क्या गुरु ग्रह कमजोर होने से जीवन में रुकावटें आती हैं?

क्या गुरु ग्रह कमजोर होने से जीवन में रुकावटें आती हैं?

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गुरु ग्रह कमजोर होने से जीवन में रुकावटें आती हैं

ज्योतिष शास्त्र में नवग्रहों का बहुत महत्व है और इनमें से गुरु ग्रह को विशेष स्थान प्राप्त है। गुरु ग्रह को बृहस्पति भी कहा जाता है, जो ज्ञान, धन, सौभाग्य, संतान, विवाह और धर्म का कारक है। अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में गुरु ग्रह कमजोर स्थिति में हो तो जीवन में कई तरह की बाधाओं और समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आइए विस्तार से जानते हैं कि गुरु ग्रह के कमजोर होने के क्या लक्षण, प्रभाव और उपाय होते हैं।

गुरु ग्रह के कमजोर होने के लक्षण:

गुरु ग्रह के कमजोर होने के लक्षण

  • आर्थिक समस्याएं: व्यक्ति को लगातार धन की तंगी का सामना करना पड़ता है। आमदनी कम होती है और खर्चे बढ़ते जाते हैं।
  • शिक्षा में बाधा: पढ़ाई में मन नहीं लगता, एकाग्रता की कमी होती है और परिणामस्वरूप अच्छे अंक नहीं मिलते। 
  • विवाह में देरी: गुरु ग्रह विवाह का कारक है, इसलिए इसके कमजोर होने से विवाह में रुकावटें आती हैं।
  • संतान सुख में कमी: कमजोर गुरु की स्थिति में संतान से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं या संतान प्राप्ति में कठिनाई होती है।
  • स्वास्थ्य समस्याएं: मोटापा, लिवर, पाचन तंत्र और हॉर्मोनल असंतुलन जैसी बीमारियों की संभावना बढ़ जाती है।
  • आत्मविश्वास की कमी: व्यक्ति निर्णय लेने में हिचकिचाता है और जीवन में अस्थिरता बनी रहती है।

गुरु ग्रह के कमजोर होने के कारण:

  • अशुभ ग्रहों की दृष्टि: जब शनि, राहु, केतु या मंगल जैसे ग्रह गुरु पर अशुभ दृष्टि डालते हैं, तो गुरु ग्रह कमजोर हो जाता है।

  • कुंडली में नीच राशि में स्थित होना: यदि गुरु ग्रह कुंडली में मकर राशि में स्थित है, तो यह नीचस्थ माना जाता है।

  • दशा और अंतरदशा का प्रभाव: किसी व्यक्ति की कुंडली में गुरु की महादशा या अंतरदशा में गुरु की स्थिति कमजोर हो सकती है।

  • पाप ग्रहों के साथ युति: जब गुरु ग्रह पाप ग्रहों जैसे शनि, राहु, केतु या मंगल के साथ युति में होता है, तो इसका प्रभाव कमजोर हो जाता है।

गुरु ग्रह के कमजोर होने के ज्योतिषीय प्रभाव:

  • करियर में अस्थिरता: नौकरी या व्यवसाय में बार-बार समस्याएं आती हैं। प्रमोशन में देरी होती है और काम में सफलता नहीं मिलती।

  • वैवाहिक जीवन में समस्याएं: पति-पत्नी के बीच मतभेद बढ़ते हैं, जिससे संबंधों में तनाव बना रहता है।

  • सामाजिक प्रतिष्ठा में कमी: व्यक्ति को समाज में मान-सम्मान नहीं मिलता और उसकी छवि खराब हो सकती है।

  • आध्यात्मिकता में कमी: धर्म और आस्था से दूरी बढ़ जाती है, जिससे मानसिक शांति नहीं मिलती।

गुरु ग्रह को मजबूत करने के उपाय:

गुरु ग्रह को मजबूत करने के उपाय

  • गुरुवार का व्रत करें: गुरुवार को उपवास रखने से गुरु ग्रह की कृपा प्राप्त होती है।

  • पीली वस्तुओं का दान: गरीबों को चने की दाल, हल्दी, पीले कपड़े और पीले फल दान करें।

  • विष्णु भगवान की पूजा: हर गुरुवार को भगवान विष्णु की पूजा करें और विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें।

  • पीला रत्न पहनें: ज्योतिष की सलाह से पुखराज या टॉपाज रत्न धारण करें।

  • ब्राह्मणों को भोजन कराएं: गुरुवार के दिन ब्राह्मणों को भोजन कराने से गुरु ग्रह की ऊर्जा बढ़ती है।

  • मंत्र जाप: 'ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरवे नमः' मंत्र का रोज 108 बार जाप करें।

  • तुलसी की सेवा करें: घर में तुलसी का पौधा लगाएं और नियमित रूप से इसकी देखभाल करें।

  • किताबों का दान: शिक्षा और ज्ञान के कारक गुरु को प्रसन्न करने के लिए गरीब बच्चों को किताबें दान करें।

गुरु ग्रह जीवन में समृद्धि, ज्ञान और सौभाग्य का प्रतीक है। अगर कुंडली में गुरु ग्रह कमजोर है, तो इसका प्रभाव जीवन के कई पहलुओं पर देखा जा सकता है। लेकिन उचित ज्योतिषीय उपायों को अपनाकर गुरु ग्रह को मजबूत किया जा सकता है और जीवन में सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है। अनुभवी ज्योतिष से परामर्श लेकर अपनी कुंडली का विश्लेषण करवाएं और सही दिशा में कदम उठाएं।

बापट स्क्वेयर इंदौर, के निवासी को गुरु ग्रह की शांति से मिली सफलता!

मेरा नाम राजीव शर्मा है, मैं बापट स्क्वेयर, इंदौर में रहता हूँ। जीवन में हर काम में रुकावट आ रही थी, नौकरी में प्रमोशन नहीं मिल रहा था और धन संबंधी समस्याएँ बनी हुई थीं। मैंने ज्योतिषाचार्य मनोज साहू जी से संपर्क किया। उन्होंने मेरी कुंडली देखकर बताया कि गुरु ग्रह कमजोर है, जिससे तरक्की में बाधाएँ आ रही हैं। उनकी सलाह अनुसार मैंने गुरुवार के व्रत रखने शुरू किए और पीला रत्न धारण किया। कुछ ही समय में सकारात्मक बदलाव देखने को मिले, करियर में प्रगति हुई और आर्थिक स्थिति भी बेहतर हो गई।

सुखलिया इंदौर, के निवासी को गुरु ग्रह की कृपा से करियर में उन्नति!

मेरा नाम अजय वर्मा है, मैं सुखलिया, इंदौर में रहता हूँ। लंबे समय से करियर में स्थिरता नहीं थी, बार-बार प्रयासों के बावजूद सफलता नहीं मिल रही थी। मैंने ज्योतिषाचार्य मनोज साहू जी से संपर्क किया। उन्होंने मेरी कुंडली का विश्लेषण कर बताया कि गुरु ग्रह कमजोर होने के कारण जीवन में प्रगति रुक गई है। उन्होंने गुरुवार का व्रत रखने, पीले वस्त्र धारण करने और केले के पेड़ की पूजा करने की सलाह दी। उपाय करने के बाद करियर में तेजी से उन्नति हुई, आत्मविश्वास बढ़ा और आर्थिक स्थिति में भी सुधार आया।

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