कुत्ते के भौंकने से घर में आने वाले ज्योतिषीय संकेत: शुभ-अशुभ का रहस्य
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कुत्ते के भौंकने से घर |
भारतीय ज्योतिष और प्राचीन मान्यताओं में प्रकृति और जीव-जंतुओं के व्यवहार को अलग-अलग संकेतों के रूप में देखा जाता है। कुत्ते का भौंकना सिर्फ एक सामान्य क्रिया नहीं मानी जाती — यह भविष्य में होने वाली घटनाओं का संकेत भी हो सकती है।
कुत्ता यमराज और भैरव बाबा से जुड़ा हुआ माना जाता है और इसे राहु और केतु का वाहन भी कहा गया है। इसलिए, कुत्ते का असामान्य रूप से भौंकना या अजीब व्यवहार करना, घर में शुभ या अशुभ घटनाओं की ओर इशारा करता है।
इस ब्लॉग में हम जानेंगे:
- कुत्ते के भौंकने के ज्योतिषीय अर्थ
- भौंकने की दिशा के अनुसार शुभ-अशुभ संकेत
- समय के अनुसार कुत्ते के भौंकने का मतलब
- कुत्ते के भौंकने से बचाव के ज्योतिषीय उपाय
कुत्ते के भौंकने के ज्योतिषीय अर्थ
बार-बार और तेज़ भौंकना:
- अगर कुत्ता लगातार और ज़ोर-ज़ोर से भौंक रहा है, तो यह नकारात्मक ऊर्जा, बुरी नज़र या अशुभ घटनाओं का संकेत हो सकता है।
- यह घर में कलह, झगड़े या किसी अप्रिय समाचार की ओर इशारा करता है।
रोने जैसी आवाज़ में भौंकना:
- कुत्ते का रोने जैसी आवाज़ में भौंकना शुभ संकेत नहीं माना जाता।
- यह किसी पारिवारिक सदस्य की सेहत खराब होने या किसी अनहोनी घटना की चेतावनी देता है।
धीरे-धीरे और शांत भौंकना:
- अगर कुत्ता धीरे-धीरे भौंक रहा है, तो यह अचानक धन लाभ या शुभ समाचार मिलने की ओर इशारा करता है।
- यह नई नौकरी, व्यवसाय में लाभ या पारिवारिक खुशी का संकेत हो सकता है।
बिना कारण ज़मीन को देख भौंकना:
- अगर कुत्ता बिना किसी वजह ज़मीन की ओर देखकर भौंक रहा हो, तो यह नकारात्मक ऊर्जा या किसी बुरी आत्मा की उपस्थिति को दर्शाता है।
- इस स्थिति में घर में पूजा-पाठ या हनुमान चालीसा का पाठ करें।
भौंकने की दिशा के अनुसार शुभ-अशुभ संकेत
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भौंकने की दिशा के अनुसार |
उत्तर दिशा की ओर भौंकना:
- अचानक धन लाभ, नई नौकरी या व्यापार में तरक्की का संकेत है।
- घर में सकारात्मक ऊर्जा और खुशियाँ आने वाली हैं।
दक्षिण दिशा की ओर भौंकना:
- किसी विपत्ति, दुर्घटना या स्वास्थ्य समस्या की संभावना है।
- इस स्थिति में मंगल ग्रह के उपाय करें और हनुमान जी की पूजा करें।
पूर्व दिशा की ओर भौंकना:
- अचानक शुभ समाचार, यात्रा या किसी बड़े अवसर की ओर इशारा करता है।
- घर में शांति, समृद्धि और नए रिश्ते बनने की संभावना है।
पश्चिम दिशा की ओर भौंकना:
- विलंब, रुकावट या पारिवारिक कलह का संकेत है।
- यह किसी काम में बाधा या निर्णय में देरी को दर्शाता है।
समय के अनुसार कुत्ते के भौंकने के संकेत
सुबह (4 AM से 8 AM):
- नई शुरुआत, सफलता और अच्छे समाचार की संभावना।
- किसी महत्वपूर्ण योजना में लाभ मिल सकता है।
दोपहर (12 PM से 3 PM):
- किसी पुरानी समस्या का समाधान मिलने का संकेत।
- व्यापार में लाभ या परिवार में कोई खुशी मिल सकती है।
शाम (6 PM से 9 PM):
- अचानक मेहमानों का आगमन या किसी नए अवसर का संकेत।
- रिश्तों में सुधार और सौभाग्य की संभावना।
रात (12 AM के बाद):
- अशुभ संकेत, जैसे नकारात्मक ऊर्जा, बुरी नज़र या अनहोनी।
- इस समय मंत्र जाप, हनुमान चालीसा और घर की शुद्धि करें।
कुत्ते के भौंकने से बचाव के ज्योतिषीय उपाय
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कुत्ते के भौंकने से बचाव |
घर में हनुमान जी की पूजा करें:
- मंगलवार और शनिवार को हनुमान चालीसा का पाठ करें।
- लाल झंडा लगाएँ और सरसों के तेल का दीपक जलाएँ।
कुत्ते को दूध और रोटी खिलाएँ:
- घर के कुत्ते को रोज़ाना ताज़ा रोटी और दूध खिलाएँ।
- इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और घर में सुख-शांति बनी रहती है।
घर की शुद्धि करें:
- सप्ताह में एक बार गंगाजल या गौमूत्र का छिड़काव करें।
- कपूर जलाकर पूरे घर में उसकी सुगंध फैलाएँ।
कुत्ते की ज़रूरतों का ध्यान रखें:
- अगर कुत्ता असामान्य रूप से भौंक रहा है, तो देखें कि उसे कोई तकलीफ या असुविधा तो नहीं है।
- उसकी भोजन, पानी और आराम का ध्यान रखें।
कुत्ते को रहस्यमय और आध्यात्मिक दृष्टि से देखा जाता है। उसका भौंकना, रोना या असामान्य व्यवहार सिर्फ एक संयोग नहीं यह शुभ और अशुभ घटनाओं का संकेत हो सकता है।
अगर कुत्ता ज़्यादा भौंक रहा हो या रोने जैसी आवाज़ निकाल रहा हो, तो सावधान रहें और ज्योतिषीय उपायों के ज़रिए घर की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करें। वहीं, अगर कुत्ता खुशी से भौंक रहा है या दक्षिण या पूर्व दिशा में देख भौंकता है, तो अच्छे समाचार और सौभाग्य की उम्मीद करें।