कुंडली के छुपे हुए योग जो अचानक जीवन बदल देते हैं

कुंडली के छुपे हुए योग जो अचानक जीवन बदल देते हैं

कुंडली के छुपे हुए योग जो अचानक जीवन बदल देते हैं

जन्म कुंडली केवल ग्रहों की स्थिति नहीं बताती, बल्कि जीवन में आने वाले उतार-चढ़ाव, सफलता-विफलता और अचानक बदलावों का भी गहरा संकेत देती है। बहुत बार व्यक्ति साधारण जीवन जी रहा होता है और अचानक कोई शुभ अवसर उसकी तकदीर बदल देता है। इसी तरह कभी-कभी बिना किसी कारण सब कुछ हाथ से फिसलने लगता है।

इन सभी घटनाओं के पीछे होते हैं — कुंडली के छुपे हुए योग, जिन्हें पहचानना हर किसी के बस की बात नहीं।

ज्योतिष कहता है कि जब ग्रह अपनी सही दशा-अन्तर्दशा में आते हैं तो यह छुपे हुए योग सक्रिय हो जाते हैं और जीवन में गहरा परिवर्तन कर देते हैं। आइए ऐसे प्रमुख राजयोगों को विस्तार से समझते हैं।

विपरीत राजयोग — कठिन समय से चमकता भाग्य

जब शनि, राहु या केतु जैसे पाप ग्रह, षष्ठ (6), अष्टम (8) या द्वादश (12) भाव में आकर शुभ फल देने लगते हैं, तब बनता है विपरीत राजयोग
यह योग व्यक्ति को संघर्षों से निकालकर अचानक ऊँचे पद, शक्ति और आय देता है।

प्रभाव

  • बड़ी नौकरी या बिजनेस में उन्नति

  • शत्रुओं पर विजय

  • कर्ज से मुक्ति

  • कठिन परिस्थितियों से सफलता

यह योग बताता है कि “जो संघर्ष करेगा, वही राज करेगा।”

लक्ष्मी योग — धन और वैभव का विशेष वरदान

जब चंद्रमा और शुक्र शुभ भाव में हों और बृहस्पति केंद्र/त्रिकोण में हो, तब बनता है लक्ष्मी योग

प्रभाव

  • निरंतर धन लाभ

  • व्यापार/बिजनेस में तेजी

  • घर-परिवार में सुख और समृद्धि

  • नाम और सामाजिक प्रतिष्ठा

इस योग वाले व्यक्ति कभी आर्थिक रूप से खाली नहीं रहते।

अचानक धन प्राप्ति का योग — राहु और केतु का कमाल

आठवें या ग्यारहवें भाव में राहु/केतु जब मजबूत हों तो

  • अचानक प्रॉपर्टी लाभ

  • शेयर मार्केट/लॉटरी से फायदा

  • वसीयत, इनाम या पुरस्कार

  • विदेश से धन आने के योग

यह योग व्यक्ति की तकदीर रातों-रात पलट सकता है।

ग्रहों की महादशा का शुभ परिवर्तन

कुंडली में शुभ ग्रह जैसे —

  • बृहस्पति

  • सूर्य

  • चंद्र

  • शुक्र

इनकी महादशा शुरू होते ही व्यक्ति को जीवन में असाधारण सफलता मिलने लगती है।

ध्यान रखें:
दशा परिवर्तन ही जीवन परिवर्तन की असली चाबी है।

गजकेसरी योग — पद, प्रतिष्ठा और नेतृत्व का योग

जब चंद्रमा और बृहस्पति केंद्र भावों में हों, तब बनता है यह शुभ योग।

लाभ:

  • ऊँचे पद पर पहुँचने की क्षमता

  • शिक्षा में उत्कृष्टता

  • नेतृत्व और सम्मान

अचानक सरकारी नौकरी या समाज में बड़ा नाम मिल सकता है।

सुदर्शन योग — ग्रहों का चमत्कारिक सामंजस्य

यदि सूर्य, चंद्र और बृहस्पति अपने-अपने केंद्र भाव में हों तो यह योग चमत्कारिक परिणाम देता है।

प्रभाव

  • दांपत्य और पारिवारिक सुख

  • धन, यश, मान-सम्मान

  • रुकावटों का अंत

कुंडली के छुपे हुए D-Charts (वर्ग कुंडलियाँ)

कई बार मुख्य कुंडली (D-1) में योग दिखाई नहीं देते, लेकिन

  • धन (D-2)

  • शिक्षा (D-24)

  • करियर (D-10)
    अंक ज्योतिषीय चार्ट में बल दिखता है और दशा में सक्रिय होकर बड़ा लाभ देता है।

ऐसे योग कब कार्य करते हैं?

  • जब ग्रह शुभ गोचर में हों
  • जब महादशा /अन्तर्दशा उनका समय शुरू करे
  • जब शुभ भाव में दृष्टि बनाएँ
  • जब जन्म समय सही हो और लग्न सुदृढ़ हो

इन छुपे योगों को कैसे सक्रिय करें?

  • प्रतिदिन सूर्य को जल अर्पित करें

  • राहु-केतु के लिए शनिदेव की पूजा

  • बृहस्पति मजबूत करने के लिए पीली वस्तु का दान

  • चंद्रमा के लिए चाँदी/सफेद चीजें उपयोग में लाएँ

  • ग्रह अनुसार रत्न/रुद्राक्ष पहनें (ज्योतिष परामर्श के बाद ही)

सही उपाय से ग्रह और योग दोनों सक्रिय हो जाते हैं।

कुंडली में छुपे हुए योग हर किसी के पास होते हैं, लेकिन

उन्हें पहचानना और सही समय का उपयोग करना ही असली ज्योतिष है।
कई बार साधारण व्यक्ति अचानक सफलता पाकर लोग चकित रह जाते हैं —
इसका कारण यही विशेष और छुपे हुए शुभ योग हैं।

यदि आपकी कुंडली में भी ऐसा कोई योग हो, तो जीवन में आने वाला बड़ा परिवर्तन आपको सफलता के शिखर तक पहुँचा सकता है।

गूगल में जाकर आप हमारे रिव्यू देख सकते हैं


Astrologer Sahu Ji
428, 4th Floor, Orbit Mall
Indore, (MP)
India
Contact:  9039 636 706  |  8656 979 221
For More Details Visit Our Website:

Youtube Channel 

Suggested Post

भगवान शिव के पंचाक्षरी मंत्र से कुंडली के कौन से ग्रह होते हैं मजबूत?

 भगवान शिव के पंचाक्षरी मंत्र से कुंडली के कौन से ग्रह होते हैं मजबूत? भगवान शिव के पंचाक्षरी मंत्र से कुंडली भगवान शिव का पंचाक्षरी मंत्र ...