सकारात्मक ऊर्जा के लिए गौशाला में सेवा करने के ज्योतिषीय लाभ

सकारात्मक ऊर्जा के लिए गौशाला में सेवा करने के ज्योतिषीय लाभ 

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गौशाला में सेवा 

भारतीय संस्कृति और वेदिक ज्योतिष में गाय को दिव्य प्राणी माना गया है। गाय की सेवा करना न केवल धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से लाभकारी है, बल्कि यह ग्रहों की अनुकूलता को भी बढ़ाता है और नकारात्मक ऊर्जाओं को दूर करता है।

गौशाला में सेवा करने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है, जिससे मानसिक शांति, कर्म सुधार, और जीवन की बाधाओं में कमी आती है। यह सेवा कई प्रकार के ज्योतिषीय दोषों और ग्रहों की अशुभता को भी कम करने में सहायक होती है।

गौशाला सेवा के ज्योतिषीय लाभ

सूर्य ग्रह को मजबूत करने के लिए 

सूर्य आत्मा, आत्मविश्वास, और प्रतिष्ठा का कारक ग्रह है। 

यदि कुंडली में सूर्य कमजोर हो तो आत्मविश्वास की कमी, पिता से संबंधों में तनाव, सरकारी कार्यों में रुकावट और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ हो सकती हैं।

गौशाला सेवा का लाभ:

  • गौशाला में गायों को गुड़ और गेहूँ खिलाने से सूर्य ग्रह मजबूत होता है।
  • रविवार को गौमूत्र का छिड़काव करने से जीवन में सफलता और मान-सम्मान बढ़ता है।
  • गाय की पीठ पर हाथ फेरकर आशीर्वाद लेने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है।

चंद्रमा की अनुकूलता के लिए 

चंद्रमा मन, भावनाओं, शांति और माँ से जुड़े संबंधों का प्रतिनिधित्व करता है। 

कमजोर चंद्रमा होने पर मानसिक तनाव, अनिद्रा, भावनात्मक असंतुलन, और परिवार में कलह जैसी समस्याएँ हो सकती हैं।

गौशाला सेवा का लाभ:

  • सोमवार को गाय को दूध, चावल, या सफेद रोटी खिलाने से चंद्रमा मजबूत होता है।
  • गौशाला में सफाई करने से मानसिक शांति मिलती है और चंद्र दोष दूर होता है।
  • गाय को सफेद वस्त्र या मोरपंख से सहलाने से भावनात्मक स्थिरता मिलती है।

मंगल ग्रह की कृपा के लिए 

मंगल ग्रह 

मंगल ऊर्जा, साहस, और भाई-बहनों से संबंधों का कारक है। 

यदि मंगल अशुभ हो तो गुस्सा, विवाद, दुर्घटनाएँ, और शत्रु बाधाएँ बढ़ सकती हैं।

गौशाला सेवा का लाभ:

  • मंगलवार को हनुमान जी के नाम से गाय को गुड़ और चने की दाल खिलाने से मंगल की अनुकूलता बढ़ती है।
  • गायों की सेवा करने से शत्रु बाधाएँ समाप्त होती हैं और स्वास्थ्य मजबूत होता है।
  • गौशाला में पानी की व्यवस्था करना मंगल ग्रह की ऊर्जा को संतुलित करता है।

बुध ग्रह को मजबूत करने के लिए 

बुध बुद्धि, संवाद, व्यापार और शिक्षा का ग्रह है। 

कमजोर बुध होने से बोलने में समस्या, निर्णय लेने में कठिनाई, और व्यवसाय में नुकसान हो सकता है।

गौशाला सेवा का लाभ:

  • बुधवार को गाय को हरी सब्ज़ियाँ, हरा चारा, और हरी मूँग की दाल खिलाने से बुध ग्रह मजबूत होता है।
  • गौशाला में दान करने से बुद्धि तेज होती है और व्यवसाय में वृद्धि होती है।
  • गाय के बछड़े को सेवा देने से शिक्षा में सुधार और वाणी में मधुरता आती है।

गुरु ग्रह की कृपा पाने के लिए 

गुरु ग्रह ज्ञान, धर्म, संतान, और भाग्य का कारक है। 

कमजोर गुरु होने पर भाग्य साथ नहीं देता, संतान सुख में बाधा, और आध्यात्मिक प्रगति में रुकावट आती है।

गौशाला सेवा का लाभ:

  • गुरुवार को गाय को चने की दाल, गुड़ और हल्दी लगी रोटी खिलाने से गुरु ग्रह की कृपा मिलती है।
  • गौशाला में गौशाला की देखभाल करने से भाग्य का उदय होता है।
  • गाय के चरणों में जल अर्पित कर प्रणाम करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है।

शुक्र ग्रह की अनुकूलता के लिए 

शुक्र ग्रह प्रेम, वैवाहिक सुख, भौतिक संपत्ति और ऐश्वर्य का कारक है। 

शुक्र कमजोर होने पर विवाह में देरी, प्रेम संबंधों में असफलता, और धन की हानि हो सकती है।

गौशाला सेवा का लाभ:

  • शुक्रवार को गाय को मिश्री, सफेद मिठाई, और दूध से बनी रोटी खिलाने से शुक्र ग्रह की कृपा मिलती है।
  • गौशाला में सेवा करने से वैवाहिक जीवन सुखद बनता है और आर्थिक संपन्नता आती है।
  • गाय को प्रेम से सहलाने से सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है और शुक्र दोष दूर होता है।

शनि ग्रह को शांत करने के लिए 

शनि ग्रह 

शनि ग्रह कर्म, न्याय, और जीवन में संघर्ष का प्रतिनिधित्व करता है। 

यदि शनि अशुभ हो तो रुकावटें, बाधाएँ, स्वास्थ्य समस्याएँ, और आर्थिक संकट आ सकते हैं।

गौशाला सेवा का लाभ:

  • शनिवार को काले तिल, सरसों का तेल, और उड़द दाल खिलाने से शनि दोष दूर होता है।
  • गौशाला में सफाई करना और गौमूत्र का छिड़काव करना शनि की नकारात्मकता को दूर करता है।
  • गाय की परिक्रमा करने से जीवन की परेशानियाँ दूर होती हैं और सफलता प्राप्त होती है

राहु और केतु ग्रह की शांति के लिए 

राहु और केतु ग्रह अनिश्चितता, भ्रम, और अचानक समस्याओं के कारक होते हैं। 

इनकी अशुभता से मानसिक तनाव, दुर्घटनाएँ, और रिश्तों में कटुता आती है।

गौशाला सेवा का लाभ:

  • शनिवार को काले तिल, गुड़ और नारियल खिलाने से राहु और केतु शांत होते हैं।
  • गौशाला में दान करने और गायों की सेवा करने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है
  • गाय के कान में "ॐ नमः शिवाय" मंत्र का जाप करने से राहु-केतु दोष समाप्त होते हैं।

गौशाला में सेवा करना केवल धार्मिक कार्य नहीं, बल्कि आध्यात्मिक उन्नति और ग्रह दोषों से मुक्ति का प्रभावशाली साधन है। गाय की सेवा से सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है, जीवन में शांति और सुख-समृद्धि आती है, और ग्रहों की अनुकूलता प्राप्त होती है।

गाय को भोजन कराना, उनकी देखभाल करना, गौशाला में सेवा देना और दान करना न केवल हमारे कर्मों को सुधारता है, बल्कि हमें दिव्य आशीर्वाद भी दिलाता है। इससे नकारात्मक ऊर्जाएँ समाप्त होती हैं, और सकारात्मकता, समृद्धि और मानसिक शांति का संचार होता है।


सुरेश तिवारी, उज्जैन

मेरे जीवन में नकारात्मकता बढ़ रही थी, मानसिक शांति नहीं थी और कार्यों में रुकावटें आ रही थीं। तब मैंने इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषी साहू जी से परामर्श लिया। उन्होंने मुझे गौशाला में सेवा करने और गायों को हरा चारा खिलाने का उपाय बताया। मैंने हर शुक्रवार को गुड़ और आटे की लोई बनाकर गायों को खिलाना शुरू किया। कुछ ही हफ्तों में मेरे जीवन में सकारात्मक बदलाव आने लगे – मानसिक तनाव कम हुआ, भाग्य का साथ मिलने लगा और घर में सुख-शांति बढ़ गई। गौसेवा से मिली यह दिव्य अनुभूति मेरे जीवन का एक महत्वपूर्ण अनुभव बन गई।

अनिल मिश्रा, 

मेरे जीवन में लगातार परेशानियां बनी हुई थीं – काम में बाधाएं, मानसिक अशांति और घर में कलह बढ़ गई थी। तब मैंने इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषी साहू जी से संपर्क किया। उन्होंने मुझे गौशाला में सेवा करने और नियमित रूप से गायों को रोटी व गुड़ खिलाने का उपाय बताया। मैंने इस उपाय को अपनाया और कुछ ही समय में जीवन में सकारात्मक परिवर्तन महसूस किया। घर में शांति स्थापित हुई, मानसिक सुकून मिला और आर्थिक स्थिति में भी सुधार हुआ। गौसेवा ने मुझे आत्मिक आनंद और सुख-समृद्धि प्रदान की।

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