कुंडली में प्रेम योग कैसे पहचानें? जानिए ग्रहों का प्रभाव

 कुंडली में प्रेम योग कैसे पहचानें? जानिए ग्रहों का प्रभाव

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 कुंडली में प्रेम योग


प्रेम हर व्यक्ति के जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। कई बार लोग अपने जीवनसाथी या प्रेमी की तलाश में होते हैं, लेकिन उन्हें सही व्यक्ति नहीं मिल पाता। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, आपकी कुंडली में प्रेम योग का होना यह संकेत देता है कि आपके जीवन में प्रेम का आगमन कब और कैसे होगा। चलिए जानते हैं कुंडली में प्रेम योग की पहचान और ग्रहों के प्रभाव के बारे में विस्तार से।


प्रेम योग क्या है?

प्रेम योग का अर्थ होता है वह योग या स्थिति जो कुंडली में प्रेम संबंधों के लिए अनुकूल होती है। जब किसी व्यक्ति की कुंडली में प्रेम योग होता है, तो उसके जीवन में सच्चे प्रेम की प्राप्ति होती है। यह योग ग्रहों की स्थिति, उनकी दृष्टि और उनके बीच के संबंधों पर आधारित होता है।


कुंडली में प्रेम योग की पहचान कैसे करें?

कुंडली में प्रेम योग

 पंचम भाव (प्रेम का भाव) का महत्व

  • पंचम भाव को प्रेम का भाव माना जाता है। यह भाव यह दर्शाता है कि व्यक्ति के प्रेम संबंध कैसे रहेंगे।

  • यदि पंचम भाव में शुभ ग्रह (जैसे शुक्र, चंद्र, बुध) स्थित हों, तो प्रेम योग बनता है।

  • यदि पंचम भाव का स्वामी भी शुभ ग्रहों से दृष्ट होता हो, तो यह प्रेम में सफलता का संकेत देता है।


. शुक्र ग्रह (प्रेम और सौंदर्य का ग्रह)

  • शुक्र ग्रह को प्रेम, सौंदर्य, वैवाहिक जीवन और भोग-विलास का कारक माना जाता है।

  • यदि कुंडली में शुक्र ग्रह मजबूत हो और शुभ ग्रहों से दृष्ट हो, तो प्रेम योग उत्तम होता है।

  • यदि शुक्र ग्रह पंचम, सप्तम या एकादश भाव में हो, तो यह व्यक्ति के प्रेम संबंधों में सफलता दिलाता है।


. सप्तम भाव (वैवाहिक जीवन का भाव)

  • सप्तम भाव जीवनसाथी और वैवाहिक जीवन का प्रतीक होता है।

  • यदि सप्तम भाव का स्वामी पंचम भाव में हो और शुभ ग्रहों से दृष्ट हो, तो प्रेम विवाह के योग बनते हैं।


 राहु और प्रेम संबंध

  • राहु ग्रह अगर पंचम या सप्तम भाव में हो, तो यह प्रेम में बाधाएं ला सकता है।

  • लेकिन राहु यदि शुक्र या बुध के साथ हो, तो यह प्रेम संबंधों में गहराई ला सकता है, विशेषकर अंतरजातीय प्रेम संबंधों में।


ग्रहों का प्रभाव और प्रेम योग

ग्रहों का प्रभाव और प्रेम योग

 सूर्य का प्रभाव

  • सूर्य का पंचम भाव में होना प्रेम संबंधों में आत्मविश्वास लाता है।

  • लेकिन सूर्य का राहु या केतु से दृष्ट होना प्रेम में परेशानियों का संकेत देता है।


 चंद्र का प्रभाव

  • चंद्रमा का पंचम भाव में होना व्यक्ति को भावुक बनाता है।

  • यदि चंद्र शुभ ग्रहों के साथ हो, तो यह प्रेम संबंधों में स्थायित्व लाता है।


 मंगल का प्रभाव

  • मंगल का पंचम या सप्तम भाव में होना प्रेम संबंधों में जुनून लाता है।

  • लेकिन यदि मंगल का अशुभ ग्रहों से दृष्ट हो, तो यह प्रेम में संघर्ष का संकेत देता है।


प्रेम योग को मजबूत बनाने के उपाय


 शुक्र ग्रह के उपाय

  • शुक्रवार के दिन सफेद वस्त्र पहनें।

  • माँ लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा करें।

  • शुक्र के बीज मंत्र 'ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः' का जाप करें।


पंचम भाव को मजबूत करें

  • पंचम भाव के स्वामी ग्रह का पूजन करें।

  • जरूरतमंद बच्चों को शिक्षा सामग्री का दान करें।


 चंद्र ग्रह के उपाय

  • सोमवार को चंद्रमा के मंत्र 'ॐ सों सोमाय नमः' का जाप करें।

  • माता का आशीर्वाद लें और सफेद चीजों का दान करें।


प्रेम विवाह के लिए विशेष उपाय

  • प्रतिदिन माँ पार्वती और भगवान शिव की पूजा करें।

  • पंचमुखी रुद्राक्ष धारण करें।

  • प्रतिदिन 'ॐ नमः शिवाय' का 108 बार जाप करें।


कुंडली में प्रेम योग का होना एक शुभ संकेत होता है। यदि आपकी कुंडली में प्रेम योग नहीं बन रहा है, तो घबराने की आवश्यकता नहीं है। ज्योतिष शास्त्र में कई ऐसे उपाय बताए गए हैं, जिनकी मदद से आप अपने प्रेम जीवन में सुधार ला सकते हैं। नियमित रूप से पूजा-पाठ, मंत्र जाप और ग्रहों की शांति के उपाय करने से प्रेम में सफलता मिल सकती है। यदि आप अपने प्रेम जीवन में समस्याओं का सामना कर रहे हैं, तो किसी अनुभवी ज्योतिषी से परामर्श अवश्य लें।



"कन्हारिया रोड इंदौर, की रहने वाली को कुंडली में प्रेम योग से मिला सच्चा जीवनसाथी!"

मेरा नाम प्रिया चौहान है, मैं कन्हारिया रोड, इंदौर की निवासी हूँ। मुझे हमेशा अपने प्रेम जीवन में असफलता का सामना करना पड़ा। हर बार रिश्ता टूट जाता था, जिससे मैं बहुत दुखी रहती थी। तब मैंने ज्योतिषाचार्य मनोज साहू जी से संपर्क किया। उन्होंने मेरी कुंडली का विश्लेषण किया और बताया कि मेरी कुंडली में पंचम भाव में शुक्र और चंद्रमा का शुभ संयोग प्रेम योग का संकेत दे रहा है। साहू जी ने मुझे रोजाना राधा-कृष्ण की पूजा करने और गुलाबी वस्त्र पहनने का उपाय बताया। कुछ ही महीनों में मेरी जिंदगी में सच्चा प्रेम आया और आज मैं खुशहाल वैवाहिक जीवन जी रही हूँ।


"चंदन नगर इंदौर,  के निवासी को कुंडली में प्रेम योग से मिला सच्चा प्रेम!"

मेरा नाम राहुल वर्मा है, मैं चंदन नगर, इंदौर में रहता हूँ। कई बार प्रेम में असफल होने के कारण मैं बेहद निराश था। मुझे समझ नहीं आ रहा था कि आखिर समस्या कहाँ है। तभी मेरे एक मित्र ने मुझे ज्योतिषाचार्य मनोज साहू जी से संपर्क करने की सलाह दी। साहू जी ने मेरी कुंडली का विश्लेषण किया और बताया कि मेरी कुंडली में शुक्र ग्रह कमजोर था, जिस कारण मुझे प्रेम में बार-बार असफलता मिल रही थी। उन्होंने मुझे हर शुक्रवार माँ लक्ष्मी की पूजा करने और सफेद वस्त्र धारण करने का उपाय बताया। आज मैं अपने सच्चे प्रेम के साथ बेहद खुश हूँ और मेरा रिश्ता स्थिर और मधुर है।


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