सरकारी या प्राइवेट जॉब: कुंडली क्या कहती है
जब करियर चुनने की बात आती है, तो हमारे मन में अक्सर यह सवाल उठता है — सरकारी नौकरी बेहतर है या प्राइवेट जॉब? दोनों के अपने फायदे और चुनौतियाँ हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपकी कुंडली यह बता सकती है कि आपके लिए सरकारी नौकरी का योग है या प्राइवेट सेक्टर में सफलता मिलेगी?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कुंडली में ग्रहों की स्थिति और भावों का संयोग यह तय करता है कि व्यक्ति को किस तरह की नौकरी में सफलता और स्थिरता मिलेगी। इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि सरकारी और प्राइवेट जॉब के लिए कौन-से ग्रह और भाव ज़रूरी हैं, कुंडली कैसे यह तय करती है कि किस क्षेत्र में आपका करियर चमकेगा, और सफलता के लिए क्या ज्योतिषीय उपाय किए जा सकते हैं।
सरकारी और प्राइवेट जॉब के लिए ज़रूरी ग्रह और भाव
सूर्य : सरकारी नौकरी का कारक ग्रह
- सूर्य सत्ता, शासन, सम्मान और अधिकार का प्रतीक है।
- सरकारी नौकरी में सफलता के लिए कुंडली में सूर्य की स्थिति मज़बूत होनी चाहिए।
- दशम (10वें) भाव में सूर्य होने से व्यक्ति को सरकारी सेवाओं में उच्च पद मिल सकता है।
शनि : मेहनत और स्थिरता का ग्रह
- शनि अनुशासन, कड़ी मेहनत और लंबी अवधि तक स्थिरता का प्रतीक है।
- सरकारी नौकरी में संघर्ष और धैर्य की ज़रूरत होती है, जो शनि की स्थिति से जुड़ा है।
- शनि की मज़बूत स्थिति व्यक्ति को स्थिर, सुरक्षित और दीर्घकालिक करियर दिलाती है।
मंगल : ऊर्जा और निर्णय लेने की क्षमता
- मंगल साहस, पराक्रम और नेतृत्व का कारक है।
- आईपीएस, पुलिस, डिफेंस, टेक्निकल जॉब्स में मंगल की मज़बूत स्थिति सफलता दिलाती है।
- अगर दशम भाव में मंगल हो, तो व्यक्ति को सरकारी या प्रशासनिक सेवाओं में उच्च पद मिल सकता है।
बुध : प्राइवेट जॉब और व्यवसाय का ग्रह
- बुध बुद्धि, संवाद कौशल, तर्कशक्ति और व्यापार का कारक है।
- प्राइवेट सेक्टर में तेज़ी से तरक्की पाने के लिए बुध की मज़बूत स्थिति ज़रूरी है।
- बुध की शुभ स्थिति व्यक्ति को मार्केटिंग, मैनेजमेंट, आईटी और बिज़नेस में सफल बनाती है।
गुरु : ज्ञान और उच्च पद का कारक
- गुरु ज्ञान, शिक्षा, मार्गदर्शन और न्याय का ग्रह है।
- गुरु की मज़बूत स्थिति शिक्षा, प्रशासन और काउंसलिंग से जुड़े क्षेत्रों में सफलता दिलाती है।
- नवम भाव में गुरु होने से व्यक्ति को सरकारी सेवाओं में भाग्य का साथ मिलता है।
सरकारी नौकरी के लिए कुंडली में योग
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सरकारी नौकरी के लिए कुंडली में योग |
दशम भाव: करियर और प्रशासन का घर
- सूर्य, शनि, मंगल या गुरु की मज़बूत स्थिति दशम भाव में सरकारी नौकरी के योग बनाती है।
- शुभ ग्रहों की दृष्टि दशम भाव पर होने से सरकारी जॉब में प्रमोशन और स्थिरता मिलती है।
छठा भाव : प्रतियोगिता और संघर्ष का घर
- छठे भाव का मज़बूत होना सरकारी नौकरी की कठिन परीक्षाओं और प्रतिस्पर्धा में सफलता दिलाता है।
- शनि और मंगल की स्थिति इस भाव में संघर्ष के बाद मिलने वाली स्थिर सफलता दिखाती है।
नवम भाव : भाग्य और अवसर का घर
- नवम भाव में गुरु या सूर्य की मज़बूत स्थिति सरकारी सेवाओं में भाग्य का साथ और उच्च पद दिलाती है।
प्राइवेट जॉब के लिए कुंडली में योग
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प्राइवेट जॉब के लिए कुंडली में योग |
सप्तम भाव : साझेदारी और व्यवसाय का भाव
- बुध और शुक्र की मज़बूत स्थिति सप्तम भाव में प्राइवेट सेक्टर में तेज़ी से तरक्की दिलाती है।
- आईटी, मार्केटिंग, मीडिया और क्रिएटिव फील्ड्स के लिए सप्तम भाव का मज़बूत होना ज़रूरी है।
एकादश भाव : आय और लाभ का घर
- प्राइवेट जॉब में अच्छा वेतन और बोनस पाने के लिए एकादश भाव का मज़बूत होना ज़रूरी है।
- शुक्र, बुध और गुरु की शुभ स्थिति इस भाव में तेज़ी से वित्तीय उन्नति दिखाती है।
सरकारी और प्राइवेट जॉब के लिए ज्योतिषीय उपाय
सरकारी नौकरी के लिए उपाय:
- रोज़ सुबह सूर्य को जल चढ़ाएँ और “ॐ घृणि सूर्याय नमः” मंत्र का जाप करें।
- शनिवार को पीपल के पेड़ पर जल अर्पित करें और शनि मंत्र का जाप करें।
- मंगलवार को हनुमान जी की पूजा करें और मसूर दाल का दान करें।
प्राइवेट जॉब के लिए उपाय:
- बुधवार को गणेश जी की पूजा करें और “ॐ बुं बुधाय नमः” मंत्र का जाप करें।
- शुक्रवार को माँ लक्ष्मी की आराधना करें और सफेद कपड़े और मिठाई का दान करें।
- गुरुवार को गुरु मंत्र का जाप करें और पीले कपड़े पहनें।
वास्तु शास्त्र के उपाय:
- पूर्व दिशा में सूर्य की तस्वीर लगाएँ — इससे सरकारी नौकरी में सफलता मिलती है।
- उत्तर दिशा को साफ और हल्का रखें — इससे प्राइवेट जॉब में तेज़ी से तरक्की होती है।
- मुख्य दरवाज़े पर स्वस्तिक का चिन्ह बनाएँ — यह सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है।
सरकारी और प्राइवेट नौकरी दोनों के लिए कुंडली में अलग-अलग ग्रहों और भावों की भूमिका होती है। अगर आपकी कुंडली में सूर्य, शनि, मंगल और गुरु मज़बूत हैं, तो सरकारी नौकरी में सफलता के योग प्रबल हैं। वहीं, अगर बुध, शुक्र और एकादश भाव मज़बूत हैं, तो प्राइवेट जॉब या बिज़नेस में तरक्की के संकेत मिलते हैं।
अगर ग्रहों की स्थिति प्रतिकूल है, तो सही ज्योतिषीय उपाय, मंत्र जाप और दान के ज़रिए आप अपने करियर को सही दिशा दे सकते हैं।