पितृ दोष: कारण, लक्षण और सरल निवारण

पितृ दोष: कारण, लक्षण और सरल निवारण

पितृ दोष: कारण, लक्षण और सरल निवारण

ज्योतिष में पितृ दोष को अत्यंत गंभीर माना गया है। यह दोष अक्सर व्यक्ति के जीवन में अनिश्चितता, अड़चनें और मानसिक तनाव लेकर आता है।

पितृ दोष तब उत्पन्न होता है जब पूर्वजों के प्रति कर्तव्य की पूर्ति नहीं हुई होती या पितृ पक्ष की पूजा और स्मरण में अनदेखी होती है।
इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार, पितृ दोष से उत्पन्न परेशानियाँ जीवन के हर क्षेत्र में प्रभाव डाल सकती हैं — चाहे वह विवाह, स्वास्थ्य, करियर या वित्तीय स्थिति हो।

पितृ दोष के कारण

ज्योतिष के अनुसार, पितृ दोष कई कारणों से उत्पन्न हो सकता है:

पूर्वजों की अनुष्ठानों में कमी

  • पितरों के श्राद्ध, तर्पण या पूजा का अभाव

ग्रहों का दोष

  • कुंडली में पितृ दोष विशेष भावों में ग्रहों के असंतुलन से बनता है, जैसे 9वें, 12वें या 4वें भाव

पूर्वजों के प्रति कर्तव्य न निभाना

  • माता-पिता या पूर्वजों की इच्छाओं का पालन न करना

अनजाने पाप या कर्म

  • पूर्वजों से जुड़े कर्मों का असंतुलन

इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी बताते हैं कि पितृ दोष के कारण व्यक्ति अक्सर मानसिक तनाव, विवाह या संतान संबंधी परेशानियों और वित्तीय बाधाओं का सामना करता है।

पितृ दोष के लक्षण

पितृ दोष की पहचान कुंडली और जीवन में दिखाई देने वाले संकेतों से की जा सकती है:

  • विवाह में विलंब या बार-बार विफलता

  • संतान सुख में बाधा

  • व्यवसाय में लगातार नुकसान या अवरोध

  • मानसिक तनाव, अनिश्चितता और अवसाद

  • अचानक बीमारी या स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ

  • जीवन में बार-बार अप्रत्याशित संकट

इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी कहते हैं कि यदि ये लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत पितृ दोष की जाँच और उपाय करना चाहिए।

पितृ दोष का ज्योतिषीय समाधान

पितृ दोष को निवारण के लिए कई सरल और प्रभावकारी उपाय हैं।

श्राद्ध और तर्पण

  • वार्षिक श्राद्ध और पितरों को तर्पण करना

  • जल और तिल अर्पित करना

  • रविवार और अमावस्या को विशेष पूजा

दान और सेवा

  • गरीबों और वृद्धों को भोजन, वस्त्र या तिल दान

  • गंगा जल का दान

  • पितृ दोष शांति हेतु विशेष अनुष्ठान

मंत्र और जाप

  • पितृ मंत्र:
    “ॐ पित्र्यै नमः”

  • मंत्र जाप से पितरों की शांति होती है और दोष के प्रभाव कम होते हैं

ग्रहों के अनुसार उपाय

  • कुंडली में सूर्य, गुरु और राहु-केतु की दशा में उपाय करना

  • विशेष रत्न या पूजा ग्रहों के अनुरूप

इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी कहते हैं कि सही उपाय अपनाने से पितृ दोष के नकारात्मक प्रभाव कम हो जाते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।

पितृ दोष से होने वाले लाभ (उपाय के बाद)

  • परिवार में सुख और सामंजस्य

  • व्यवसाय और करियर में स्थिरता

  • विवाह और संतान सुख में सुधार

  • मानसिक शांति और स्वास्थ्य में सुधार

  • धन और वैभव में वृद्धि

महत्वपूर्ण टिप्स:

  • पितृ दोष के उपाय नियमित रूप से करें
  • कुंडली का विश्लेषण केवल विशेषज्ञ ज्योतिष से करवाएँ
  • उपाय करते समय मन में विश्वास और श्रद्धा बनाए रखें

पितृ दोष जीवन में बाधाओं और मानसिक तनाव का कारण बन सकता है, लेकिन यह अपरिहार्य नहीं है
सही ज्योतिषीय मार्गदर्शन और उपाय से इसके प्रभाव को कम किया जा सकता है।

इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी कहते हैं:
"जो व्यक्ति अपने पूर्वजों का सम्मान करता है, नियमित पूजा और तर्पण करता है, उसके लिए पितृ दोष कभी बाधा नहीं बनता।"

इसलिए डरें नहीं, समझें और उपाय करें। सही दृष्टिकोण और उपाय से पितृ दोष भी आपके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि ला सकता है।

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