क्या आपका वॉशरूम गलत दिशा में है?
![]() |
वॉशरूम गलत दिशा में है |
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर के हर हिस्से की दिशा का विशेष महत्व होता है। वॉशरूम की सही दिशा न केवल घर में सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखती है, बल्कि परिवार के स्वास्थ्य, आर्थिक स्थिति और मानसिक शांति पर भी गहरा प्रभाव डालती है। यदि वॉशरूम गलत दिशा में है, तो यह वास्तु दोष उत्पन्न कर सकता है। आइए जानते हैं वॉशरूम की दिशा से जुड़े वास्तु दोष, इसके प्रभाव और समाधान के बारे में
वॉशरूम की सही दिशा क्या होनी चाहिए?
![]() |
वॉशरूम की सही दिशा |
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में वॉशरूम की दिशा बेहद महत्वपूर्ण होती है।
सही दिशा: वॉशरूम के लिए उत्तर-पश्चिम (North-West) या पश्चिम दिशा को शुभ माना जाता है।
गलत दिशा: दक्षिण-पूर्व (South-East), उत्तर-पूर्व (North-East) या घर के मध्य में वॉशरूम बनाना अशुभ होता है। इससे नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है।
गलत दिशा में वॉशरूम के दुष्प्रभाव
अगर वॉशरूम गलत दिशा में है, तो यह कई तरह की समस्याएं ला सकता है:
स्वास्थ्य समस्याएं: परिवार के सदस्यों को बार-बार बीमारियां हो सकती हैं।
वित्तीय तंगी: अनचाहे खर्चे बढ़ सकते हैं और धन हानि की संभावना रहती है।
रिश्तों में तनाव: घर में कलह और आपसी मतभेद बढ़ सकते हैं।
मानसिक अशांति: घर में तनाव और चिंता का माहौल बना रह सकता है।
गलत दिशा वाले वॉशरूम के वास्तु दोष के उपाय
अगर आपके घर का वॉशरूम गलत दिशा में है, तो आप इन उपायों को अपनाकर वास्तु दोष को कम कर सकते हैं:
सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाएं: वॉशरूम में हमेशा साफ-सफाई रखें और सुगंधित चीजों का प्रयोग करें।
वास्तु पिरामिड: वॉशरूम के बाहर वास्तु पिरामिड लगाएं, इससे नकारात्मक ऊर्जा कम होगी।
कांच की बाउल: वॉशरूम में नमक से भरी कांच की बाउल रखें, यह नकारात्मकता को सोखती है।
धातु के सिक्के: वॉशरूम के दरवाजे पर पंचधातु के सिक्के लगाएं।
वॉशरूम से जुड़े अन्य वास्तु नियम
वॉशरूम का दरवाजा: हमेशा बंद रखें, खुला दरवाजा नकारात्मक ऊर्जा को फैलाता है।
मिरर (शीशा) की स्थिति: वॉशरूम में शीशा उत्तर या पूर्व दिशा में लगाएं।
रंगों का चयन: हल्के और सकारात्मक रंगों का प्रयोग करें, जैसे सफेद, क्रीम या हल्का नीला।क्या वॉशरूम की
वास्तु शास्त्र के अनुसार, वॉशरूम की स्थिति आपके पारिवारिक और वैवाहिक जीवन को भी प्रभावित करती है। अगर वॉशरूम गलत दिशा में है, तो:
रिश्तों में तनाव: छोटे-छोटे मुद्दों पर झगड़े बढ़ सकते हैं।
विश्वास की कमी: जीवनसाथी या परिवार के सदस्यों के बीच भरोसे की समस्या हो सकती है।
प्रेम में कमी: सकारात्मक ऊर्जा की कमी से प्रेम और स्नेह में भी कमी आ सकती है।
अगर आपके घर में वॉशरूम गलत दिशा में है, तो इन उपायों को अपनाकर आप वास्तु दोष को कम कर सकते हैं:
नींबू या समुद्री नमक: वॉशरूम में एक कटोरी में समुद्री नमक या नींबू रखें, इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
एग्जॉस्ट फैन: वॉशरूम में सही वेंटिलेशन जरूरी है, ताकि नकारात्मक ऊर्जा बाहर जा सके।
दरवाजा बंद रखें: वॉशरूम का दरवाजा हमेशा बंद रखें ताकि नकारात्मक ऊर्जा घर में न फैले।
स्वस्थ और सुखी जीवन के लिए वॉशरूम के वास्तु नियम
वॉशरूम को वास्तु दोष से मुक्त रखने के लिए इन नियमों का पालन करें:
साफ-सफाई: वॉशरूम हमेशा स्वच्छ और सुव्यवस्थित रखें।
सुगंधित चीजें: नेगेटिव एनर्जी को कम करने के लिए सुगंधित मोमबत्तियां या एयर फ्रेशनर का उपयोग करें।
सही रंग: वॉशरूम के लिए हल्के रंग जैसे सफेद, हल्का नीला या हल्का गुलाबी चुनें।
वॉशरूम की सही दिशा और वास्तु नियमों का पालन करके आप अपने घर में सुख-समृद्धि और शांति बनाए रख सकते हैं। अगर वॉशरूम गलत दिशा में है, तो चिंता की जरूरत नहीं है। उचित उपायों और सजगता के साथ आप वास्तु दोष को दूर कर सकते हैं। सही दिशा, सफाई और ऊर्जा संतुलन का ध्यान रखकर घर में सकारात्मकता लाएं।
सुदामा नगर इंदौर, के निवासी को वॉशरूम के गलत दिशा में होने से आ रही थीं बाधाएँ!
मेरा नाम अजय वर्मा है, मैं सुदामा नगर, इंदौर में रहता हूँ। पिछले कुछ वर्षों से घर में आर्थिक समस्याएँ बनी हुई थीं, परिवार के सदस्यों में बार-बार झगड़े होने लगे थे, और मानसिक तनाव बढ़ रहा था। मैंने ज्योतिषाचार्य मनोज साहू जी से संपर्क किया। उन्होंने मेरे घर का निरीक्षण कर बताया कि हमारे घर का वॉशरूम ईशान कोण (उत्तर-पूर्व) में बना हुआ है, जो वास्तु दोष उत्पन्न कर रहा है। उनके परामर्श के अनुसार, हमने वॉशरूम में वास्तु उपचार किए, जैसे कि समुद्री नमक का प्रयोग, दिशा में सुधार और विशेष उपायों को अपनाया। कुछ ही समय में घर का माहौल सकारात्मक हो गया, आर्थिक स्थिति में सुधार आने लगा और मानसिक शांति महसूस हुई।
बंगाली कॉलोनी इंदौर, के निवासी को वॉशरूम के वास्तु दोष ठीक करने से मिली शांति!
मेरा नाम सतीश चौहान है, मैं बंगाली कॉलोनी, इंदौर में रहता हूँ। कुछ समय से घर में लगातार बीमारियाँ बनी हुई थीं, काम में रुकावटें आ रही थीं और पारिवारिक जीवन अशांत था। मैंने मनोज साहू जी से इस बारे में परामर्श लिया। उन्होंने बताया कि हमारे घर का वॉशरूम दक्षिण-पश्चिम (नैऋत्य कोण) में स्थित है, जो वास्तु शास्त्र के अनुसार अशुभ प्रभाव देता है। उन्होंने इसे सुधारने के लिए वॉशरूम में पीले बल्ब का प्रयोग, हल्दी मिश्रित पानी का छिड़काव और विशेष यंत्र स्थापित करने की सलाह दी। इन उपायों को अपनाने के बाद घर का माहौल शांत हुआ, बीमारियाँ कम हुईं और पारिवारिक सुख-समृद्धि बढ़ी।