व्यापार में बरकत के लिए इन 5 वास्तु टिप्स को अपनाएं
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व्यापार में बरकत |
व्यापार में सफलता और बरकत के लिए मेहनत के साथ-साथ सही ऊर्जा का होना भी ज़रूरी है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करने के लिए कुछ खास नियमों का पालन करना चाहिए। सही दिशा, सही सजावट और उचित व्यवस्था से व्यापार में उन्नति होती है। आइए जानते हैं व्यापार में बरकत के लिए 5 महत्वपूर्ण और विस्तृत वास्तु टिप्स।.
दुकान या ऑफिस की सही दिशा चुनें
वास्तु शास्त्र के अनुसार, व्यापार स्थल की दिशा का बहुत महत्व है। उत्तर, पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा में प्रवेश द्वार होने से सकारात्मक ऊर्जा आती है और व्यापार में वृद्धि होती है। अगर आपका ऑफिस या दुकान दक्षिण दिशा में है, तो प्रवेश द्वार पर मंगल यंत्र या स्वास्तिक का चिन्ह लगाएं। इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
इसके अलावा, दरवाजे को साफ-सुथरा और आकर्षक रखें। टूटे हुए दरवाजे या दरवाजे पर रुकावटें अशुभ मानी जाती हैं। व्यापार स्थल में प्रवेश करते समय एक सुंदर और सकारात्मक वाइब्स देने वाला स्वागत कक्ष या सजावट होनी चाहिए।
कैश काउंटर की सही स्थिति
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कैश काउंटर की सही स्थिति |
कैश काउंटर को हमेशा दक्षिण या पश्चिम दिशा की ओर मुंह करके रखें। इससे धन की स्थिरता बनी रहती है। काउंटर को कभी खाली न रखें, उसमें सदैव कुछ नकद राशि रखें। काउंटर के अंदर लाल कपड़ा बिछाएं और उस पर चांदी का सिक्का रखें। इससे धन वृद्धि होती है।
इसके अलावा, तिजोरी या कैश बॉक्स को दक्षिण दिशा में इस तरह रखें कि उसका दरवाज़ा उत्तर की ओर खुले। यह कुबेर की दिशा मानी जाती है, जो धन और समृद्धि को आकर्षित करती है।
व्यापार स्थल की स्वच्छता और सजावट
स्वच्छ और व्यवस्थित स्थान से सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। व्यापार स्थल पर कभी भी टूटे-फूटे सामान या खराब चीजें न रखें। दुकान या ऑफिस में हल्के और सकारात्मक रंगों का उपयोग करें, जैसे सफेद, क्रीम, हल्का पीला या हरा।
सजावट के लिए मनी प्लांट या तुलसी का पौधा उत्तर-पूर्व दिशा में रखें। इससे वातावरण शुद्ध और सकारात्मक बना रहता है। दीवारों पर प्रेरणादायक कोट्स या देवी-देवताओं की तस्वीरें लगाएं, जो सकारात्मकता को बढ़ावा देती हैं।
कुबेर यंत्र और धन के प्रतीक
व्यापार स्थल पर कुबेर यंत्र, श्रीयंत्र या लक्ष्मी जी की तस्वीर लगाना शुभ माना जाता है। इससे धन आगमन में वृद्धि होती है। इसके अलावा, गणेश जी और माँ सरस्वती की मूर्ति भी व्यापार में शुभ मानी जाती है।
तिजोरी को दक्षिण दिशा में इस तरह रखें कि उसका दरवाज़ा उत्तर की ओर खुले। अगर संभव हो, तो तिजोरी के ऊपर सात मुखी रुद्राक्ष रखें। इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर रहती है और धन में वृद्धि होती है।
पानी का सही स्थान
वास्तु शास्त्र के अनुसार, व्यापार स्थल पर पानी की व्यवस्था उत्तर-पूर्व दिशा में होनी चाहिए। इससे सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है और तरक्की के नए रास्ते खुलते हैं। अगर आपके व्यापार स्थल पर एक्वेरियम रखते हैं, तो उसमें सात सुनहरी मछलियां और एक काली मछली रखें।
इसके अलावा, पानी का कोई स्रोत जैसे फाउंटेन या छोटा जलकुंड भी उत्तर-पूर्व में रखना शुभ होता है। इससे व्यापार में स्थिरता और प्रगति आती है।
अतिरिक्त वास्तु टिप्स
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वास्तु टिप्स |
व्यापार स्थल पर हमेशा सुगंधित धूपबत्ती या कपूर जलाएं, इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
ऑफिस में बैठने की व्यवस्था इस तरह करें कि मालिक का चेहरा उत्तर या पूर्व दिशा की ओर रहे।
व्यापार स्थल के मुख्य द्वार पर मंगलकारी प्रतीक जैसे स्वास्तिक या ॐ का चिन्ह लगाएं।
कांच का शोपीस या क्रिस्टल बॉल उत्तर-पूर्व दिशा में रखें, इससे सकारात्मक ऊर्जा आकर्षित होती है।
इन सरल और प्रभावी वास्तु टिप्स को अपनाकर आप अपने व्यापार में सफलता और बरकत पा सकते हैं। सकारात्मक ऊर्जा, सही दिशा और उचित व्यवस्था से आपके काम में स्थिरता और उन्नति निश्चित है। अगर आपके व्यापार में बार-बार रुकावटें आ रही हैं, तो इन उपायों को अपनाकर समृद्धि और सफलता को आमंत्रित करें।
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