करियर में असफलता का कारण हो सकते हैं ये ग्रह दोष
करियर में सफलता और असफलता केवल मेहनत और योग्यता पर ही निर्भर नहीं करती कई बार हमारी कुंडली में ग्रहों की स्थिति भी हमारे पेशेवर जीवन को प्रभावित करती है। भारतीय ज्योतिष के अनुसार, नवग्रह (सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु और केतु) हमारे जीवन के हर पहलू पर अपना प्रभाव डालते हैं। जब ग्रह शुभ स्थिति में होते हैं, तो करियर में तरक्की, सफलता और सम्मान मिलता है, लेकिन जब ये अशुभ होते हैं या दोषपूर्ण स्थिति में होते हैं, तो असफलता, बाधाएँ और निराशा जीवन में आ जाती हैं।
इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि करियर में असफलता के पीछे कौन-से ग्रह दोष जिम्मेदार हो सकते हैं, ये कैसे पहचानें, और ज्योतिषीय उपायों के माध्यम से इनका समाधान कैसे करें
सूर्य दोष आत्मविश्वास और मान-सम्मान में कमी
सूर्य ग्रह का प्रभाव:
सूर्य आत्मविश्वास, नेतृत्व क्षमता, सम्मान और सरकारी नौकरी का कारक है। यदि सूर्य कमजोर या पाप ग्रहों (राहु, शनि, केतु) से प्रभावित हो, तो करियर में अस्थिरता आती है।
सूर्य दोष के लक्षण:
- आत्मविश्वास की कमी।
- उच्च अधिकारियों से मतभेद।
- सरकारी नौकरी में बाधाएँ।
- बार-बार जॉब छूटना।
सूर्य दोष के उपाय:
- रोज़ सुबह तांबे के लोटे में जल, गुड़ और लाल फूल मिलाकर सूर्य को अर्घ्य दें।
- "ॐ घृणि सूर्याय नमः" मंत्र का 108 बार जाप करें।
- रविवार को गेहूँ और गुड़ का दान करें।
शनि दोष मेहनत का पूरा फल न मिलना
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शनि दोष |
शनि ग्रह का प्रभाव:
शनि कर्म, अनुशासन, मेहनत और स्थिरता का प्रतीक है। शनि की अशुभ स्थिति करियर में देरी, संघर्ष और असफलता लाती है।
शनि दोष के लक्षण:
- कड़ी मेहनत के बावजूद सफलता नहीं मिलना।
- प्रमोशन में रुकावट।
- नौकरी में अस्थिरता।
- सहकर्मियों से विवाद।
शनि दोष के उपाय:
- शनिवार को पीपल के पेड़ पर सरसों के तेल का दीपक जलाएँ।
- "ॐ शं शनैश्चराय नमः" मंत्र का 108 बार जाप करें।
- काले तिल, उड़द दाल और लोहे का दान करें।
राहु दोष भ्रम और अनिश्चितता
राहु ग्रह का प्रभाव:
राहु अचानक बदलाव, भ्रम, छल-कपट और गलत फैसलों का ग्रह है। राहु की अशुभ स्थिति करियर में अस्थिरता लाती है।
राहु दोष के लक्षण:
- बार-बार जॉब बदलना।
- गलत फैसले और अवसरों का नुकसान।
- करियर में अचानक गिरावट।
- कानूनी समस्याएँ।
राहु दोष के उपाय:
- नारियल, काले तिल और कंबल का दान करें।
- "ॐ रां राहवे नमः" मंत्र का 108 बार जाप करें।
- शनिवार को कुत्ते को रोटी खिलाएँ।
बुध दोष संचार और निर्णय में समस्या
बुध ग्रह का प्रभाव:
बुध ग्रह बुद्धि, तर्कशक्ति, संवाद और व्यापार का कारक है। बुध कमजोर हो, तो करियर में गलत निर्णय और असफलता आती है।
बुध दोष के लक्षण:
- निर्णय लेने में असमंजस।
- इंटरव्यू में असफलता।
- व्यापार में नुकसान।
- संचार में कमी।
बुध दोष के उपाय:
- बुधवार को गणेश जी को दूर्वा (हरी घास) चढ़ाएँ।
- "ॐ बुं बुधाय नमः" मंत्र का जाप करें।
- हरी मूंग और हरे कपड़े का दान करें।
मंगल दोष अधीरता और गलत फैसले
मंगल दोष के लक्षण
- गुस्सा और अधीरता।
- टीमवर्क में समस्याएँ।
- करियर में उतार-चढ़ाव।
- दुर्घटनाओं की संभावना।
मंगल दोष के उपाय
- मंगलवार को हनुमान जी को लाल चोला चढ़ाएँ।
- "ॐ अं अंगारकाय नमः" मंत्र का जाप करें।
- मसूर की दाल और गुड़ का दान करें।
गुरु दोष ज्ञान और मार्गदर्शन की कमी
गुरु ग्रह का प्रभाव:
गुरु ज्ञान, शिक्षा, मार्गदर्शन और अवसरों का ग्रह है। कमजोर गुरु करियर में मार्गदर्शन और सही अवसरों की कमी लाता है।
गुरु दोष के लक्षण:
- शिक्षा और योग्यता के बावजूद असफलता।
- सही मार्गदर्शन की कमी।
- प्रोफेशनल ग्रोथ में बाधा।
- आत्मविश्वास की कमी।
गुरु दोष के उपाय:
- गुरुवार को केले के पेड़ की पूजा करें।
- "ॐ बृं बृहस्पतये नमः" मंत्र का जाप करें।
- पीली वस्तुओं का दान करें।
केतु दोष अस्पष्टता और रुकावटें
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केतु दोष |
केतु ग्रह का प्रभाव
केतु आध्यात्म, रहस्य और अस्थिरता का ग्रह है। इसकी अशुभ स्थिति करियर में अनिश्चितता लाती है।
केतु दोष के लक्षण:
- करियर में अचानक रुकावटें।
- मेहनत के बावजूद सफलता नहीं मिलना।
- गलत लोगों का साथ।
- लक्ष्य में असमंजस।
केतु दोष के उपाय:
- कुत्ते को खाना खिलाएँ।
- "ॐ कें केतवे नमः" मंत्र का जाप करें।
- काले कंबल और नारियल का दान करें।
करियर में ग्रह दोषों को दूर करने के सामान्य उपाय
- भगवान गणेश की पूजा: सभी बाधाओं को दूर करने के लिए गणेश जी की आराधना करें।
- रुद्राक्ष धारण: पंचमुखी रुद्राक्ष पहनने से निर्णय क्षमता मजबूत होती है।
- सूर्य को अर्घ्य दें: रोज़ सुबह सूर्य को जल चढ़ाने से आत्मविश्वास बढ़ता है।
- मंत्र जाप: ग्रह दोषों के निवारण के लिए संबंधित ग्रह के मंत्रों का जाप करें।
- दान-पुण्य करें: ज़रूरतमंदों को अन्न, वस्त्र और शिक्षा का दान करें।