बिना सोचे-समझे पहना गया नीलम होता है घातक

 बिना सोचे-समझे पहना गया नीलम होता है घातक 

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 बिना सोचे-समझे पहना गया नीलम

रत्नों का हमारे जीवन में विशेष महत्व है, और इनमें से एक बेहद शक्तिशाली रत्न है — नीलम। इसे अंग्रेज़ी में ब्लू सैफायर (Blue Sapphire) कहा जाता है और यह  शनि ग्रह  का प्रतिनिधित्व करता है। नीलम रत्न अपनी तीव्र ऊर्जा और प्रभावशाली परिणामों के लिए जाना जाता है, लेकिन यह रत्न जितना लाभकारी हो सकता है, उतना ही घातक भी साबित हो सकता है यदि इसे बिना सही जानकारी और सलाह के पहना जाए।

नीलम रत्न की विशेषताएँ:

  • ग्रह: शनि (Saturn)

  • रंग: गहरा नीला, हल्का नीला

  • ऊर्जा: त्वरित और तीव्र

  • राशियाँ: मकर, कुंभ (मुख्य रूप से)

  • धातु: चांदी, सोना, पंचधातु

बिना सलाह के नीलम पहनने के खतरे:

बिना सलाह के नीलम पहनने के खतरे

  • शनि की अशुभ दृष्टि: यदि किसी की कुंडली में शनि अशुभ स्थान पर स्थित हो, तो नीलम पहनने से जीवन में कठिनाइयाँ और परेशानियाँ बढ़ सकती हैं।
  • स्वास्थ्य समस्याएँ: गलत तरीके से या बिना जांचे नीलम पहनने से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएँ जैसे सिरदर्द, हड्डियों में दर्द, रक्तचाप में असंतुलन हो सकता है।
  • आर्थिक हानि: नीलम रत्न की विपरीत ऊर्जा के कारण अचानक धन हानि, निवेश में नुकसान या कर्ज बढ़ने की स्थिति बन सकती है।
  • मानसिक अशांति: शनि का प्रभाव मानसिक संतुलन को भी प्रभावित करता है। बिना सोचे-समझे पहना गया नीलम तनाव, चिंता और अवसाद को बढ़ा सकता है।
  • रिश्तों में तनाव: नीलम की विपरीत ऊर्जा पारिवारिक और वैवाहिक जीवन में विवाद और कलह को बढ़ावा दे सकती है।

नीलम पहनने से पहले आवश्यक सावधानियाँ:

  • किसी अनुभवी और प्रसिद्ध ज्योतिषी की सलाह लें।

  • अपनी कुंडली का सही विश्लेषण कराएँ।

  • नीलम पहनने से पहले इसे 3-7 दिन तक अपने तकिए के नीचे रखकर इसके प्रभावों का निरीक्षण करें।

  • रत्न की शुद्धता और गुणवत्ता की जाँच करें।

  • नीलम को उचित धातु (चांदी या सोना) में सही विधि से बनवाएँ।

नीलम पहनने की सही विधि:

नीलम पहनने की सही विधि:

  • दिन: शनिवार

  • उंगली: मध्यमा 

  • मंत्र: 'ॐ शं शनैश्चराय नमः'

  • विधि: शुद्ध जल या गंगा जल में डुबोकर, धूप-दीप दिखाकर पहनें।


नीलम रत्न अद्भुत शक्तियों का भंडार है, लेकिन यह तभी लाभकारी होता है जब इसे सही समय, सही व्यक्ति और सही विधि से पहना जाए। बिना सोचे-समझे या बिना ज्योतिषीय परामर्श के इसे धारण करना जीवन में कई प्रकार की समस्याओं को जन्म दे सकता है। इसलिए, किसी भी रत्न को पहनने से पहले उसकी संपूर्ण जानकारी और ज्योतिषीय सलाह अवश्य लें।


विजय नगर इंदौर, के निवासी को नीलम रत्न से मिली परेशानी!

मेरा नाम अरविंद शर्मा है, मैं विजय नगर, इंदौर में रहता हूँ। कुछ समय पहले, मैंने बिना किसी ज्योतिषीय परामर्श के नीलम रत्न (Blue Sapphire) धारण कर लिया था। शुरुआत में सब कुछ सामान्य लगा, लेकिन कुछ ही दिनों में जीवन में समस्याएं शुरू हो गईं। नौकरी में कठिनाइयाँ, आर्थिक नुकसान और पारिवारिक कलह ने मुझे घेर लिया।

फिर मैंने ज्योतिषाचार्य मनोज साहू जी से संपर्क किया। उन्होंने मेरी कुंडली का गहराई से अध्ययन किया और बताया कि मेरी कुंडली में शनि ग्रह कमजोर स्थिति में था, जिसके कारण नीलम रत्न ने विपरीत प्रभाव दिखाया। साहू जी के मार्गदर्शन में मैंने नीलम उतारकर कुछ विशेष उपाय किए, जिसके बाद जीवन में धीरे-धीरे सुधार होने लगा।

पलासिया इंदौर, के निवासी को नीलम पहनने से नुकसान!

मेरा नाम दीपक जैन है, मैं पलासिया, इंदौर में रहता हूँ। मैं अपने करियर में उन्नति के लिए नीलम रत्न पहनना चाहता था। किसी मित्र की सलाह पर मैंने बिना किसी ज्योतिषीय मार्गदर्शन के नीलम धारण कर लिया। लेकिन इसके बाद मेरा जीवन मानो उलट-पुलट हो गया। स्वास्थ्य बिगड़ गया, व्यापार में हानि हुई और मानसिक तनाव बढ़ता गया।

तब मैंने ज्योतिषाचार्य मनोज साहू जी से संपर्क किया। साहू जी ने मेरी कुंडली देखकर बताया कि मेरी कुंडली में  शनि ग्रह अशुभ स्थिति में था, जिसके कारण नीलम ने नकारात्मक प्रभाव डाला। उन्होंने मुझे तुरंत नीलम उतारने और कुछ उपाय करने की सलाह दी। उपायों का पालन करने के बाद मेरे जीवन में फिर से संतुलन आया और समस्याएं कम हुईं।


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