शुभ मुहूर्त में किए गए कार्यों से कैसे बदलता है भाग्य?

 शुभ मुहूर्त में किए गए कार्यों से कैसे बदलता है भाग्य? 

auspicious time-best astrology indore
शुभ मुहूर्त 

भारतीय संस्कृति और ज्योतिष शास्त्र में शुभ मुहूर्त का विशेष महत्व है। चाहे विवाह हो, नया व्यवसाय शुरू करना हो, गृह प्रवेश हो या कोई और बड़ा फैसला — हम हमेशा शुभ मुहूर्त देखकर ही इन कार्यों की शुरुआत करना पसंद करते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि शुभ मुहूर्त में किए गए काम से वास्तव में भाग्य कैसे बदल सकता है? इसके पीछे ज्योतिषीय और वैज्ञानिक दोनों ही दृष्टिकोण से गहरी वजहें हैं।

“सही समय पर किया गया सही कार्य, सफलता की ओर पहला कदम है।”

शुभ मुहूर्त क्या है?

शुभ मुहूर्त वह विशेष समय होता है, जब ग्रह, नक्षत्र और ब्रह्मांडीय ऊर्जा सबसे अनुकूल स्थिति में होते हैं। इस समय में किए गए कार्यों को सकारात्मक ऊर्जा और दिव्य आशीर्वाद प्राप्त होता है।

शुभ मुहूर्त तय करने के मुख्य आधार

  • पंचांग: तिथि, वार, नक्षत्र, योग और करण।
  • ग्रहों की स्थिति: कुंडली में ग्रहों का शुभ स्थान पर होना।
  • चंद्रमा की स्थिति: चंद्रमा की अनुकूल स्थिति मन की शांति और सफलता के लिए ज़रूरी है।
  • लग्न और नक्षत्र: कार्य की प्रकृति के अनुसार शुभ लग्न और नक्षत्र देखे जाते हैं।

शुभ मुहूर्त में किए गए कार्यों से भाग्य कैसे बदलता है?

शुभ मुहूर्त में किए गए कार्यों से भाग्य

 सकारात्मक ऊर्जा और सफलता में वृद्धि: 

शुभ मुहूर्त में किए गए काम ब्रह्मांडीय ऊर्जा के अनुकूल होते हैं। इस समय ग्रहों की स्थिति हमारी मेहनत को सकारात्मक दिशा में ले जाती है, जिससे सफलता जल्दी और आसानी से मिलती है।

उदाहरण:

  • विवाह: शुभ मुहूर्त में किया गया विवाह सुखी और समृद्ध दांपत्य जीवन की ओर ले जाता है।
  • व्यवसाय शुरू करना: इस समय शुरू किए गए बिज़नेस में तरक्की और मुनाफ़े की संभावना बढ़ जाती है।

बाधाओं का नाश: 

जब ग्रह अशुभ स्थिति में होते हैं, तो हमारे कार्यों में बाधाएँ आती हैं। लेकिन शुभ मुहूर्त में किए गए कार्यों से नकारात्मक ऊर्जा कम होती है और राहु-केतु, शनि जैसी बाधाएँ शांत हो जाती हैं।

उदाहरण:

  • गृह प्रवेश: सही मुहूर्त में घर में प्रवेश करने से घर में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है।

निर्णय में स्पष्टता और सही दिशा: 

शुभ मुहूर्त में हमारा मन शांत और सकारात्मक रहता है। ऐसे समय में लिए गए फैसले सही दिशा में ले जाते हैं और उनका असर दीर्घकालिक रूप से शुभ होता है।

उदाहरण:

स्वास्थ्य और दीर्घायु में सुधार: 

स्वास्थ्य और दीर्घायु

शुभ मुहूर्त में किए गए चिकित्सा और स्वास्थ्य से जुड़े निर्णय (जैसे ऑपरेशन, आयुर्वेदिक उपचार) जल्द ठीक होने और बेहतर स्वास्थ्य की संभावना बढ़ाते हैं।

उदाहरण:

  • सर्जरी: शुभ समय में की गई सर्जरी सफल होती है और रोगी जल्दी ठीक होता है।

आर्थिक समृद्धि और स्थिरता: 

शुभ मुहूर्त में किए गए निवेश, व्यापार की शुरुआत या नई नौकरी में स्थिरता और मुनाफ़े की संभावना अधिक होती है।

उदाहरण:

  • प्रॉपर्टी खरीदना: शुभ समय पर खरीदी गई संपत्ति भविष्य में लाभदायक होती है।

शुभ मुहूर्त के बिना किए गए कार्यों के दुष्प्रभाव: 

  • बाधाएँ और असफलता: गलत समय में शुरू किए गए कार्यों में बार-बार अड़चनें आती हैं।
  • आर्थिक नुकसान: गलत समय पर निवेश करने से धन हानि की संभावना बढ़ जाती है।
  • स्वास्थ्य समस्याएँ: अशुभ मुहूर्त में किए गए इलाज या सर्जरी में जटिलताएँ बढ़ सकती हैं।
  • रिश्तों में तनाव: अशुभ समय में किए गए विवाह में मतभेद और असहमति की संभावना अधिक रहती है।

शुभ मुहूर्त देखने के लिए सरल उपाय: 

  • पंचांग का अध्ययन करें: किसी भी कार्य से पहले तिथि, वार, नक्षत्र, योग और करण देखें।
  • कुंडली मिलान करें: विशेषकर विवाह और व्यापारिक साझेदारी जैसे बड़े फैसलों में कुंडली मिलाना ज़रूरी है।
  • ग्रहों की स्थिति जाँचें: चंद्रमा, सूर्य, गुरु और शनि की स्थिति को ध्यान में रखें।
  • ज्योतिषी की सलाह लें: सही मुहूर्त तय करने के लिए किसी अनुभवी ज्योतिषी से मार्गदर्शन लें।

कुछ महत्वपूर्ण शुभ मुहूर्त:

  • विवाह: अक्षय तृतीया, बसंत पंचमी, देवउठनी एकादशी।
  • गृह प्रवेश: नवरात्रि, पुष्य नक्षत्र।
  • व्यापार शुरू करना: दिवाली, धनतेरस, वैशाख मास।
  • संतान जन्म: अभिजीत मुहूर्त, सर्वार्थ सिद्धि योग।
शुभ मुहूर्त केवल परंपरा नहीं, बल्कि एक वैज्ञानिक और ज्योतिषीय आधार पर तय किया गया समय है, जब ब्रह्मांडीय ऊर्जा हमारे पक्ष में होती है। इस समय किए गए कार्यों से सकारात्मक परिणाम जल्दी मिलते हैं और बाधाओं का नाश होता है। चाहे व्यक्तिगत जीवन हो या पेशेवर — सही समय पर सही निर्णय लेने से भाग्य भी आपका साथ देता है।


अजय पाटिल, स्कीम नंबर 78, इंदौर
बिज़नेस में लगातार घाटा हो रहा था। तब साहू जी ने मेरी कुंडली देखी और शनि और मंगल के उपाय बताए। काले तिल का दान, मंगलवार को हनुमान चालीसा का पाठ और लाल मसूर की दाल का दान किया। उनके बताए उपायों से बिज़नेस में तेजी से मुनाफा बढ़ने लगा।

रोहित अग्रवाल, एमआर 10 रोड, इंदौर
मेरा सपना था कि मैं विदेश जाकर नौकरी करूं, लेकिन वीज़ा बार-बार रिजेक्ट हो रहा था। साहू जी ने राहु और केतु के उपाय बताए — शनिवार को पीपल की पूजा, सरसों के तेल का दान और महामृत्युंजय मंत्र का जाप। कुछ ही समय में वीज़ा अप्रूव हो गया। सच में उनकी सलाह बहुत काम आई।

गूगल में जाकर आप हमारे रिव्यू देख सकते हैं

Astrologer Sahu Ji
428, 4th Floor, Orbit Mall
Indore, (MP)
India
Contact:  9039 636 706  |  8656 979 221
For More Details Visit Our Website:

















Suggested Post

भगवान शिव के पंचाक्षरी मंत्र से कुंडली के कौन से ग्रह होते हैं मजबूत?

 भगवान शिव के पंचाक्षरी मंत्र से कुंडली के कौन से ग्रह होते हैं मजबूत? भगवान शिव के पंचाक्षरी मंत्र से कुंडली भगवान शिव का पंचाक्षरी मंत्र ...