चंद्रमा और मानसिक स्वास्थ्य: डिप्रेशन दूर करने के ज्योतिषीय उपाय
मानसिक स्वास्थ्य हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण पहलू है, और डिप्रेशन एक ऐसी समस्या है जो आजकल बहुत ही आम हो गई है। ज्योतिष शास्त्र में चंद्रमा का सीधा संबंध हमारे मन और भावनाओं से होता है। चंद्रमा की कुंडली में स्थिति और उसकी दशा हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डालती है। अगर चंद्रमा अशुभ या कमजोर स्थिति में हो तो व्यक्ति मानसिक तनाव, चिंता और डिप्रेशन का शिकार हो सकता है। आइए जानते हैं कि डिप्रेशन को दूर करने के लिए कौन-कौन से ज्योतिषीय उपाय कारगर साबित हो सकते हैं।
चंद्रमा का मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव
![]() |
मानसिक स्वास्थ्य |
चंद्रमा को मन, भावनाएं, मानसिक स्थिरता और स्मरण शक्ति का कारक माना गया है। जब कुंडली में चंद्रमा अशुभ ग्रहों के प्रभाव में हो या छठे, आठवें या बारहवें भाव में स्थित हो, तो यह मानसिक विकारों को जन्म दे सकता है। चंद्रमा की महादशा या अंतर्दशा में व्यक्ति अधिक भावुक, चिंता ग्रस्त या अवसाद में जा सकता है।
कुंडली में चंद्रमा कमजोर होने के संकेत
- अत्यधिक चिंता और मानसिक तनाव
- अकेलापन और नकारात्मक विचार
- बार-बार मूड स्विंग और भावनात्मक अस्थिरता
- आत्मविश्वास की कमी
- नींद न आना या बार-बार बुरे सपने आना
- जल से संबंधित समस्याएँ या त्वचा रोग
डिप्रेशन दूर करने के ज्योतिषीय उपाय
![]() |
डिप्रेशन दूर करने के ज्योतिषीय उपाय |
चंद्रमा को मजबूत करने के लिए उपाय:
प्रत्येक सोमवार को शिवजी की पूजा करें और जल चढ़ाएं।
'ॐ सोम सोमाय नमः' मंत्र का 108 बार जाप करें।
चांदी का चंद्र यंत्र पहनें।
चंद्रमा के लिए रत्न धारण करें:
चंद्रमा के दोष निवारण के लिए मोती (Pearl) धारण करें।
इसे चांदी की अंगूठी में सोमवार को पहनें।
रुद्राभिषेक करें:
महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें।
जल में गंगा जल मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करें।
चंद्रमा की शांति के लिए व्रत करें:
सोमवार का व्रत रखें और सफेद वस्त्र पहनें।
सफेद वस्त्र, चावल, दूध, चीनी आदि का दान करें।
जल से जुड़े उपाय:
प्रत्येक सोमवार को जल में थोड़ी सी चांदी डालकर उसे घर के चारों कोनों में छिड़कें।
साफ पानी में गंगा जल मिलाकर स्नान करें।
ध्यान और योग:
मानसिक शांति के लिए ध्यान करें।
अनुलोम-विलोम और प्राणायाम से चित्त को शांत रखें।
- शिव पूजा से मानसिक शांति
- सोमवार को शिवलिंग का अभिषेक करें।
- ‘ॐ नमः शिवाय’ का 108 बार जाप करें।
- बेलपत्र और जल चढ़ाने से चंद्रमा शांत होता है।
चंद्रमा का मानसिक स्वास्थ्य पर सीधा प्रभाव पड़ता है, और अगर चंद्रमा कमजोर हो तो यह डिप्रेशन का कारण बन सकता है। ज्योतिषीय उपायों का पालन करके न केवल चंद्रमा को मजबूत किया जा सकता है, बल्कि मानसिक शांति और स्थिरता भी प्राप्त की जा सकती है। ध्यान, मंत्र जाप, शिव पूजा और सकारात्मक सोच के साथ व्यक्ति डिप्रेशन से बाहर निकल सकता है और जीवन में सुख-समृद्धि प्राप्त कर सकता है।