सरकारी डॉक्टर की नौकरी में स्थिरता और तरक्की दिलाने वाले ग्रह:

सरकारी डॉक्टर की नौकरी में स्थिरता और तरक्की दिलाने वाले ग्रह: 

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सरकारी डॉक्टर की नौकरी

सरकारी डॉक्टर बनना न सिर्फ सम्मान और सेवा का प्रतीक है, बल्कि स्थिरता, प्रतिष्ठा और आर्थिक सुरक्षा का भी आधार है। इस क्षेत्र में सफलता के लिए कड़ी मेहनत, लगन, शिक्षा और सेवा भावना आवश्यक है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपकी जन्मकुंडली भी सरकारी डॉक्टर की नौकरी में स्थिरता और तरक्की को प्रभावित करती है?

वेदिक ज्योतिष  के अनुसार, चिकित्सा, सेवा, सरकारी नौकरी और स्थिरता से जुड़े विशेष ग्रह और भाव इस करियर में सफलता और तरक्की दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अगर ये ग्रह और भाव मज़बूत स्थिति में हों, तो व्यक्ति को सरकारी डॉक्टर की नौकरी में स्थिरता और ऊँचाईयाँ मिलती हैं।

इस ब्लॉग में जानिए:

  • सरकारी डॉक्टर की नौकरी में सफलता दिलाने वाले ग्रह
  • कुंडली में कौन-से भाव मेडिकल करियर को दर्शाते हैं?
  • सरकारी नौकरी और चिकित्सा क्षेत्र में तरक्की के शुभ योग
  • सरकारी डॉक्टर बनने के लिए ज्योतिषीय उपाय

सरकारी डॉक्टर की नौकरी में सफलता दिलाने वाले ग्रह 

गुरु : ज्ञान और चिकित्सा का प्रमुख ग्रह

  • गुरु उच्च शिक्षा, चिकित्सा, नैतिकता और मार्गदर्शन का कारक है।
  • अगर कुंडली में गुरु की मज़बूत स्थिति हो, तो व्यक्ति को मेडिकल की पढ़ाई में सफलता मिलती है और वह कुशल डॉक्टर बनता है।
  • नवम (9वें) या दशम (10वें) भाव में गुरु होने से व्यक्ति को सरकारी डॉक्टर बनने के प्रबल योग मिलते हैं।

सूर्य : सरकारी नौकरी और प्रतिष्ठा का ग्रह

  • सूर्य सत्ता, सम्मान, नेतृत्व और सरकारी सेवाओं का प्रतीक है।
  • दशम भाव में सूर्य की मज़बूत स्थिति व्यक्ति को सरकारी नौकरी में उच्च पद और स्थिरता दिलाती है।
  • सूर्य की शुभ दृष्टि से व्यक्ति को सरकारी अस्पताल में सम्मानजनक और स्थाई नौकरी मिलती है।

बुध: बुद्धिमत्ता और चिकित्सा ज्ञान का ग्रह

  • बुध तार्किक क्षमता, चिकित्सा विज्ञान, संवाद और निर्णय लेने की शक्ति का प्रतीक है।
  • अगर बुध पंचम (5वें), नवम (9वें) या दशम (10वें) भाव में शुभ स्थिति में हो, तो व्यक्ति को एमबीबीएस, एमडी, एमएस जैसी परीक्षाओं में सफलता मिलती है।
  • बुध की मज़बूत स्थिति व्यक्ति को डायग्नोसिस, रिसर्च और मेडिकल रिपोर्टिंग में कुशल बनाती है।

मंगल: सर्जरी और ऊर्जा का कारक

  • मंगल साहस, ऊर्जा और सर्जरी का प्रतिनिधित्व करता है।
  • सर्जन बनने या मेडिकल क्षेत्र में ऐक्टिव भूमिका निभाने के लिए मंगल का मज़बूत होना आवश्यक है।
  • दशम (10वें) या छठे (6वें) भाव में मंगल होने से व्यक्ति को सरकारी अस्पताल में सर्जन या मेडिकल ऑफिसर के रूप में सफलता मिलती है।

शनि : स्थिरता और अनुशासन का ग्रह

  • सरकारी नौकरी में स्थिरता, धैर्य और कड़ी मेहनत शनि के प्रभाव से मिलती है।
  • शनि की मज़बूत स्थिति व्यक्ति को लंबे समय तक सरकारी सेवाओं में स्थायित्व और प्रमोशन दिलाती है।
  • अगर शनि दशम या एकादश भाव में शुभ स्थिति में हो, तो व्यक्ति को सरकारी अस्पताल में स्थाई नौकरी और उच्च पद मिलता है।

कुंडली में सरकारी डॉक्टर बनने के लिए ज़रूरी भाव

कुंडली में सरकारी डॉक्टर बनने के लिए ज़रूरी भाव

छठा भाव : रोग और चिकित्सा का घर

  • छठा भाव बीमारियों, चिकित्सा सेवा और रोग निवारण से जुड़ा है।
  • अगर छठे भाव में मंगल, बुध या सूर्य की मज़बूत स्थिति हो, तो व्यक्ति को मेडिकल क्षेत्र में सफलता मिलती है।

पंचम भाव: शिक्षा और बुद्धि का भाव

  • पंचम भाव व्यक्ति की शैक्षिक योग्यता, तर्कशक्ति और रिसर्च क्षमता को दर्शाता है।
  • बुध, गुरु या शुक्र की शुभ स्थिति पंचम भाव में मेडिकल की पढ़ाई और मेडिकल परीक्षाओं में सफलता के संकेत देती है।

 नवम भाव : उच्च शिक्षा और भाग्य का भाव

  • नवम भाव भाग्य, उच्च शिक्षा और शुभ संयोग को दर्शाता है।
  • अगर गुरु, सूर्य या बुध नवम भाव में हों, तो व्यक्ति को एमबीबीएस, एमडी जैसी परीक्षाओं में सफलता और सरकारी मेडिकल सेवाओं में भाग्य का साथ मिलता है।

दशम भाव: करियर और सरकारी नौकरी का भाव

  • दशम भाव व्यवसाय, करियर, नेतृत्व और सरकारी सेवाओं से जुड़ा है।
  • अगर इस भाव में सूर्य, मंगल, शनि या गुरु की मज़बूत स्थिति हो, तो व्यक्ति को सरकारी डॉक्टर बनने और उच्च पद प्राप्त करने के योग मिलते हैं।

सरकारी डॉक्टर बनने के लिए कुंडली में बनने वाले शुभ योग

 गजकेसरी योग:

  • जब गुरु और चंद्रमा केंद्र भाव (1, 4, 7, 10) में होते हैं, तो यह योग बनता है।
  • इस योग से व्यक्ति को मेडिकल क्षेत्र में उच्च शिक्षा, सफलता और प्रसिद्धि मिलती है।

 बुधादित्य योग:

  • जब सूर्य और बुध एक साथ होते हैं, तो यह योग बनता है।
  • यह योग व्यक्ति को तेज़ दिमाग, तार्किक सोच और मेडिकल निर्णय लेने की क्षमता देता है।

 शश योग:

  • जब शनि तुला, मकर या कुंभ राशि में दशम भाव में होता है, तो यह योग बनता है।
  • इस योग से व्यक्ति को सरकारी नौकरी में स्थायित्व और प्रमोशन मिलता है।

सरकारी डॉक्टर बनने के लिए ज्योतिषीय उपाय

सरकारी डॉक्टर बनने के लिए ज्योतिषीय उपाय

गुरु को करें सशक्त:

  • गुरुवार को केले के पेड़ की पूजा करें
  • “ॐ बृं बृहस्पतये नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें
  • पीले वस्त्र और चने की दाल का दान करें

सूर्य को करें मज़बूत:

  • रोज़ सुबह सूर्य को जल अर्पित करें
  • “ॐ घृणि सूर्याय नमः” मंत्र का जाप करें

 बुध की कृपा प्राप्त करें:

  • बुधवार को गणेश जी की पूजा करें
  • हरी मूँग दाल और हरे फलों का दान करें
सरकारी डॉक्टर बनने के लिए शिक्षा, मेहनत और सेवा भावना ज़रूरी है, लेकिन ग्रहों की अनुकूल स्थिति और शुभ योग इस राह को आसान बना सकते हैं। अगर आपकी कुंडली में गुरु, सूर्य, बुध, मंगल और शनि की मज़बूत स्थिति है, तो सरकारी मेडिकल सेवाओं में सफलता और स्थिरता के प्रबल योग बनते हैं।


डॉ. अंशुल शर्मा, इंदौर
सरकारी डॉक्टर की नौकरी पाने का मेरा सपना था, लेकिन काफी मेहनत के बाद भी सफलता नहीं मिल रही थी। फिर मैंने इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी से परामर्श लिया। उन्होंने मेरी कुंडली देखकर बताया कि गुरु और सूर्य ग्रह को मजबूत करना ज़रूरी है। उनके बताए उपायों को अपनाने के बाद मुझे सरकारी मेडिकल जॉब मिल गई। साहू जी का मार्गदर्शन अमूल्य है।"

डॉ. कविता यादव, भोपाल
मैंने MBBS के बाद सरकारी नौकरी के लिए काफी परीक्षाएं दीं, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी। तब मैंने मनोज साहू जी से अपनी कुंडली दिखवाई। उन्होंने शनि और मंगल की दशा को सुधारने के लिए कुछ उपाय बताए। उन उपायों को करने के बाद मेरी मेहनत रंग लाई और आज मैं सरकारी अस्पताल में स्थायी डॉक्टर के पद पर कार्यरत हूं।"

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