बुध की मारक दशा में गणेश जी की आराधना
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गणेश जी की आराधना |
ज्योतिष शास्त्र में बुध ग्रह को बुद्धि, वाणी, व्यापार, तर्कशक्ति और संचार का कारक माना गया है। जब कुंडली में बुध की स्थिति कमजोर या अशुभ होती है, तो इसे बुध की मारक दशा कहा जाता है। इस दशा में व्यक्ति को मानसिक तनाव, व्यापार में हानि, संचार में बाधा और निर्णय लेने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इस समय गणेश जी की आराधना अत्यंत फलदायी मानी जाती है। गणपति जी को विघ्नहर्ता और बुद्धि के देवता कहा जाता है। उनकी कृपा से बुध ग्रह की अशुभता दूर होती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
बुध ग्रह और उसकी मारक दशा का प्रभाव
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बुध ग्रह और उसकी मारक दशा का प्रभाव |
बुध ग्रहकी अशुभ दशा जीवन के विभिन्न क्षेत्रों को प्रभावित कर सकती है। इसके कुछ प्रमुख लक्षण निम्नलिखित हैं:
मानसिक अस्थिरता: विचारों में उलझन और चिंता बढ़ जाती है।
वाणी में दोष: बोलचाल में कटुता और गलतफहमियाँ बढ़ती हैं।
आर्थिक समस्याएँ: धन हानि और व्यापार में नुकसान होने की संभावना रहती है।
स्वास्थ्य संबंधी परेशानियाँ: तंत्रिका तंत्र से जुड़ी समस्याएँ, त्वचा रोग और पाचन तंत्र में विकार उत्पन्न होते हैं।
गणेश जी की आराधना का महत्व
भगवान गणेश को विघ्नहर्ता और बुद्धि के देवता माना जाता है। बुध की मारक दशा में गणेश जी की पूजा करने से नकारात्मक प्रभाव कम होते हैं और जीवन में शांति, सफलता और समृद्धि आती है।
बुध दोष निवारण के लिए गणेश जी की आराधना के उपाय
- गणेश मंत्र का जाप:
“ॐ गं गणपतये नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें।
बुध ग्रह के मंत्र: “ॐ बुं बुधाय नमः” का भी जाप करें।
गणेश जी को दूर्वा अर्पित करें: बुधवार के दिन गणेश जी को 21 दूर्वा दल अर्पित करें।
लड्डू का भोग लगाएँ: मोदक और बेसन के लड्डू भगवान गणेश को प्रिय हैं। उन्हें भोग लगाकर प्रसाद रूप में बाँटें।
बुधवार का व्रत रखें: बुध ग्रह के दोषों को शांत करने के लिए बुधवार का उपवास अत्यंत प्रभावी है।
गणेश चालीसा और गणेश स्तोत्र का पाठ करें: प्रतिदिन गणेश चालीसा और गणेश स्तोत्र का पाठ करने से बुध ग्रह के नकारात्मक प्रभाव कम होते हैं।
गणेश जी की प्रतिमा की स्थापना और पूजा विधि
घर के पूजा स्थान में गणेश जी की मूर्ति या चित्र स्थापित करें।
प्रतिदिन उन्हें सिंदूर, अक्षत, और दूर्वा अर्पित करें।
घी का दीपक और अगरबत्ती जलाकर उनकी आरती करें।
गणेश जी की आराधना के लाभ
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गणेश जी की आराधना के लाभ |
बुद्धि और निर्णय क्षमता में वृद्धि
वाणी में मधुरता और संवाद में सुधार
आर्थिक स्थिति में सुधार और व्यापार में सफलता
मानसिक शांति और तनाव से मुक्ति
स्वास्थ्य में सुधार और रोगों से बचाव
बुध की मारक दशा जीवन में कई तरह की चुनौतियाँ लेकर आती है, लेकिन भगवान गणेश जी की सच्चे मन से आराधना करने पर इन समस्याओं का समाधान संभव है। नियमित पूजा, मंत्र जाप और उपायों को अपनाकर व्यक्ति अपने जीवन में शांति, समृद्धि और सफलता प्राप्त कर सकता है।
खजराना इंदौर, के निवासी को कछुए वाली अंगूठी से जीवन में स्थिरता का अनुभव!
मेरा नाम अजय शर्मा है, मैं खजराना, इंदौर में रहता हूँ। मुझे हमेशा अपने जीवन में अस्थिरता का अनुभव होता था, नौकरी में बार-बार बदलाव और परिवार में मनमुटाव बना रहता था। ज्योतिषाचार्य मनोज साहू जी से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि मेरी कुंडली में राहु दोष है, जिससे अस्थिरता बनी हुई है। उन्होंने चांदी की कछुए वाली अंगूठी पहनने की सलाह दी। अंगूठी पहनने के बाद मेरा जीवन स्थिर हुआ, नौकरी में तरक्की मिली और परिवार में प्रेमभाव बढ़ा।
राजमोहन नगर इंदौर, के निवासी को बुध की मारक दशा में गणेश जी की आराधना से राहत!
मेरा नाम संतोष यादव है, मैं राजमोहन नगर, इंदौर में रहता हूँ। हाल ही में बुध की मारक दशा के कारण मानसिक तनाव और व्यापार में नुकसान झेल रहा था। ज्योतिषाचार्य मनोज साहू जी से परामर्श लिया। उन्होंने गणेश जी की आराधना और विशेष मंत्र जाप करने की सलाह दी। कुछ ही समय में राहत महसूस हुई—मन शांत हुआ और व्यापार में सुधार आया।