क्या वास्तु दोष ग्रहों को अशुभ बनाता है
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वास्तु दोष ग्रहों |
वास्तु शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र ये दोनों ही प्राचीन भारतीय विज्ञान हैं, जो हमारे जीवन को ऊर्जा, संतुलन और सकारात्मकता से जोड़ते हैं। जहाँ ज्योतिष ग्रहों की चाल और प्रभाव के ज़रिए हमारे जीवन की घटनाओं को दर्शाता है, वहीं वास्तु शास्त्र हमारे रहने और काम करने की जगह को ऊर्जा संतुलन के अनुसार व्यवस्थित करने की प्रणाली है।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि वास्तु दोष आपके ग्रहों को भी अशुभ बना सकता है? अगर घर या ऑफिस का वास्तु सही नहीं है, तो इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा, आर्थिक तंगी, स्वास्थ्य समस्याएँ और रिश्तों में तनाव बढ़ सकता है और इसके पीछे कई बार ग्रहों की अशुभता भी जुड़ी होती है।
इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि वास्तु दोष और ग्रहों के बीच क्या संबंध है, कौन-से वास्तु दोष ग्रहों को अशुभ बनाते हैं और वास्तु दोष को दूर करने के सरल ज्योतिषीय उपाय क्या हैं
वास्तु दोष और ग्रहों के बीच संबंध
दिशाओं और ग्रहों का संबंध:
वास्तु शास्त्र में दिशाओं का सीधा संबंध नौ ग्रहों से माना जाता है। अगर किसी दिशा में वास्तु दोष है, तो उससे जुड़ा ग्रह भी अशुभ प्रभाव देने लगता है।
दिशा | ग्रह | वास्तु दोष का असर |
---|---|---|
पूर्व (East) | सूर्य (Sun) | स्वास्थ्य, आत्मविश्वास में कमी |
उत्तर (North) | बुध (Mercury) | वाणी, व्यापार और बुद्धि पर असर |
दक्षिण (South) | मंगल (Mars) | क्रोध, दुर्घटनाएँ, रक्त विकार |
पश्चिम (West) | शनि (Saturn) | आर्थिक तंगी, संघर्ष, देरी |
उत्तर-पूर्व (NE) | गुरु (Jupiter) | भाग्य में बाधा, शिक्षा में रुकावट |
दक्षिण-पूर्व (SE) | शुक्र (Venus) | वैवाहिक जीवन में अशांति |
उत्तर-पश्चिम (NW) | चंद्रमा (Moon) | मानसिक तनाव, निर्णय में असमंजस |
दक्षिण-पश्चिम (SW) | राहु (Rahu) | नेगेटिव एनर्जी, झगड़े, भ्रम |
वास्तु दोष कैसे ग्रहों को अशुभ बनाते हैं?
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वास्तु दोष |
पूर्व दिशा का दोष: सूर्य को अशुभ बनाता है
- दोष: घर का मुख्य दरवाज़ा या खिड़की बंद हो, अंधेरा या गंदगी हो।
- प्रभाव: आत्मविश्वास में कमी, स्वास्थ्य समस्याएँ, सरकारी कामों में रुकावट।
- उपाय: रोज़ सुबह सूर्य को जल चढ़ाएँ, घर के पूर्वी हिस्से को साफ़ और रोशन रखें।
उत्तर दिशा का दोष: बुध को अशुभ बनाता है
- दोष: उत्तर दिशा में भारी सामान, कूड़ा या अव्यवस्था।
- प्रभाव: व्यापार में घाटा, मानसिक अशांति, वाणी में कठोरता।
- उपाय: बुधवार को गणेश जी की पूजा करें, उत्तर दिशा में हरे पौधे लगाएँ।
दक्षिण दिशा का दोष: मंगल को अशुभ बनाता है
- दोष: दक्षिण में पानी का स्रोत या हल्का सामान।
- प्रभाव: क्रोध, झगड़े, दुर्घटनाएँ, रक्त विकार।
- उपाय: मंगलवार को हनुमान जी को सिंदूर चढ़ाएँ, मसूर दाल का दान करें।
पश्चिम दिशा का दोष: शनि को अशुभ बनाता है
- दोष: पश्चिम में खुली जगह या जल स्रोत।
- प्रभाव: आर्थिक तंगी, कार्यों में देरी, संघर्ष और स्वास्थ्य समस्याएँ।
- उपाय: शनिवार को पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाएँ, काले तिल का दान करें।
उत्तर-पूर्व दिशा का दोष: गुरु को अशुभ बनाता है
- दोष: गंदगी, भारी सामान या शौचालय।
- प्रभाव: भाग्य में बाधा, शिक्षा में रुकावट, संतान संबंधी समस्याएँ।
- उपाय: गुरुवार को केले के पेड़ की पूजा करें, पीले वस्त्र और चने की दाल का दान करें।
दक्षिण-पूर्व दिशा का दोष: शुक्र को अशुभ बनाता है
- दोष: पानी का स्रोत या भारी सामान।
- प्रभाव: वैवाहिक जीवन में तनाव, भौतिक सुखों में कमी।
- उपाय: शुक्रवार को सफेद फूल चढ़ाएँ, सफेद कपड़े और मिठाई का दान करें।
उत्तर-पश्चिम दिशा का दोष: चंद्रमा को अशुभ बनाता है
- दोष: अव्यवस्था, भारी सामान या गंदगी
- प्रभाव: मानसिक अस्थिरता, नींद की समस्या, मूड स्विंग।
- उपाय: सोमवार को शिवलिंग पर जल चढ़ाएँ, सफेद चंदन का तिलक लगाएँ।
दक्षिण-पश्चिम दिशा का दोष: राहु को अशुभ बनाता है
- दोष: उत्तर-पूर्व में रसोई या भारी निर्माण।
- प्रभाव: नेगेटिव एनर्जी, भ्रम, विवाद, कानूनी समस्याएँ।
- उपाय: शनिवार को काले तिल और नारियल जल में प्रवाहित करें।
वास्तु दोष दूर करने के सरल उपाय
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वास्तु दोष दूर करने के सरल उपाय |
- मुख्य दरवाज़े को साफ़ और सकारात्मक रखें: मुख्य दरवाज़ा घर में ऊर्जा का प्रवेश द्वार है। इसे हमेशा साफ़ रखें और वहाँ स्वस्तिक या तोरण लगाएँ।
- तुलसी का पौधा उत्तर-पूर्व में लगाएँ: तुलसी सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाती है और वास्तु दोष को कम करती है।
- कपूर जलाएँ: रोज़ घर में कपूर जलाने से नेगेटिव एनर्जी दूर होती है।
- दक्षिण-पश्चिम में भारी सामान रखें: इससे घर में स्थिरता और संतुलन बना रहता है।
- उत्तर दिशा को खुला और साफ़ रखें: उत्तर दिशा से धन और समृद्धि की ऊर्जा आती है।
वास्तु दोष और ग्रहों की स्थिति एक-दूसरे से गहराई से जुड़े हुए हैं। अगर आपके घर या ऑफिस में वास्तु दोष है, तो इससे संबंधित ग्रह अशुभ प्रभाव देने लगते हैं, जिससे स्वास्थ्य, करियर, संबंधों और आर्थिक स्थिति में समस्याएँ आ सकती हैं।
सही वास्तु नियमों का पालन करके और सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखने वाले उपाय अपनाकर आप न केवल ग्रहों को शुभ बना सकते हैं, बल्कि जीवन में सुख, समृद्धि और शांति भी ला सकते हैं।
जी हाँ, वास्तु दोष का सीधा असर ग्रहों की ऊर्जा पर पड़ता है, जिससे वे अशुभ फल देने लगते हैं। मुंबई के अंधेरी निवासी रोहन कपूर ने अपने करियर में लगातार रुकावटों और असफलताओं का सामना किया। ज्योतिषी साहू जी से परामर्श लेने पर पता चला कि उनके ऑफिस की उत्तर-पूर्व दिशा में वास्तु दोष है, जिससे बुध और गुरु ग्रह कमजोर हो रहे थे। साहू जी द्वारा बताए गए वास्तु उपाय अपनाने के बाद रोहन के करियर में तेजी से उन्नति हुई और उनकी समस्याएं खत्म होने लगीं।
अजय वर्मा, वाराणसी, उत्तर प्रदेश