क्या मंगलिक दोष वास्तव में वैवाहिक जीवन खराब करता है?

क्या मंगलिक दोष वास्तव में वैवाहिक जीवन खराब करता है? 

क्या मंगलिक दोष वास्तव में वैवाहिक जीवन खराब करता है? 

वैदिक ज्योतिष में मंगल का स्थान और उसकी स्थिति को बहुत महत्व दिया गया है। इसे मंगलिक दोष  कहा जाता है। सामान्यत: यह दोष जन्मकुंडली में तब माना जाता है जब मंगल 1, 4, 7, 8 या 12वें भाव में स्थित हो।

इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार, मंगलिक दोष केवल एक ग्रह की स्थिति नहीं है, बल्कि यह जीवन में तनाव, वैवाहिक अस्थिरता, और मानसिक संघर्ष का संकेत दे सकता है। परंतु इसका प्रभाव हर व्यक्ति पर अलग-अलग रूप में दिखाई देता है।

मंगलिक दोष क्या है?

मंगलिक दोष तब बनता है जब जन्मकुंडली में मंगल ग्रह इन भावों में स्थित हो:

  • 1st भाव (लग्न)

  • 4th भाव (सुख, परिवार)

  • 7th भाव (विवाह और पार्टनर)

  • 8th भाव (संपत्ति और जीवनसाथी के जीवन में बाधा)

  • 12th भाव (परिवर्तन और मानसिक तनाव)

मंगलिक दोष को “मंगल दोष, चंडाल दोष या भुवन दोष” भी कहा जाता है।

मंगल ग्रह का प्रभाव

मंगल एक युद्ध, साहस, क्रोध और ऊर्जा का ग्रह है।
जब यह दोषग्रस्त होता है, तो व्यक्ति में अत्यधिक क्रोध, विवाद, असहिष्णुता, और तनाव दिखाई दे सकते हैं।
मनोज साहू जी के अनुसार, यह दोष वैवाहिक जीवन में असंतुलन पैदा कर सकता है यदि उपाय नहीं किए जाएं।

मंगलिक दोष के प्रकार

पूर्ण मंगलिक दोष 
  • केवल मंगल ही दोषग्रस्त
  • विवाह में गंभीर तनाव या विवाद की संभावना
अंश मंगलिक दोष 
  • मंगल की दृष्टि या योग के अनुसार हल्का प्रभाव
  • वैवाहिक जीवन पर थोड़ी बाधा, जिसे उपायों से दूर किया जा सकता है
महामंगलिक दोष 
  • मंगल 1, 4, 7, 8 और 12 में एक साथ हो
  • गंभीर वैवाहिक और व्यक्तिगत संघर्ष
  • उच्च जोखिम और मानसिक तनाव

मंगलिक दोष वास्तव में वैवाहिक जीवन पर कैसे असर डालता है?

मानसिक तनाव

मंगलिक दोष के कारण व्यक्ति में आक्रामकता और चिड़चिड़ापन बढ़ सकता है।
इससे विवाह में बातचीत और समझदारी प्रभावित होती है।

पारिवारिक संघर्ष

  • छोटी-छोटी बातों पर विवाद

  • परिवार में असंतुलन

  • माता-पिता और ससुराल में टकराव

संतान और स्वास्थ्य पर असर

  • मानसिक तनाव बच्चों पर भी असर डालता है

  • स्वास्थ्य संबंधी परेशानियाँ

आर्थिक बाधाएँ

  • गृहस्थी और व्यवसाय में बाधा

  • धन का असमय खर्च या नुकसान

अस्थिर वैवाहिक संबंध

  • पारस्परिक समझ की कमी

  • तलाक या अलगाव की संभावना (यदि उपाय नहीं किए गए)

मनोज साहू जी के अनुसार, मंगलिक दोष हमेशा गंभीर नहीं होता। यदि दंपति दोनों एक-दूसरे के दोष के अनुरूप उपाय करते हैं, तो वैवाहिक जीवन सफल रहता है।

किस राशि वालों में मंगलिक दोष अधिक प्रभावी होता है?

राशि                                                   प्रभाव             
मेषक्रोध और अत्यधिक साहस
वृषभ                                                    जिद और परिवार में विवाद
मिथुनअस्थिरता और निर्णय में विलंब
कर्कभावनात्मक असंतुलन, गुस्सा
सिंहअहंकार और वर्चस्व की समस्या
कन्याआलोचनात्मक प्रवृत्ति और असंतोष
तुलाझगड़े और संतुलन की कमी
वृश्चिकस्वभाव में तीव्रता और अड़चन
धनुनिर्णय में जल्दबाजी और विवाद
मकरआर्थिक तनाव और मेहनत में बाधा
कुम्भअनिश्चितता और मानसिक तनाव
मीनभ्रम और भावनात्मक दबाव

मंगलिक दोष का निवारण

विवाह से पहले उपाय

  • मंगल दोषयुक्त लड़का और लड़की दोनों मंगलिक दोष  नहीं होने चाहिए, या दोनों का दोष बराबर होना चाहिए

  • गणेश पूजन और मंगल पूजा विवाह से पहले

ग्रह स्त्रोत उपाय

  • मंगल मंत्र का जाप:
    “ॐ ऐं क्रांचं च मंगलाaye नमः”

  • हनुमान चालीसा का नियमित पाठ

  • मंगलवार को लाल वस्त्र और गुड़दान

दान और सेवा

  • गरीबों को लाल वस्त्र या दालदान

  • बच्चों और स्त्रियों की सेवा

मंगल दोष विवाह योग

  • मांगलिक वर/वधू से विवाह

  • ग्रह दोष बराबर होने से दोष का प्रभाव कम होता है

वैवाहिक जीवन में सावधानी

  • बातचीत और समझदारी

  • क्रोध पर नियंत्रण

  • नियमित पूजा और ध्यान

मंगलिक दोष मिथक और वास्तविकता

मनोज साहू जी के अनुसार:

  • केवल मंगल ग्रह दोष से वैवाहिक जीवन पूरी तरह खराब नहीं होता।

  • ग्रह दोष केवल संकेत है, मनुष्य के कर्म और समझदारी से इसे कम किया जा सकता है।

  • उपाय, पूजा, और सही जीवन दृष्टि से मंगल दोष को सकारात्मक ऊर्जा में बदला जा सकता है

मिथक:

  • मंगल दोष = तलाक या असफल विवाह

  • सभी मंगलिक दोष एक समान गंभीर

वास्तविकता:

  • दोष का प्रभाव व्यक्ति, राशि, दशा, और उपाय पर निर्भर

  • सही उपाय और सामंजस्य जीवन को सफल बना सकते हैं

मंगलिक दोष एक चेतावनी है, सजा नहीं।

यदि कुंडली में मंगल दोष है, तो:

  • विवाह से पहले ज्योतिषीय सलाह लें

  • उचित उपाय अपनाएं

  • क्रोध और अहंकार पर नियंत्रण रखें

  • पूजा और दान के माध्यम से दोष का निवारण करें

इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार:

“मंगल दोष वैवाहिक जीवन को प्रभावित कर सकता है, लेकिन उपाय और समझदारी से इसे सकारात्मक और मजबूत वैवाहिक संबंध में बदला जा सकता है।”

मंगलिक दोष का डर केवल भय पैदा करता है। समझदारी, उपाय और सही मार्गदर्शन से जीवन में सुख, प्रेम और सामंजस्य बनाए रखा जा सकता है।

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