कछुए वाली अंगूठी पहनने से मिलने वाले लाभ
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कछुए वाली अंगूठी पहनने से मिलने वाले लाभ |
भारतीय ज्योतिष और वास्तुशास्त्र में कछुए को विशेष स्थान प्राप्त है। कछुआ भगवान विष्णु के कूर्म अवतार का प्रतीक है, जो स्थिरता, समृद्धि और दीर्घायु का प्रतीक माना जाता है। कछुए वाली अंगूठी पहनने की परंपरा को शुभ और लाभकारी माना जाता है। इस अंगूठी को पहनने से जीवन में सुख-समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इस ब्लॉग में हम विस्तार से जानेंगे कि कछुए वाली अंगूठी पहनने से कौन-कौन से लाभ मिलते हैं और इसे पहनने की सही विधि क्या है।
कछुए वाली अंगूठी का महत्व
कछुआ एक ऐसा जीव है जो स्थिरता, धैर्य और दीर्घायु का प्रतीक है। ज्योतिष के अनुसार, कछुए वाली अंगूठी पहनने से जीवन में स्थिरता और संतुलन आता है। यह अंगूठी विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभकारी मानी जाती है, जो आर्थिक समस्याओं, वैवाहिक जीवन की परेशानियों और मानसिक तनाव से जूझ रहे हैं।
कछुए वाली अंगूठी पहनने के प्रमुख लाभ
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कछुए वाली अंगूठी |
आर्थिक स्थिति में सुधार
कछुए वाली अंगूठी को धन और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। इसे पहनने से आर्थिक समस्याएं दूर होती हैं और आय के नए स्रोत खुलते हैं। व्यवसाय में लाभ होता है और फाइनेंशियल ग्रोथ तेजी से होती है।
वैवाहिक जीवन में सुख
जो लोग वैवाहिक जीवन में असंतोष और तनाव का सामना कर रहे हैं, उनके लिए कछुए वाली अंगूठी अत्यंत लाभकारी होती है। इसे पहनने से पति-पत्नी के बीच प्रेम और सामंजस्य बढ़ता है।
मानसिक शांति
कछुए वाली अंगूठी पहनने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मकता बढ़ती है। यह अंगूठी मानसिक शांति और सुकून प्रदान करती है। जिन लोगों को बार-बार तनाव या एंग्जायटी होती है, उनके लिए यह अत्यंत लाभकारी होती है।
करियर में सफलता
जो लोग अपने करियर में संघर्ष कर रहे हैं या बार-बार असफलता का सामना कर रहे हैं, उनके लिए कछुए वाली अंगूठी एक वरदान साबित हो सकती है। इसे पहनने से प्रोफेशनल लाइफ में स्थिरता आती है और प्रमोशन व सफलता के मार्ग खुलते हैं।
स्वास्थ्य लाभ
इस अंगूठी को पहनने से शारीरिक स्वास्थ्य भी सुधरता है। यह अंगूठी विशेष रूप से हड्डियों और जोड़ों के दर्द में राहत देती है। इसके अलावा, यह इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाती है।
कछुए वाली अंगूठी पहनने की सही विधि
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चांदी में बनी कछुए वाली अंगूठी |
धातु का चुनाव: चांदी में बनी कछुए वाली अंगूठी सबसे शुभ मानी जाती है।
उचित दिन: इसे शुक्रवार या सोमवार को पहनना शुभ होता है।
मंत्र: अंगूठी पहनने से पहले “ॐ नमः भगवते कुर्माय नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें।
अंगुली: इसे दाहिने हाथ की मध्यमा अंगुली (मध्य अंगुली) में पहनना शुभ होता है।
मुख की दिशा: कछुए का मुख हमेशा पहनने वाले की ओर होना चाहिए।
सावधानियां
किसी अनुभवी ज्योतिषी की सलाह के बिना यह अंगूठी न पहनें।
नकली या अशुद्ध धातु से बनी अंगूठी से बचें।
इसे साफ और पवित्र रखें।
कछुए वाली अंगूठी न केवल ज्योतिषीय दृष्टि से बल्कि वास्तुशास्त्र के अनुसार भी अत्यंत लाभकारी मानी जाती है। यह अंगूठी जीवन में स्थिरता, समृद्धि, मानसिक शांति और स्वास्थ्य लाभ प्रदान करती है। सही विधि और शुभ मुहूर्त में पहनने से इसके प्रभाव कई गुना बढ़ जाते हैं। अगर आप अपने जीवन में सुख-शांति और सफलता चाहते हैं, तो कछुए वाली अंगूठी अवश्य धारण करें।
"विजय नगर इंदौर, के निवासी को कछुए वाली अंगूठी से मिली समृद्धि और शांति!"
मेरा नाम रोहित शर्मा है, मैं विजय नगर, इंदौर में रहता हूँ। पिछले कुछ समय से मेरे जीवन में आर्थिक तंगी और मानसिक अशांति बनी हुई थी। व्यापार में लगातार नुकसान हो रहा था और परिवार में तनाव था। तब मैंने ज्योतिषाचार्य मनोज साहू जी से संपर्क किया। साहू जी ने मेरी कुंडली का विश्लेषण कर बताया कि मेरी शनि की स्थिति कमजोर है। उन्होंने मुझे चांदी में बनी कछुए वाली अंगूठी धारण करने का सुझाव दिया। अंगूठी पहनने के बाद धीरे-धीरे आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ और जीवन में शांति का अनुभव होने लगा।
"खजराना इंदौर, के निवासी को कछुए वाली अंगूठी से जीवन में स्थिरता का अनुभव!"
मेरा नाम मनीष गुप्ता है, मैं खजराना, इंदौर में रहता हूँ। मुझे हमेशा अपने जीवन में अस्थिरता का अनुभव होता था, नौकरी में बार-बार बदलाव और परिवार में मनमुटाव बना रहता था। मैंने ज्योतिषाचार्य मनोज साहू जी से संपर्क किया। साहू जी ने मेरी कुंडली देखकर बताया कि मेरी कुंडली में राहु दोष है, जो जीवन में अस्थिरता का कारण बन रहा है। उन्होंने मुझे चांदी की कछुए वाली अंगूठी पहनने का परामर्श दिया। अंगूठी पहनने के बाद मेरा जीवन स्थिर हुआ, नौकरी में तरक्की मिली और परिवार में भी प्रेमभाव बढ़ा।