क्या ग्रहों के उपाय करने का भी सही समय होता है?
भारतीय ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों का व्यक्ति के जीवन पर अत्यंत गहरा प्रभाव होता है। सुख-दुःख, मान-सम्मान, उन्नति-अवनति, स्वास्थ्य और वैवाहिक जीवन तक सभी का संबंध ग्रहों से बताया गया है। इसी वजह से लोग अपने ग्रहों को संतुलित करने हेतु उपाय करते हैं। जिनमें मंत्र, दान, पूजा, रत्न, यंत्र और व्रत का बहुत महत्व है।
लेकिन यह प्रश्न हमेशा सामने आता है कि क्या ग्रहों के उपाय किसी भी समय किए जा सकते हैं या फिर सही समय अत्यंत आवश्यक होता है। भारत के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी बताते हैं कि उपाय तभी अधिक फल देते हैं, जब उन्हें ग्रहों की दशा, अंतरदशा, गोचर और समयानुसार किया जाए। वहीं इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार बिना सही समय पर किए उपाय कभी-कभी विपरीत प्रभाव भी उत्पन्न कर सकते हैं।
इस लेख में हम विस्तार से समझेंगे कि ग्रहों के उपाय करने का सही समय क्यों और कितना आवश्यक है।
ग्रहों के उपाय क्यों किए जाते हैं
जब ग्रह अपने
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अशुभ भाव में स्थित हों
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शत्रु ग्रहों से दृष्ट हो
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नीचस्थ हों
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पाप ग्रहों के साथ संयोजन में हों
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महादशा या अंतरदशा कष्टकारी हो
तब जीवन में
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आर्थिक रुकावटें
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मानसिक तनाव
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स्वास्थ्य समस्याएँ
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रिश्तों में कड़वाहट
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करियर में बाधाएँ
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अचानक हानियाँ
आदि उत्पन्न होने लगती हैं।
ऐसे में ज्योतिष में उपायों का सहारा लिया जाता है ताकि ग्रहों की नकारात्मक ऊर्जा को शांत किया जा सके।
क्या उपाय सिर्फ तभी करना चाहिए जब ग्रह खराब हों
यह एक गलत धारणा है कि उपाय केवल ग्रह खराब होने पर ही किए जाते हैं।
कई ग्रह जब शुभ हों तब भी उपाय करने से
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वह लाभ लंबे समय तक मिलता है
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सकारात्मक फल कई गुना अधिक हो जाते हैं
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मान-सम्मान और उन्नति तेजी से प्राप्त होती है
इसलिए उपाय शुभ समय में भी लाभकारी होते हैं।
उपाय करने का सही समय कैसे निर्धारित होता है
भारत के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार उपाय का सही समय निम्न आधारों पर निर्भर करता है
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ग्रहों की दशा और अंतरदशा
गोचर में ग्रह की स्थिति
कुंडली के भावों का प्रभाव
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वार (सप्ताह का दिन)
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तिथि और नक्षत्र
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शुभ मुहूर्त
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व्यक्ति के कर्म और भावना का स्तर
इन सभी का सही विश्लेषण करके ही वास्तविक लाभ प्राप्त किया जा सकता है।
ग्रहों के उपाय करने का वार अनुसार सही समय
| ग्रह | वार (दिन) | सही समय |
|---|---|---|
| सूर्य | रविवार | सूर्य उदय के समय |
| चंद्र | सोमवार | शाम या रात्रि में |
| मंगल | मंगलवार | सुबह और सूर्यास्त से पूर्व |
| बुध | बुधवार | प्रातः काल |
| गुरु | गुरुवार | दोपहर और सायंकाल |
| शुक्र | शुक्रवार | भौतिक समृद्धि संबंधी कार्यों में |
| शनि | शनिवार | सूर्यास्त से पूर्व और दान का दिन |
| राहु-केतु | किसी भी दिन विशेष मुहूर्त | गुरु की देखरेख में ही |
इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी कहते हैं कि राहु और केतु के उपाय हमेशा अनुभवी ज्योतिषी की सलाह से ही करने चाहिए।
ग्रहों की दशा-अंतरदशा का प्रभाव और सही समय
महादशा में उपाय
जब ग्रह महादशा देता है, तब उसका प्रभाव बहुत प्रबल होता है।
यदि अशुभ महादशा चल रही हो, तो तुरंत उपाय आरंभ कर देना चाहिए।
अंतरदशा में उपाय
अंतरदशा में ग्रह विशेष घटना या परेशानी को उभारता है, इसलिए इस समय उपाय का प्रभाव गहरा और त्वरित होता है।
गोचर में ग्रह परिवर्तन और उपाय
गोचर में ग्रह अपनी राशि बदलते हैं जिससे तत्काल प्रभाव जीवन में आता है।
जैसे
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शनि की साढ़े साती
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ढैय्या
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गुरु गोचर
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राहु-केतु का परिवर्तन
इन समयों में सही उपाय बड़ी समस्याओं को टाल सकता है।
तिथि, नक्षत्र और मुहूर्त का महत्व
ज्योतिष के अनुसार
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शुभ तिथि
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अनुकूल नक्षत्र
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उचित मुहूर्त
पूजा और उपाय को शक्तिशाली बनाते हैं।
उदाहरण के लिए
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पुष्य नक्षत्र में कोई भी उपाय अत्यधिक सिद्ध होता है
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अमावस्या और पूर्णिमा तिथि कुछ ग्रहों के उपाय हेतु सर्वोत्तम होती है
उपाय तभी सफल जब भावना और श्रद्धा हो
ज्योतिषीय उपाय केवल कर्मकांड नहीं हैं।
वे आध्यात्मिक ऊर्जा से जुड़े होते हैं।
इसलिए
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मन में दृढ़ विश्वास
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शुद्ध नीयत
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अनुशासन
आवश्यक है।
यदि उपाय करते समय मन चंचल, संशयपूर्ण या नकारात्मक हो
तो प्रभाव कम हो जाता है।
गलत समय पर उपाय के दुष्परिणाम
यदि उपाय गलत समय पर किया जाए तो
ग्रह और अधिक नाराज़ हो सकते हैं
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नकारात्मक फल बढ़ सकते हैं
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स्वास्थ्य और आर्थिक हानि संभव
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मानसिक अस्थिरता बढ़ सकती है
भारत के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी चेतावनी देते हैं कि विशेष रूप से शनि, राहु और केतु के उपाय बिना सही मार्गदर्शन के नहीं करने चाहिए।
सही उपाय चुनना क्यों आवश्यक
हर व्यक्ति की कुंडली अलग होती है।
हर ग्रह का प्रभाव अलग होता है।
इसलिए
समान उपाय सबके लिए उपयुक्त नहीं होते।
इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी बताते हैं कि
पहले विशेषज्ञ द्वारा कुंडली विश्लेषण कराया जाए
तब ही उपाय निश्चित किए जाएँ।
सही समय पर किए जाने वाले उपाय अधिक फल क्यों देते हैं
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शुभ ग्रहों की ऊर्जा का सीधा लाभ मिलता है
कष्टदायक ग्रह शांत रहते हैं
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मानसिक और भावनात्मक स्थिति अनुकूल रहती है
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ब्रह्मांडीय ऊर्जा पूर्ण सहयोग करती है
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आध्यात्मिक क्षमता बढ़ती है
उपाय निर्जीव नहीं बल्कि गतिशील प्रक्रिया है।
समय इसे सफल बनाता है।
ग्रहों का जीवन पर प्रभाव अवश्य होता है।
लेकिन
उपाय तभी प्रभावी होते हैं जब
- सही ग्रह की पहचान, उपयुक्त उपाय.उचित समय, तीनों का सामंजस्य हो।
यदि आप अपने जीवन में
कष्टों को कम करना
अवसरों को बढ़ाना
और सफलता को स्थायी बनाना चाहते हैं
तो बिना विलंब
एक अनुभवी ज्योतिष विशेषज्ञ से
अपनी जन्म कुंडली के अनुसार सही उपाय और सही समय का चयन अवश्य करें।
