियता
-
निवेश और व्यापार में सफलता
कौन-से भाव धन वृद्धि में सहायक हैं?
| भाव | अर्थ |
|---|---|
| 2nd भाव | परिवार और धन |
| 5th भाव | शिक्षा, निवेश, भाग्य |
| 9th भाव | भाग्य और बड़े अवसर |
| 11th भाव | लाभ और नेटवर्क |
| 10th भाव | करियर और पेशा |
यदि इन भावों के स्वामी ग्रह मजबूत हों, तो व्यक्ति करोड़पति बनने की दिशा में आगे बढ़ता है।
ग्रह दशा और गोचर का प्रभाव
प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार:
-
बृहस्पति, शुक्र, बुध की दशा में धन वृद्धि के बड़े अवसर
राहु की दशा में अप्रत्याशित लाभ
-
शनि और सूर्य की दशा में मेहनत से स्थायी संपत्ति
गोचर और दशा का मिलाजुला प्रभाव धन की गति और समय को निर्धारित करता है।
करोड़पति बनने के उपाय
रत्न और मंगल ग्रह उपाय
दान और पूजा
-
गरीबों को भोजन और वस्त्र दान
-
मंगलवार और गुरुवार को हवन और पूजा
-
धन प्राप्ति के लिए बृहस्पति और शुक्र की पूजा
वैयक्तिक उपाय
-
निवेश में बुद्धिमानी
-
बचत और अनुशासन
-
व्यापार और नौकरी में निर्णय क्षमता
मिथक और वास्तविकता
मिथक:
-
केवल रत्न पहनने से करोड़पति बन सकते हैं
-
जन्म कुंडली में धन योग न हो तो सफलता असंभव
वास्तविकता:
ग्रह और योग संकेत हैं, मेहनत, निवेश और सही निर्णय से धन वृद्धि संभव
-
उपाय और पूजा से ग्रहों का सकारात्मक प्रभाव बढ़ाया जा सकता है
प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार, कुंडली केवल दिशा बताती है, काम और सही निर्णय ही वास्तविक संपत्ति का आधार है।
किस ग्रह की स्थिति और योग व्यक्ति को करोड़पति बनाता है:
-
बृहस्पति: वृद्धि और भाग्य
-
शुक्र: भौतिक सुख
-
बुध: व्यापारिक चतुराई
-
सूर्य: सत्ता और प्रतिष्ठा
-
शनि: स्थायित्व और अनुशासन
-
राहु/केतु: अप्रत्याशित लाभ
इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी कहते हैं:
“सिर्फ जन्म कुंडली देखकर धन की भविष्यवाणी करना पर्याप्त नहीं है। उपाय, बुद्धिमानी, मेहनत और ग्रहों के शुभ प्रभाव से ही व्यक्ति करोड़पति बन सकता है।”

