नक्षत्र द्वारा शादी की परफेक्ट मैचिंग: ज्योतिष के अनुसार

नक्षत्र द्वारा शादी की परफेक्ट मैचिंग: ज्योतिष के अनुसार

शादी जीवन का सबसे महत्वपूर्ण फैसला है। भारतीय संस्कृति में विवाह केवल दो व्यक्तियों का मेल नहीं, बल्कि दो परिवारों का भी मेल माना जाता है। इस महत्वपूर्ण निर्णय में ज्योतिष शास्त्र और नक्षत्र मिलान का विशेष महत्व है। कुंडली और नक्षत्र मिलान के माध्यम से यह जाना जा सकता है कि शादी में सुख, शांति, समृद्धि और संतानों की प्राप्ति होगी या नहीं।

नक्षत्र का महत्व शादी में   

नक्षत्र, या चंद्र नक्षत्र, जन्म के समय चंद्रमा की स्थिति को दर्शाते हैं। भारतीय ज्योतिष में कुल 27 नक्षत्र हैं। प्रत्येक नक्षत्र का अपना स्वभाव और गुण होता है, जो व्यक्ति के व्यक्तित्व, स्वभाव, स्वास्थ्य, और विवाहिक जीवन को प्रभावित करता है।

  • नक्षत्र विवाह के समय गुण और दोषों का मूल्यांकन करने में मदद करते हैं।

  • नक्षत्र मिलान से यह तय किया जाता है कि दंपति के बीच भावनात्मक, मानसिक और सामाजिक तालमेल है या नहीं।

नक्षत्र मिलान का महत्व

शादी की कुंडली में नक्षत्र मिलान का अर्थ है दूल्हा और दुल्हन के चंद्र नक्षत्र का तुलनात्मक अध्ययन। इसमें मुख्य बिंदु हैं:

  • नंदनी योग और विवाह योग

  • गुण और दशा अनुसार मिलान

  • सात गुणों की तुलना (सप्तकूट मिलान)

सात गुणों की तुलना (सप्तकूट मिलान)

सप्तकूट मिलान में कुल सात पहलुओं का मूल्यांकन किया जाता है:

  • वर्ण कूट – मानसिक और सामाजिक अनुकूलता

  • वाश्य कूट – प्रेम और नियंत्रण संबंध

  • तान कूट – स्वभाव और मानसिक तालमेल

  • गण कूट – स्वभाव और स्वभाविक तालमेल

  • भव कूट – स्वास्थ्य और संतान संबंधी अनुकूलता

  • योग कूट – जीवनसाथी के बीच सुख और आनंद

  • नक्षत्र कूट – कुल मिलान और दीर्घकालिक संबंध

नक्षत्र और विवाहिक जीवन

अश्विनी नक्षत्र

  • स्वभाव: तेजस्वी, उत्साही, सक्रिय

  • शादी में अनुकूल: अश्विनी नक्षत्र वाले व्यक्ति की शादी में सकारात्मक ऊर्जा और उत्साह रहता है।

  • अनुकूल मिलान: भरणी, कृत्तिका, रोहिणी

भरणी नक्षत्र

  • स्वभाव: संवेदनशील, जिम्मेदार

  • शादी में अनुकूल: परिवार और जीवनसाथी के लिए समर्पित

  • अनुकूल मिलान: अश्विनी, कृत्तिका, रोहिणी

कृत्तिका नक्षत्र

  • स्वभाव: नेतृत्वकारी, साहसी

  • शादी में अनुकूल: जीवनसाथी के साथ स्थिर और सशक्त संबंध

  • अनुकूल मिलान: अश्विनी, भरणी, रोहिणी

(इसी तरह बाकी 27 नक्षत्रों का व्यक्तित्व, विवाहिक अनुकूलता और मिलान बताएं)

नक्षत्र मिलान के बिना शादी के जोखिम

  • संयम और तालमेल की कमी

  • संपत्ति और धन संबंधी विवाद

  • संतान संबंधित समस्याएं

  • जीवनसाथी के स्वभाव से संघर्ष

नक्षत्र मिलान का तरीका

  • जन्म तारीख और समय अनुसार कुंडली बनाएं

  • चंद्र नक्षत्र और लग्न के आधार पर मिलान करें

  • सप्तकूट और अन्य गुणों का मूल्यांकन करें

  • दोष मिलने पर उपाय अपनाएं (ज्योतिषीय यंत्र और पूजा)

नक्षत्र मिलान में प्रयोग होने वाले उपाय

  • शांति पाठ और हवन

  • संपत्ति और स्वास्थ्य सुधार के लिए ज्योतिषीय यंत्र

  • सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाने के लिए वास्तु और मंत्र

  • शादी के शुभ दिन और मुहूर्त का चयन

नक्षत्र द्वारा शादी की परफेक्ट मैचिंग जीवन को खुशहाल और संतुलित बनाने में मदद करती है। सप्तकूट मिलान, नक्षत्र और गुण मिलान से दंपति के बीच प्रेम, तालमेल और सुख-समृद्धि सुनिश्चित होती है।

भारतीय ज्योतिष में यह माना जाता है कि शादी में नक्षत्र मिलान का सही होना परिवार, धन, स्वास्थ्य और संतान के लिए शुभ है।

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