आई ए एस (IAS), आई पी एस (IPS) जैसी उच्च पदों की नौकरी के लिए ग्रह योग: जानिए सफलता के ज्योतिषीय रहस्य
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आईएएस, आईपीएस |
आईएएस (IAS), आईपीएस (IPS) और अन्य उच्च प्रशासनिक सेवाओं में नौकरी पाना सिर्फ एक पेशा नहीं, बल्कि सम्मान, शक्ति और सेवा का प्रतीक है। इन पदों पर पहुँचने के लिए न केवल कड़ी मेहनत और लगन की ज़रूरत होती है, बल्कि ग्रहों की अनुकूलता और भाग्य का साथ भी ज़रूरी है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, व्यक्ति की कुंडली में कुछ विशेष योग और ग्रहों की स्थिति उसे प्रशासनिक सेवाओं में सफलता, अधिकार और प्रतिष्ठा दिला सकती है। इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि आईएएस, आईपीएस बनने के लिए कौन-से ग्रह योग ज़रूरी हैं, कुंडली में कौन-से भाव और ग्रह उच्च पदों का संकेत देते हैं, और इन योगों को मजबूत करने के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं।
आईएएस, आईपीएस जैसी उच्च पदों के लिए ज़रूरी ग्रह और भाव
सूर्य : नेतृत्व और प्रतिष्ठा का प्रतीक
- सूर्य सत्ता, प्रशासन, आत्मविश्वास और नेतृत्व का कारक है।
- मज़बूत सूर्य व्यक्ति को सरकारी नौकरी, उच्च पद और सम्मान दिलाता है।
- अगर सूर्य दशम (10वें) भाव में या शुभ ग्रहों के साथ हो, तो व्यक्ति प्रशासनिक सेवाओं में सफलता पाता है।
मंगल : शक्ति और निर्णय लेने की क्षमता
- मंगल ऊर्जा, साहस, दृढ़ निश्चय और अनुशासन का प्रतीक है।
- आईपीएस जैसी पुलिस सेवाओं में सफलता के लिए मंगल की मज़बूत स्थिति ज़रूरी है।
- अगर मंगल दशम, छठे या लग्न भाव में हो, तो व्यक्ति साहसी, निडर और न्यायप्रिय होता है।
शनि : अनुशासन और कर्मफल दाता
- शनि कर्म, अनुशासन, धैर्य और न्याय का कारक है।
- मज़बूत शनि व्यक्ति को कठिन मेहनत, धैर्य और संघर्ष के बाद सफलता दिलाता है।
- शनि की शुभ दृष्टि और दशम भाव में स्थिति लंबे समय तक स्थिरता और उच्च पद दिलाती है।
गुरु : ज्ञान और नैतिकता का प्रतीक
- गुरु शिक्षा, ज्ञान, निर्णय क्षमता और अच्छे कर्मों को दर्शाता है।
- मज़बूत गुरु सिविल सेवाओं की परीक्षा में सफलता, विद्वता और उच्च पद दिलाता है।
- नवम (9वें) भाव में गुरु की स्थिति भाग्य को मज़बूत बनाती है।
बुध : बुद्धि और तर्क शक्ति
- बुध बुद्धिमत्ता, संवाद कौशल और तार्किक सोच का कारक है।
- आईएएस जैसी परीक्षाओं में सामान्य ज्ञान, विश्लेषण और उत्तर लेखन के लिए बुध का मज़बूत होना ज़रूरी है।
- पंचम (5वें) या दशम (10वें) भाव में बुध की स्थिति प्रशासनिक सेवाओं में सफलता दिलाती है।
कुंडली में उच्च पद के लिए ज़रूरी योग
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कुंडली |
राजयोग:
- जब कुंडली में केन्द्र (1, 4, 7, 10) भावों के स्वामी त्रिकोण (1, 5, 9) भावों के स्वामी के साथ युति या दृष्टि में होते हैं, तो राजयोग बनता है।
- राजयोग व्यक्ति को उच्च पद, सम्मान और सफलता दिलाता है।
सूर्य-शनि योग:
- जब सूर्य और शनि एक साथ शुभ स्थिति में हों, तो व्यक्ति सरकारी सेवाओं में उच्च पद पाता है।
- इस योग से व्यक्ति नेतृत्व और अनुशासन के साथ न्यायप्रियता से काम करता है।
बुध-गुरु योग:
- जब बुध और गुरु की युति या दृष्टि होती है, तो व्यक्ति बुद्धिमान, ज्ञानी और तार्किक सोच वाला बनता है।
- यह योग आईएएस जैसी परीक्षाओं में सफलता दिलाने में मदद करता है।
दशमेश (10वें भाव का स्वामी) की शुभ स्थिति:
आईएएस, आईपीएस बनने के लिए ज्योतिषीय उपाय
सूर्य : को मज़बूत करें:
- रोज़ सुबह सूर्य को जल अर्पित करें।
- “ॐ घृणि सूर्याय नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें।
- लाल चंदन का तिलक लगाएँ और गेहूँ का दान करें।
मंगल : को अनुकूल बनाएँ:
- मंगलवार को हनुमान जी की पूजा करें।
- “ॐ भौमाय नमः” मंत्र का जाप करें।
- मसूर दाल और गुड़ का दान करें।
शनि : की कृपा प्राप्त करें:
- शनिवार को पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाएँ।
- “ॐ शं शनैश्चराय नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें।
- काले तिल, लोहे और सरसों के तेल का दान करें।
गुरु : को मज़बूत करें:
- गुरुवार को केले के पेड़ की पूजा करें।
- “ॐ बृं बृहस्पतये नमः” मंत्र का जाप करें।
- पीले वस्त्र और चने की दाल का दान करें।
बुध : को सशक्त करें:
- बुधवार को हरे कपड़े पहनें।
- “ॐ बुं बुधाय नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें।
- गणेश जी की पूजा करें और हरी मूँग दाल का दान करें।
आईएएस, आईपीएस जैसी उच्च प्रशासनिक सेवाओं में सफलता पाने के लिए कड़ी मेहनत, सही दिशा और ग्रहों की अनुकूलता ज़रूरी है। कुंडली में सूर्य, मंगल, शनि, गुरु और बुध की मज़बूत स्थिति और दशम भाव का सशक्त होना इस दिशा में सफलता दिला सकता है।
अगर ग्रहों की स्थिति प्रतिकूल है, तो सही ज्योतिषीय उपाय, मंत्र जाप और दान के ज़रिए आप ग्रहों को अनुकूल बना सकते हैं और उच्च प्रशासनिक सेवाओं में सफलता और सम्मान पा सकते हैं।