मोती रत्न से मन को मिलती है शांति व एकाग्रता

 

मोती रत्न से मन को मिलती है शांति व एकाग्रता

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मोती रत्न से मन को मिलती है शांति व एकाग्रता

मोती रत्न (Pearl) को चंद्रमा का प्रतिनिधि माना जाता है। यह रत्न अपनी शीतलता और सौम्यता के लिए प्रसिद्ध है। मोती पहनने से मन को शांति, एकाग्रता और मानसिक स्थिरता प्राप्त होती है। यह न केवल ज्योतिषीय दृष्टि से बल्कि स्वास्थ्य और भावनात्मक संतुलन के लिए भी अत्यंत लाभकारी है। आइए जानते हैं, मोती रत्न से मिलने वाले विभिन्न लाभ और इसे धारण करने की सही विधि।

मोती रत्न क्या है?

मोती एक जैविक रत्न है, जो समुद्री सीप (Oyster) में उत्पन्न होता है। यह सफेद, गुलाबी, क्रीम, और हल्के पीले रंगों में पाया जाता है। ज्योतिष में सफेद मोती को सबसे शुभ और प्रभावशाली माना गया है।

ज्योतिष में मोती का महत्व

ज्योतिष में मोती का महत्व

मोती को चंद्रमा का रत्न कहा जाता है। कुंडली में जब चंद्रमा कमजोर होता है तो व्यक्ति मानसिक अस्थिरता, चिंता और असंतोष का अनुभव करता है। इस स्थिति में मोती रत्न धारण करने से चंद्रमा की ऊर्जा को संतुलित किया जा सकता है।

मोती रत्न के अद्भुत लाभ

  1. मानसिक शांति और स्थिरता: मोती रत्न मन को ठंडक देता है, जिससे व्यक्ति तनावमुक्त रहता है।

  2. एकाग्रता में वृद्धि: यह रत्न ध्यान और अध्ययन में एकाग्रता बढ़ाने में सहायक होता है।

  3. भावनात्मक संतुलन: मोती पहनने से व्यक्ति अपने भावनाओं पर नियंत्रण रख पाता है।

  4. स्वस्थ नींद: जिन लोगों को अनिद्रा की समस्या होती है, उनके लिए मोती अत्यंत लाभकारी है।

  5. आत्मविश्वास में वृद्धि: यह रत्न आत्मविश्वास को बढ़ाकर निर्णय लेने की क्षमता को सशक्त बनाता है।

  6. सौम्यता और आकर्षण: मोती पहनने वाले व्यक्ति के व्यक्तित्व में एक अलग चमक और आकर्षण आता है।

मोती रत्न पहनने की सही विधि

  • धातु: चांदी में मोती जड़वाना सबसे उत्तम है।

  • अंगुली: छोटी उंगली (कनिष्ठिका) में पहनना शुभ माना जाता है।

  • दिन: सोमवार के दिन इसे शुभ मुहूर्त में धारण करें।

  • मंत्र: "ॐ सों सोमाय नमः" मंत्र का 108 बार जाप करें।

किन लोगों को मोती रत्न धारण करना चाहिए?

किन लोगों को मोती रत्न धारण करना चाहिए?

  • जिन्हें मानसिक तनाव और चिंता होती है।

  • जिनकी कुंडली में चंद्रमा अशुभ स्थिति में है।

  • जो पढ़ाई में एकाग्रता बढ़ाना चाहते हैं।

  • जिन लोगों को भावनात्मक असंतुलन का सामना करना पड़ता है।

सावधानियाँ

  • केवल शुद्ध और असली मोती ही धारण करें।

  • किसी अनुभवी ज्योतिष की सलाह अवश्य लें।

  • मोती का वजन आपकी कुंडली के अनुसार निर्धारित करें।

मोती रत्न एक दिव्य और शांतिदायक रत्न है, जो मानसिक शांति, एकाग्रता और भावनात्मक स्थिरता प्रदान करता है। सही विधि और सावधानियों के साथ इसे धारण करने से जीवन में सुख, शांति और संतुलन बना रहता है। यदि आप भी मानसिक अशांति या ध्यान की कमी से परेशान हैं, तो मोती रत्न आपके लिए एक उत्तम उपाय साबित हो सकता है।

राजमोहल्ला इंदौर, के निवासी को मोती रत्न धारण करने से मानसिक शांति का अनुभव!

मेरा नाम अमित शर्मा है, मैं राजमोहल्ला, इंदौर में रहता हूँ। मेरे मन में हमेशा बेचैनी बनी रहती थी, निर्णय लेने में कठिनाई होती थी और एकाग्रता की कमी महसूस होती थी। मैंने ज्योतिषाचार्य मनोज साहू जी से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि मेरी कुंडली में चंद्र दोष है और मोती रत्न धारण करने की सलाह दी। मोती पहनने के बाद मेरा मन शांत हुआ, विचारों में स्थिरता आई और ध्यान केंद्रित करने की शक्ति बढ़ी।

भंवरकुआं इंदौर, के निवासी को मूंगा धारण करने से साहस और ऊर्जा मिली!

मेरा नाम रवि दुबे है, मैं भंवरकुआं, इंदौर में रहता हूँ। हमेशा भय और आत्मविश्वास की कमी महसूस होती थी, निर्णय लेने में कठिनाई होती थी। मैंने ज्योतिषाचार्य मनोज साहू जी से संपर्क किया। उन्होंने मेरी कुंडली देखकर बताया कि मंगल कमजोर है और मूंगा धारण करने की सलाह दी। इसे पहनने के बाद साहस बढ़ा, निर्णय शक्ति मजबूत हुई और जीवन में नई ऊर्जा का संचार हुआ।

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