शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या: यह 5 राशियां रहें सतर्क!
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शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या: |
ज्योतिष शास्त्र में शनि ग्रह को न्यायाधीश माना गया है। शनि आपके कर्मों के अनुसार फल देते हैं, इसलिए इन्हें क्रूर ग्रह भी कहा जाता है। जब शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या शुरू होती है, तो इसका प्रभाव काफी गहरा और चुनौतीपूर्ण हो सकता है। इस समय व्यक्ति को कई तरह की परेशानियों, आर्थिक संकट, स्वास्थ्य समस्याओं और मानसिक तनाव का सामना करना पड़ता है।
शनि की साढ़ेसाती 7.5 साल की अवधि की होती है, जबकि ढैय्या 2.5 साल तक चलती है। इस समय शनि की चाल धीमी होने के कारण प्रभावित राशियों पर इनका असर अधिक होता है। आइए जानते हैं कि 2025 में किन 5 राशियों को शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या से सतर्क रहने की जरूरत है।
इन 5 राशियों को रहना चाहिए विशेष सतर्क:
मकर राशि
मकर राशि पर शनि की साढ़ेसाती का अंतिम चरण चल रहा है। इस समय आपको कार्यक्षेत्र में रुकावटें, मानसिक तनाव और पारिवारिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। मकर राशि वालों को अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
उपाय:
हर शनिवार शनि मंदिर जाएं और सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
काली वस्तुओं का दान करें।
हनुमान चालीसा का रोज पाठ करें।
कुंभ राशि
कुंभ राशि पर शनि की साढ़ेसाती का दूसरा चरण चल रहा है। इस समय आपको आर्थिक तंगी, करियर में बाधाएं और रिश्तों में तनाव का सामना करना पड़ सकता है। यह समय संयम और समझदारी से काम लेने का है।
उपाय:
शनिवार को शनि यंत्र की पूजा करें।
गरीबों को भोजन कराएं।
काले तिल और लोहे का दान करें।
मीन राशि
मीन राशि पर शनि की साढ़ेसाती का पहला चरण शुरू हो चुका है। इस समय नए कामों में रुकावटें, मानसिक तनाव और स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। मीन राशि वालों को इस समय बहुत सतर्क रहने की जरूरत है।
उपाय:
शनिवार को शनि चालीसा का पाठ करें।
पीपल के पेड़ में जल अर्पित करें।
शनि मंत्र 'ॐ शं शनैश्चराय नमः' का 108 बार जाप करें।
सिंह राशि
सिंह राशि पर शनि की ढैय्या चल रही है। इस समय आपको करियर में रुकावटें, आर्थिक तंगी और पारिवारिक तनाव का सामना करना पड़ सकता है। यह समय धैर्य और मेहनत से काम लेने का है।
उपाय:
शनिदेव को नीले फूल अर्पित करें।
काले कुत्ते को रोटी खिलाएं।
हनुमान जी की आराधना करें।
कर्क राशि
कर्क राशि पर भी शनि की ढैय्या का प्रभाव है। इस समय आपको स्वास्थ्य समस्याएं, रिश्तों में तनाव और आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इस समय सावधानी और सतर्कता बहुत जरूरी है।
उपाय:
हर शनिवार सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
जरूरतमंदों को दान करें।
शनि मंत्रों का जाप करें।
शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या का समय जीवन में कई तरह की चुनौतियां लाता है, लेकिन सही उपायों और संयम से इस समय को आसानी से पार किया जा सकता है। शनि के इस प्रभाव को कम कर सकते हैं और अपने जीवन में सुख और समृद्धि ला सकते हैं।
"विजय नगर इंदौर, के निवासी को शनि की साढ़ेसाती से मिला समाधान!"
मेरा नाम रोहित शर्मा है, मैं विजय नगर, इंदौर में रहता हूँ। जब शनि की साढ़ेसाती शुरू हुई, तो मेरे जीवन में परेशानियाँ बढ़ गईं। व्यापार में नुकसान, पारिवारिक कलह और स्वास्थ्य समस्याओं ने मुझे घेर लिया। मैं बेहद चिंतित था, फिर मैंने ज्योतिषाचार्य मनोज साहू जी से संपर्क किया। उन्होंने मेरी कुंडली का गहराई से अध्ययन किया और बताया कि शनि की साढ़ेसाती का मध्य चरण चल रहा है, जिससे ये समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं।
साहू जी ने मुझे हर शनिवार को पीपल के पेड़ में जल चढ़ाने, काले तिल और सरसों के तेल का दान करने और शनि मंत्र का नियमित जाप करने का सुझाव दिया। मैंने इन उपायों को नियमित रूप से किया, और कुछ ही समय में मेरे जीवन में सकारात्मक बदलाव आने लगे। व्यापार में वृद्धि, परिवार में शांति और स्वास्थ्य में सुधार हुआ।
सच में, मनोज साहू जी के ज्योतिषीय मार्गदर्शन ने मुझे अंधकार से प्रकाश की ओर लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।