वास्तु दोष निवारण के लिए घर में कौन-सी पूजा करनी चाहिए?

वास्तु दोष निवारण के लिए घर में कौन-सी पूजा करनी चाहिए? 

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वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि बनाए रखने के लिए वास्तु दोष मुक्त होना आवश्यक है। यदि घर में वास्तु दोष होता है, तो यह धन हानि, स्वास्थ्य समस्याएँ, पारिवारिक कलह और मानसिक अशांति का कारण बन सकता है। वास्तु दोष उत्पन्न होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे गलत दिशा में मुख्य द्वार, रसोई या शौचालय का स्थान, भारी सामान का गलत स्थान पर होना, या घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचार

वास्तु दोष निवारण के लिए कुछ विशेष पूजाएँ और उपाय करने से घर में सुख-शांति, धन-समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। इस लेख में हम जानेंगे कि वास्तु दोष दूर करने के लिए कौन-सी पूजाएँ करनी चाहिए और कौन से उपाय लाभकारी होते हैं।

वास्तु दोष निवारण के लिए वास्तु पूजा 

पूजा विधि:

 घर के ईशान कोण (उत्तर-पूर्व दिशा) में गंगाजल का छिड़काव करें
वास्तु पुरुष की मूर्ति या चित्र को हल्दी, चावल और फूल चढ़ाएँ
"ॐ वास्तु देवाय नमः" मंत्र का 108 बार जाप करें।
 पूजा के बाद घर में गौमूत्र और कपूर जल का छिड़काव करें

 लाभ: यह पूजा घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर करती है और सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती है।

गणपति पूजा – वास्तु दोष निवारण के लिए अचूक उपाय

भगवान गणेश को विघ्नहर्ता कहा जाता है, और उनकी कृपा से सभी बाधाएँ दूर होती हैं। यदि घर में वास्तु दोष हो, तो गणपति की पूजा करने से वास्तु दोष का प्रभाव कम हो जाता है।

पूजा विधि:

बुधवार को गणपति जी की प्रतिमा को हल्दी, चंदन और दूर्वा अर्पित करें
"ॐ गं गणपतये नमः" मंत्र का 108 बार जाप करें
 घर के मुख्य द्वार के ऊपर गणेश जी की प्रतिमा लगाएँ, जिससे नकारात्मक ऊर्जा अंदर प्रवेश न कर सके।
 यदि संभव हो तो गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ करें

लाभ: यह पूजा घर की ऊर्जा को संतुलित करती है और वास्तु दोष से होने वाली समस्याओं को समाप्त करती है।

वास्तु दोष निवारण के लिए रुद्राभिषेक (भगवान शिव की पूजा) 

रुद्राभिषेक

भगवान शिव की पूजा करने से नकारात्मक ऊर्जा, ग्रह दोष और वास्तु दोष दूर होते हैं। यदि घर में किसी भी कारण से अशांति बनी रहती है, तो रुद्राभिषेक करना अत्यधिक लाभकारी होता है।

पूजा विधि:

सोमवार को शिवलिंग पर गंगाजल, दूध, दही, शहद और बेलपत्र चढ़ाएँ
"ॐ नमः शिवाय" मंत्र का 108 बार जाप करें
 यदि संभव हो तो रुद्राभिषेक अनुष्ठान कराएँ
 घर के उत्तर-पूर्व कोण में शिवलिंग स्थापित करके नियमित जल अर्पित करें।

 लाभ: रुद्राभिषेक करने से ग्रह दोष और वास्तु दोष शांत होते हैं और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

 वास्तु दोष निवारण के लिए नवग्रह पूजा 

यदि घर में वास्तु दोष के कारण धन हानि, व्यापार में रुकावट, या स्वास्थ्य समस्याएँ हो रही हैं, तो नवग्रह पूजा करने से सभी ग्रह शांत होते हैं और वास्तु दोष का नकारात्मक प्रभाव कम होता है।

पूजा विधि:

नवग्रह यंत्र को घर के पूजा स्थान में स्थापित करें
रविवार से शनिवार तक प्रत्येक दिन संबंधित ग्रह के मंत्र का जाप करें
नौ प्रकार के अनाज (नवधान्य) और नवग्रह दीप जलाएँ।
प्रतिदिन सूर्य को जल चढ़ाएँ और "ॐ सूर्याय नमः" मंत्र का जाप करें।

लाभ: नवग्रह पूजा से ग्रहों की बाधा दूर होती है और वास्तु दोष से उत्पन्न समस्याएँ समाप्त होती हैं।

वास्तु दोष निवारण के लिए हनुमान पूजा 

हनुमान जी को नकारात्मक ऊर्जा और बुरी शक्तियों को दूर करने वाला देवता माना जाता है। यदि घर में भूत-प्रेत बाधा, नकारात्मक ऊर्जा या लगातार क्लेश हो रहा हो, तो हनुमान जी की पूजा अत्यधिक प्रभावी होती है।

पूजा विधि:

 मंगलवार और शनिवार को हनुमान चालीसा का पाठ करें
 हनुमान मंदिर में लाल सिंदूर और चमेली का तेल चढ़ाएँ
"ॐ हं हनुमते नमः" मंत्र का 108 बार जाप करें
 घर के दक्षिण-पश्चिम कोने में हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित करें

लाभ: यह पूजा नकारात्मक शक्तियों को दूर करती है और घर को वास्तु दोष मुक्त बनाती है।

वास्तु दोष निवारण के लिए तुलसी और पीपल की पूजा

 
वास्तु दोष निवारण के लिए तुलसी और पीपल की पूजा

तुलसी और पीपल को शुद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत माना जाता है। यदि घर में वास्तु दोष या वास्तु दोष के कारण नकारात्मकता बनी हुई है, तो इनकी पूजा करनी चाहिए।

पूजा विधि:

प्रतिदिन तुलसी के पौधे के पास दीप जलाएँ और "ॐ श्री तुलस्यै नमः" मंत्र का जाप करें।
शनिवार को पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाएँ और "ॐ शनैश्चराय नमः" मंत्र का जाप करें।
प्रत्येक पूर्णिमा को तुलसी में गुड़ और कच्चा दूध अर्पित करें

 लाभ: तुलसी और पीपल की पूजा से वास्तु दोष समाप्त होता है, घर में सुख-शांति बनी रहती है और पितृ दोष का निवारण होता है।

अन्य महत्वपूर्ण वास्तु दोष निवारण उपाय 

मुख्य द्वार पर स्वस्तिक और मंगल कलश रखें – घर में शुभ ऊर्जा प्रवेश करती है।
घर में नमक और पानी का पोछा लगाएँ – नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
कपूर जलाकर पूरे घर में घुमाएँ – वास्तु दोष और नकारात्मकता समाप्त होती है।
दक्षिण दिशा में भारी सामान रखें और उत्तर-पूर्व दिशा खाली रखें – धन की वृद्धि होगी।
किसी को उधार देते समय बुधवार को ही दें और लौटाने के लिए मंगलवार का दिन चुनें।
घर में नियमित रूप से हवन करें – विशेष रूप से वास्तु दोष निवारण यज्ञ लाभकारी होता है।

घर में वास्तु दोष होने से धन हानि, मानसिक तनाव, रोग और पारिवारिक क्लेश की संभावना बढ़ जाती है। वास्तु दोष निवारण के लिए गणपति पूजा, रुद्राभिषेक, नवग्रह पूजा, हनुमान पूजा, तुलसी और पीपल की पूजा अत्यंत प्रभावी होती हैं। इन पूजाओं को श्रद्धा और नियमितता के साथ करने से नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है और घर में सुख-शांति और समृद्धि का वास होता है।

"सही पूजा करें, वास्तु दोष से मुक्ति पाएँ और अपने जीवन को सुख-समृद्धि से भरपूर बनाएँ!"



अजय वर्मा, इंदौर

"साहू जी से परामर्श लेने के बाद, मैंने अपने घर में वास्तु दोष निवारण के लिए विशेष पूजा करवाई। उन्होंने हमें नवग्रह शांति यज्ञ और वास्तु दोष निवारण हवन करने की सलाह दी। पूजा के बाद घर में शांति और सकारात्मक ऊर्जा महसूस हुई, पारिवारिक समस्याएँ भी धीरे-धीरे खत्म होने लगीं। साहू जी का मार्गदर्शन वास्तव में अद्भुत है!"

प्रीति शर्मा,

मेरे घर में लगातार परेशानियाँ आ रही थीं, जिससे मानसिक तनाव बढ़ रहा था। साहू जी ने हमें वास्तु दोष निवारण पूजा करने की सलाह दी और विशेष मंत्रों का जाप करवाया। पूजा के बाद हमारे घर में सुख-शांति का वातावरण बन गया और रुके हुए काम भी बनने लगे। साहू जी का बहुत-बहुत धन्यवाद!"

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