ग्रहों से जानें आपकी नींद की समस्या का कारण
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नींद की समस्या का कारण |
नींद हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपकी नींद की गुणवत्ता पर ग्रहों का भी प्रभाव पड़ता है? ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ग्रहों की स्थिति हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करती है, और इसी के कारण हमें अच्छी या खराब नींद का अनुभव होता है। आइए जानते हैं किन ग्रहों के कारण नींद की समस्या उत्पन्न होती है और इसके ज्योतिषीय उपाय क्या हैं।
चंद्रमा: मन और भावनाओं का कारक
चंद्रमा हमारे मन और भावनाओं को नियंत्रित करता है। अगर चंद्रमा कुंडली में कमजोर स्थिति में है, तो व्यक्ति को बेचैनी, तनाव और अनिद्रा की समस्या हो सकती है।
लक्षण: बार-बार नींद खुलना, सपने में डरावने दृश्य आना।
उपाय: सोमवार के दिन सफेद वस्त्र पहनें, चंद्रमा के मंत्र का जाप करें और चांदी की अंगूठी धारण करें।
राहु: भ्रम और चिंता का प्रतीक
राहु मानसिक अस्थिरता और भ्रम पैदा करता है। अगर राहु की दशा खराब हो, तो व्यक्ति को अनिद्रा और बुरे सपने आने की समस्या होती है।
लक्षण: बेवजह की चिंता, नींद में झटके आना।
उपाय: राहु के मंत्र का जाप करें, सरसों के तेल का दीपक जलाएं और उड़द दाल का दान करें।
शनि: तनाव और थकान का कारक
शनि ग्रह के अशुभ प्रभाव से व्यक्ति को गहरी नींद नहीं आती और वह हमेशा थका हुआ महसूस करता है।
लक्षण: नींद पूरी न होना, सुबह उठने पर भारीपन महसूस होना।
उपाय: शनि देव को तेल अर्पित करें, काले तिल का दान करें और शनिवार के दिन हनुमान चालीसा का पाठ करें।
मंगल: उग्रता और ऊर्जा का प्रतीक
मंगल ग्रह की अधिक ऊर्जा व्यक्ति को आराम नहीं करने देती, जिससे नींद में बाधा आती है।
लक्षण: देर रात तक नींद न आना, गुस्से और बेचैनी का अनुभव।
उपाय: मंगलवार को हनुमान जी की पूजा करें, मसूर की दाल का दान करें और लाल चंदन का तिलक लगाएं।
बुध: मानसिक सक्रियता का कारक
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ग्रह |
अगर बुध ग्रह ज्यादा प्रभावी हो, तो दिमाग हमेशा सक्रिय रहता है, जिससे नींद नहीं आती।
लक्षण: सोने के समय विचारों का लगातार आना।
उपाय: हरे रंग के कपड़े पहनें, बुधवार के दिन गाय को हरा चारा खिलाएं और बुध मंत्र का जाप करें।
सूर्य: आत्मा और अहंकार का प्रतीक
सूर्य की अशुभ स्थिति भी मानसिक अशांति और नींद में कमी का कारण बन सकती है।
लक्षण: सुबह जल्दी जाग जाना, नींद में कमी।
उपाय: रोज सुबह सूर्य को जल अर्पित करें, आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें।
केतु: अवचेतन मन और रहस्यमय ऊर्जा
केतु की अशुभ स्थिति व्यक्ति को डरावने सपने और मानसिक अस्थिरता दे सकती है।
लक्षण: नींद में डर, बार-बार चौंककर उठना।
उपाय: केतु मंत्र का जाप करें, कुत्तों को खाना खिलाएं और केसर का तिलक लगाएं।
नींद की समस्या सिर्फ शारीरिक नहीं, बल्कि ज्योतिषीय कारणों से भी जुड़ी हो सकती है। कुंडली में ग्रहों की स्थिति को देखकर हम समझ सकते हैं कि किस ग्रह के कारण हमें नींद में दिक्कत हो रही है। सही उपायों को अपनाकर हम न केवल अपनी नींद में सुधार ला सकते हैं, बल्कि अपने जीवन को भी सुखद और संतुलित बना सकते हैं।
इंदौर, स्कीम 78 के निवासी को ज्योतिषीय उपायों से अनिद्रा से राहत!
मेरा नाम विकास जोशी है, मैं स्कीम 78, इंदौर में रहता हूँ। पिछले कई महीनों से मुझे नींद नहीं आती थी, रातभर करवटें बदलता रहता और सुबह उठने पर भी थकान महसूस होती थी। डॉक्टर से परामर्श लेने के बाद भी कोई विशेष लाभ नहीं हुआ। तब मैंने ज्योतिषाचार्य मनोज साहू जी से संपर्क किया। उन्होंने मेरी कुंडली का विश्लेषण कर बताया कि शनि और चंद्र की अशुभ स्थिति के कारण मेरी नींद प्रभावित हो रही है। उनके मार्गदर्शन में मैंने सोने से पहले पंचमुखी रुद्राक्ष धारण करना शुरू किया, तकिये के नीचे मोती रखना और विशेष मंत्रों का जाप करना शुरू किया। कुछ ही दिनों में मेरी नींद बेहतर होने लगी और मानसिक शांति भी महसूस हुई।
इंदौर, भंवरकुआं के निवासी को नींद न आने की समस्या से ज्योतिष उपायों द्वारा छुटकारा!
मेरा नाम नीरज तिवारी है, मैं भंवरकुआं, इंदौर में रहता हूँ। मुझे अक्सर रात में डरावने सपने आते थे, नींद पूरी नहीं होती थी और इसका असर मेरी दिनचर्या पर पड़ रहा था। मनोज साहू जी से ज्योतिषीय परामर्श लेने के बाद पता चला कि मेरी कुंडली में राहु और मंगल दोष है, जिससे अनिद्रा की समस्या बनी हुई थी। उन्होंने मुझे मंगलवार के दिन हनुमान चालीसा का पाठ करने, रात में अपने सिरहाने जल से भरा तांबे का लोटा रखने और चंद्र ग्रह को शांत करने के लिए मोती रत्न धारण करने की सलाह दी। इन उपायों को अपनाने के बाद मेरी नींद में सुधार आया, डरावने सपने आने बंद हुए और मैं अधिक ऊर्जावान महसूस करने लगा।