अंकज्योतिष में जन्मांक और भाग्यांक का महत्व

 अंकज्योतिष में जन्मांक और भाग्यांक का महत्व

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अंकज्योतिष में जन्मांक

अंकज्योतिष (Numerology) एक प्राचीन और रहस्यमयी विद्या है, जो यह मानती है कि हमारे जीवन में संख्याओं का गहरा प्रभाव होता है। जिस दिन, महीने और वर्ष में हम जन्म लेते हैं, वह केवल एक तारीख नहीं होती — यह हमारे व्यक्तित्व, स्वभाव, भविष्य और भाग्य की कहानी को बयां करती है। अंकज्योतिष में जन्मांक (Birth Number) और भाग्यांक (Destiny Number) को विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना गया है, क्योंकि ये हमारे जीवन के कई पहलुओं को प्रभावित करते हैं।

“संख्याएँ केवल गिनती के लिए नहीं, बल्कि हमारे जीवन की ऊर्जा और दिशा को निर्धारित करने वाली शक्तियाँ हैं।”

इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि अंकज्योतिष क्या है, जन्मांक और भाग्यांक कैसे निकाला जाता है, और इनका आपके स्वभाव, करियर, रिश्तों और भविष्य पर क्या प्रभाव पड़ता है।

अंकज्योतिष क्या है? 

अंकज्योतिष (Numerology) संख्याओं के माध्यम से भविष्य और व्यक्तित्व को जानने की एक विद्या है। माना जाता है कि हर संख्या में एक विशेष ऊर्जा और कंपन (Vibration) होती है, जो हमारे जीवन पर सीधा असर डालती है।

अंकज्योतिष के अनुसार:

  • 1 से 9 तक के अंक: मुख्य संख्याएँ मानी जाती हैं।
  • हर अंक का एक ग्रह और विशेषता: जैसे 1 सूर्य का अंक है, तो यह आत्मविश्वास और नेतृत्व का प्रतीक है।

जन्मांक क्या है? 

जन्मांक: वह संख्या है, जो आपकी जन्मतिथि को दर्शाती है।

  • कैसे निकालें: जिस दिन आप पैदा हुए हैं, वही आपका जन्मांक है।
  • उदाहरण:
    • यदि आपकी जन्मतिथि 5 मार्च है, तो आपका जन्मांक 5 होगा।
    • यदि जन्मतिथि 28 जुलाई है, तो 2 + 8 = 10 → 1 + 0 = 1 (जन्मांक 1)।

जन्मांक से क्या पता चलता है?

  • आपका स्वभाव और व्यक्तित्व।
  • आपकी सोचने और काम करने की शैली।
  • आपके जीवन के लक्ष्य और इच्छाएँ।

भाग्यांक क्या है? 


भाग्यांक क्या है? 

भाग्यांक: आपकी संपूर्ण जन्मतिथि (DD/MM/YYYY) के सभी अंकों को जोड़कर निकाली गई संख्या है।

  • कैसे निकालें:
    • अगर जन्मतिथि है 28-07-1995, तो ऐसे जोड़ेंगे:
      • 2 + 8 + 0 + 7 + 1 + 9 + 9 + 5 = 41 → 4 + 1 = 5
      • भाग्यांक 5 है।

भाग्यांक से क्या पता चलता है?

  • आपकी जीवन यात्रा और लक्ष्य।
  • आपके जीवन में आने वाले अवसर और चुनौतियाँ।
  • आपका भाग्य और सफलता की संभावनाएँ।

जन्मांक और भाग्यांक के अर्थ और उनके गुण 

अंकग्रहस्वभाव और व्यक्तित्वकरियर और जीवन
1सूर्यनेतृत्व, आत्मविश्वासी, महत्वाकांक्षीप्रशासन, राजनीति, व्यवसाय
2चंद्रमाभावुक, कल्पनाशील, दयालुकला, लेखन, शिक्षण
3बृहस्पतिबुद्धिमान, धार्मिक, महत्वाकांक्षीशिक्षा, काउंसलिंग, प्रशासन
4राहुक्रांतिकारी, मेहनती, अनोखे विचारआईटी, रिसर्च, राजनीति
5बुधचतुर, संवाद कुशल, त्वरित निर्णय लेने वालेव्यापार, मार्केटिंग, मीडिया
6शुक्रआकर्षक, सौंदर्य प्रेमी, भौतिक सुख पसंदफैशन, अभिनय, संगीत
7केतुआध्यात्मिक, रहस्यमयी, दार्शनिकयोग, ध्यान, रिसर्च
8शनिकर्मठ, धैर्यवान, अनुशासन प्रियकानून, निर्माण, प्रशासन
9मंगलसाहसी, ऊर्जावान, निडरसेना, पुलिस, खेलकूद

जन्मांक और भाग्यांक का तालमेल 


जन्मांक और भाग्यांक का तालमेल 

जब आपका जन्मांक और भाग्यांक एक-दूसरे के साथ तालमेल में होते हैं, तो जीवन में कम संघर्ष और ज्यादा सफलता मिलती है। लेकिन जब दोनों में विरोध होता है, तो जीवन में चुनौतियाँ बढ़ जाती हैं।

उदाहरण:

  • जन्मांक 1 (सूर्य) और भाग्यांक 5 (बुध): यह संयोजन व्यक्ति को बहुत बुद्धिमान, प्रभावशाली और सफलता की ओर बढ़ने वाला बनाता है।
  • जन्मांक 4 (राहु) और भाग्यांक 7 (केतु): यह संयोजन रहस्यमय, आध्यात्मिक और असाधारण उपलब्धियों को दर्शाता है।

जन्मांक और भाग्यांक के अनुसार सफलता के उपाय 

 जन्मांक 1 और भाग्यांक 3, 5, 9:

  • नेतृत्व वाले काम करें, राजनीति, प्रशासन और व्यवसाय में सफलता मिलेगी।
  • मंत्र: "ॐ सूर्याय नमः"।
  • रंग: लाल और सुनहरा।

जन्मांक 2 और भाग्यांक 4, 6, 7:

  • कला, लेखन, शिक्षण और सामाजिक कार्यों में सफलता।
  • मंत्र: "ॐ सोमाय नमः"।
  • रंग: सफेद और हल्का नीला।

जन्मांक 5 और भाग्यांक 1, 6, 8:

  • व्यापार, मार्केटिंग और संचार के क्षेत्र में सफलता।
  • मंत्र: "ॐ बुधाय नमः"।
  • रंग: हरा।

जन्मांक और भाग्यांक के अनुसार जीवन को बेहतर बनाने के टिप्स 

  • सही रंग पहनें:
  • जन्मांक 1 के लिए लाल, 5 के लिए हरा, 6 के लिए सफेद शुभ है।
  • अनुकूल रत्न धारण करें:

  • जन्मांक 1 के लिए माणिक, 5 के लिए पन्ना, 9 के लिए मूंगा।
  • मंत्र और जाप करें:

  • ग्रहों से जुड़े मंत्रों का नियमित जाप करें।
  • सकारात्मक सोच रखें:

  • जन्मांक और भाग्यांक के अनुसार अपनी शक्तियों पर ध्यान दें और कमज़ोरियों को सुधारें।
अंकज्योतिष के अनुसार जन्मांक आपका स्वभाव और व्यक्तित्व दर्शाता है, जबकि भाग्यांक आपकी जीवन यात्रा और सफलता की दिशा को दर्शाता है। दोनों संख्याओं का सही विश्लेषण करके आप अपने जीवन को सही दिशा में ले जा सकते हैं और सफलता की नई ऊँचाइयाँ छू सकते हैं।
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राकेश अग्रवाल, पलासिया, इंदौर
मेरे बिज़नेस में काफी समय से नुकसान हो रहा था। मेहनत के बावजूद मुनाफा नहीं हो रहा था। साहू जी से मिलकर पता चला कि कुंडली में शनि की साढ़ेसाती चल रही है। उन्होंने शनिवार को शनि चालीसा पढ़ने, काले कपड़े का दान और पीपल की पूजा करने को कहा। उनके उपाय करने के कुछ महीनों में ही बिज़नेस में तेजी से ग्रोथ होने लगी। आज मेरी आर्थिक स्थिति पहले से बहुत बेहतर है।"

मनीषा और अजय वर्मा, भंवरकुआं, इंदौर
हमने शादी के कई सालों बाद भी संतान सुख नहीं पाया था। डॉक्टर्स ने भी कोई समाधान नहीं दिया। तब हम साहू जी के पास गए। उन्होंने कुंडली देखकर गुरु ग्रह की अशुभ स्थिति बताई और उसके उपाय करने को कहा — जैसे गुरुवार को व्रत रखना, पीली चीजों का दान करना और भगवान विष्णु की पूजा। कुछ महीनों के भीतर हमें खुशखबरी मिली और आज हमारे घर में खुशियों की किलकारियां गूंज रही हैं।"

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