शनि ग्रह का कर्म और करियर से संबंध

 शनि ग्रह का कर्म और करियर से संबंध

 शनि ग्रह का कर्म और करियर से संबंध

ज्योतिष शास्त्र में शनि ग्रह को कर्म, न्याय और अनुशासन का ग्रह माना गया है। यह व्यक्ति के जीवन में कर्म के फल को निर्धारित करता है — यानी जो कर्म आप करते हैं, उसका परिणाम शनि ग्रह ही देता है।
इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार, शनि का सीधा संबंध व्यक्ति के करियर, परिश्रम, और जीवन की स्थिरता से है। यदि शनि शुभ स्थिति में हो, तो व्यक्ति कठिन परिश्रम से ऊँचाइयों तक पहुँचता है, लेकिन यदि शनि अशुभ हो जाए तो करियर में संघर्ष, असफलता और देरी का सामना करना पड़ता है।

शनि ग्रह का स्वभाव

शनि एक ऐसा ग्रह है जो कठोर अनुशासन, मेहनत और कर्मनिष्ठा का प्रतीक है।
यह व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार फल देता है।

  • शुभ शनि → मेहनत का उचित परिणाम, उच्च पद, स्थिरता और सम्मान।

  • अशुभ शनि → बार-बार की असफलता, नौकरी छूटना, प्रमोशन में देरी, मानसिक तनाव।

शनि का कार्य है — “सत्य और न्याय” को स्थापित करना।

शनि और करियर का गहरा संबंध

ज्योतिष के अनुसार, शनि ग्रह का प्रभाव दसवें भाव (कर्म भाव) में सबसे अधिक होता है।
यदि आपकी जन्म कुंडली में शनि यहां स्थित है या शुभ दृष्टि डालता है, तो व्यक्ति कड़ी मेहनत, ईमानदारी और स्थिरता के साथ करियर में सफलता प्राप्त करता है।

इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी कहते हैं कि –

“शनि धीरे-धीरे फल देता है, लेकिन उसका फल स्थायी और गहरा होता है।”

अतः जिन व्यक्तियों के जीवन में शनि की साढ़ेसाती या ढैया चल रही हो, उन्हें घबराने की नहीं, बल्कि कर्म में लगने की जरूरत होती है।

करियर में अशुभ शनि के संकेत

  • मेहनत के बाद भी सफलता न मिलना।

  • नौकरी में रुकावटें या विवाद।

  • अधिकारी वर्ग से मतभेद।

  • बार-बार नौकरी बदलना।

  • आत्मविश्वास की कमी और मानसिक बोझ।

शनि ग्रह को प्रसन्न करने के उपाय

मनोज साहू जी के अनुसार यदि करियर में रुकावटें हों तो इन शनि शांति उपायों को अपनाना अत्यंत फलदायी होता है —

  • शनिवार को शनि मंदिर में दीपक जलाएं।

  • काले तिल, तेल और लोहे का दान करें।

  • “ॐ शं शनैश्चराय नमः” का 108 बार जप करें।

  • शनि वार को पीपल वृक्ष की पूजा करें।

  • हनुमान चालीसा का नियमित पाठ करें।

लाभ: करियर  में स्थिरता, प्रमोशन, संघर्षों से मुक्ति और आत्मबल में वृद्धि।

शनि ग्रह किसी को दंड नहीं देता, बल्कि सच्चाई और कर्मपथ पर चलना सिखाता है।
यदि व्यक्ति ईमानदारी, परिश्रम और अनुशासन से जीवन जीता है, तो शनि उसे सफलता, धन और सम्मान प्रदान करता है।
इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी कहते हैं —

शनि ग्रह वह गुरु है जो देर से देता है, पर सही और स्थायी फल देता है।”

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