जीवन में आने वाली परेशानियों के पीछे कौन से ग्रह ज़िम्मेदार हैं?
हमारे जीवन में आने वाली सफलता, असफलता, सुख और दुख का गहरा संबंध ज्योतिषीय ग्रहों की स्थिति और चाल से होता है। वेदिक ज्योतिष के अनुसार, हमारी कुंडली में ग्रहों की अनुकूल या प्रतिकूल स्थिति हमारे जीवन की दिशा तय करती है। जब ग्रह अशुभ या पीड़ित स्थिति में होते हैं, तो कई तरह की परेशानियाँ जीवन में दस्तक देती हैं — चाहे वह आर्थिक तंगी हो, स्वास्थ्य समस्या, रिश्तों में तनाव या करियर में रुकावटें।
आइए जानते हैं, जीवन में आने वाली विभिन्न समस्याओं के पीछे कौन-से ग्रह ज़िम्मेदार होते हैं और इनसे बचाव के ज्योतिषीय उपाय क्या हैं।
आर्थिक तंगी
शनि :
- शनि ग्रह देरी, बाधा, गरीबी और संघर्ष का कारक है।
- अगर कुंडली में शनि छठे, आठवें या बारहवें भाव में स्थित हो या राहु और केतु से पीड़ित हो, तो आर्थिक तंगी और कर्ज़ की समस्या हो सकती है।
राहु :
- राहु भ्रम, लालच, और अस्थिरता का प्रतीक है।
- राहु की अशुभ स्थिति व्यक्ति को गलत निवेश, फालतू खर्चों और धन की हानि की ओर ले जाती है।
उपाय:
- शनिवार को पीपल के पेड़ पर जल अर्पित करें।
- “ॐ शं शनैश्चराय नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें।
- काले तिल, लोहे और सरसों के तेल का दान करें।
स्वास्थ्य समस्याएँ
मंगल :
- मंगल ऊर्जा, खून और सर्जरी का कारक है।
- मंगल दोष से अचानक दुर्घटनाएँ, चोट, सर्जरी या रक्त संबंधी बीमारियाँ हो सकती हैं।
चंद्रमा :
- चंद्रमा मानसिक शांति और भावनात्मक संतुलन का प्रतीक है।
- कमज़ोर या अशुभ चंद्रमा से तनाव, चिंता, डिप्रेशन और अनिद्रा जैसी समस्याएँ होती हैं।
उपाय:
- मंगलवार को हनुमान जी की पूजा करें और “ॐ भौमाय नमः” मंत्र का जाप करें।
- सोमवार को शिवलिंग पर दूध चढ़ाएँ और “ॐ चं चंद्राय नमः” मंत्र का जाप करें।
वैवाहिक जीवन में समस्या
शुक्र :
- शुक्र प्रेम, सौंदर्य और वैवाहिक सुख का ग्रह है।
- कमज़ोर शुक्र से रिश्तों में असंतोष, विवाद, बेवफाई और अलगाव की संभावना बढ़ जाती है।
राहु :
- राहु भ्रम, अविश्वास और झूठ का प्रतीक है।
- राहु की अशुभ दृष्टि वैवाहिक जीवन में गलतफहमियों और शक को जन्म देती है।
उपाय:
- शुक्रवार को माँ लक्ष्मी की पूजा करें और सफ़ेद मिठाई का दान करें।
- राहु के लिए नारियल और काले तिल का दान करें।
करियर में रुकावट
सूर्य :
- सूर्य प्रतिष्ठा, आत्मविश्वास और सरकारी नौकरी का कारक है।
- कमज़ोर सूर्य से करियर में असफलता, बॉस से विवाद और प्रमोशन में देरी होती है।
बुध :
- बुध बुद्धिमत्ता, संवाद और निर्णय लेने की क्षमता से जुड़ा है।
- कमज़ोर बुध से गलत फैसले, कम्युनिकेशन में समस्या और करियर में रुकावट आती है।
उपाय:
- रोज़ सुबह सूर्य को जल अर्पित करें और “ॐ घृणि सूर्याय नमः” मंत्र का जाप करें।
- बुधवार को गणेश जी की पूजा करें और हरी मूँग दाल का दान करें।
शिक्षा में बाधा
गुरु :
- गुरु ज्ञान, शिक्षा और उच्च अध्ययन का कारक है।
- कमज़ोर गुरु से शिक्षा में रुकावट, परीक्षा में असफलता और एकाग्रता की कमी होती है।
बुध :
- बुध बुद्धि और तार्किक क्षमता का ग्रह है।
- अशुभ बुध से स्मरण शक्ति और निर्णय लेने में कठिनाई आती है।
उपाय:
- गुरुवार को केले के पेड़ की पूजा करें और पीली वस्तुओं का दान करें।
- “ॐ बृं बृहस्पतये नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें।
पारिवारिक कलह
चंद्रमा :
- चंद्रमा घर में शांति, माँ और भावनात्मक संतुलन का कारक है।
- अशुभ चंद्रमा से पारिवारिक कलह, माँ से मतभेद और मानसिक तनाव होता है।
सूर्य :
- सूर्य पिता, सम्मान और घर के मुखिया का प्रतीक है।
- कमज़ोर सूर्य से पिता से विवाद, अहंकार और घर में अशांति हो सकती है।
उपाय:
- सोमवार को शिवलिंग पर जल अर्पित करें और “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करें।
- रविवार को गुड़ और गेहूँ का दान करें।
संतान सुख में देरी
गुरु :
- गुरु संतान सुख और प्रजनन क्षमता से जुड़ा है।
- कमज़ोर गुरु से संतान सुख में देरी या समस्याएँ होती हैं।
शुक्र :
- शुक्र प्रजनन स्वास्थ्य और जीवनसाथी से जुड़े सुख का प्रतीक है।
- अशुभ शुक्र से संतान सुख में रुकावट आ सकती है।
उपाय:
- गुरुवार को चने की दाल और पीले कपड़ों का दान करें।
- शुक्रवार को माँ लक्ष्मी की पूजा करें और सफ़ेद वस्तुओं का दान करें।
हमारे जीवन में आने वाली परेशानियों के पीछे कुंडली में ग्रहों की स्थिति और दशाएँ महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। अगर ग्रह प्रतिकूल हों, तो जीवन में आर्थिक तंगी, स्वास्थ्य समस्याएँ, पारिवारिक कलह, वैवाहिक जीवन में तनाव और करियर में रुकावटें आती हैं।
लेकिन सही ज्योतिषीय उपाय, मंत्र जाप और दान के ज़रिए आप ग्रहों को अनुकूल बना सकते हैं और जीवन में आने वाली बाधाओं को दूर कर सकते हैं।
संजय शर्मा, इंदौर
"मैं अपने जीवन में लगातार आ रही परेशानियों से बहुत दुखी था। तब मैंने इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी से परामर्श लिया। उन्होंने मेरी कुंडली देखकर बताया कि शनि और राहु की अशुभ स्थिति मेरी समस्याओं का कारण है। उनके बताए आसान ज्योतिषीय उपाय करने के बाद मेरे जीवन में स्थिरता और शांति आई। सच में, साहू जी का मार्गदर्शन मेरे लिए वरदान साबित हुआ।"