कुंडली में व्यवसाय के योग देने वाले ग्रह और बिज़नेस में सफलता के ज्योतिषीय संकेत

 कुंडली में व्यवसाय के योग देने वाले ग्रह और बिज़नेस में सफलता के ज्योतिषीय संकेत


Business Yogas in Kundali-best astrology indore

ग्रह और बिज़नेस में सफलता

व्यवसाय करना केवल मेहनत और योजना पर ही निर्भर नहीं करता, बल्कि कई बार हमारी कुंडली में ग्रहों की स्थिति भी हमारे व्यापारिक सफलता में अहम भूमिका निभाती है। भारतीय ज्योतिष में यह स्पष्ट रूप से बताया गया है कि कौन-से ग्रह हमें बिज़नेस के लिए सक्षम बनाते हैं और कैसे उनकी शुभ स्थिति हमारे कारोबार को ऊँचाइयों पर ले जा सकती है। यदि आप बिज़नेस शुरू करने की सोच रहे हैं या अपने वर्तमान व्यवसाय में बाधाओं का सामना कर रहे हैं, तो यह जानना ज़रूरी है कि आपकी कुंडली में व्यवसाय के योग हैं या नहीं।

इस ब्लॉग में हम विस्तार से जानेंगे कि कौन-से ग्रह व्यवसाय के योग बनाते हैं, किस प्रकार ग्रहों की स्थिति बिज़नेस में सफलता या असफलता तय करती है, और अगर ग्रह अनुकूल न हों तो कौन-से ज्योतिषीय उपाय किए जा सकते हैं।

कुंडली में व्यवसाय योग बनाने वाले मुख्य ग्रह

   बुध ग्रह 

  • कारक: व्यापार, संचार, बुद्धि, तर्क और निर्णय लेने की क्षमता।
  • व्यवसाय के लिए महत्व: बुध ग्रह बिज़नेस माइंड सेट और चतुराई का प्रतीक है। यदि आपकी कुंडली में बुध मजबूत है, तो आप व्यापार में नई योजनाएँ बना सकते हैं और उन पर कुशलतापूर्वक काम कर सकते हैं।
  • बुध से जुड़े व्यवसाय: मार्केटिंग, मीडिया, लेखन, प्रकाशन, आईटी, कंसल्टेंसी, और संचार आधारित काम।

  शुक्र ग्रह

  • कारक: विलासिता, सुंदरता, रचनात्मकता, कला और वित्तीय समृद्धि।
  • व्यवसाय के लिए महत्व: शुक्र व्यापार में लाभ, ग्राहक संतुष्टि और सौंदर्य एवं फैशन से जुड़े व्यवसायों में सफलता देता है।
  • शुक्र से जुड़े व्यवसाय: फैशन, कॉस्मेटिक्स, आभूषण, होटेल इंडस्ट्री, इवेंट मैनेजमेंट और क्रिएटिव डिज़ाइन।

  शनि ग्रह 

  • कारक: अनुशासन, मेहनत, स्थिरता और दीर्घकालिक योजना।
  • व्यवसाय के लिए महत्व: शनि ग्रह मेहनत और धैर्य से मिलने वाली सफलता का प्रतीक है। यदि शनि अनुकूल हो तो व्यक्ति अपने व्यवसाय को धीमे-धीमे लेकिन स्थायी रूप से बढ़ाता है।
  • शनि से जुड़े व्यवसाय: रियल एस्टेट, मशीनरी, निर्माण, धातु, तेल और कृषि आधारित बिज़नेस।

   राहु ग्रह

  • कारक: नवाचार, चतुराई, छल-बल, विपरीत तरीके और जोखिम।
  • व्यवसाय के लिए महत्व: राहु अगर मजबूत हो, तो व्यक्ति जोखिम लेने से नहीं डरता और नई तकनीकों और आधुनिक तरीकों से बिज़नेस को नई ऊंचाइयों पर ले जाता है।
  • राहु से जुड़े व्यवसाय: आयात-निर्यात, डिजिटल मार्केटिंग, शेयर बाजार, राजनीति और टेक्नोलॉजी स्टार्टअप्स।

  मंगल ग्रह

  • कारक: ऊर्जा, साहस, नेतृत्व और कार्यक्षमता।
  • व्यवसाय के लिए महत्व: मंगल ग्रह व्यवसाय में साहस और जल्दी फैसले लेने की क्षमता प्रदान करता है।
  • मंगल से जुड़े व्यवसाय: निर्माण, प्रॉपर्टी डीलिंग, सुरक्षा एजेंसी, स्पोर्ट्स और मेडिकल।

कुंडली में व्यवसाय योग के ज्योतिषीय संकेत


कुंडली में व्यवसाय योग

  • द्वितीय भाव (धन भाव):

  • यह भाव धन, बचत और वित्तीय स्थिति को दर्शाता है। यदि इस भाव का स्वामी मजबूत है और शुभ ग्रहों से युक्त है, तो व्यक्ति को व्यापार से अच्छा मुनाफा मिलता है।
  • सप्तम भाव (व्यापार भाव):

  • यह भाव साझेदारी, व्यापार और डीलिंग्स को दर्शाता है। मजबूत सप्तम भाव व्यापार में सफलता का प्रतीक है।
  • यदि इस भाव में शुक्र, बुध या शनि स्थित हों, तो व्यक्ति व्यवसाय में सफलता पाता है।
  • दशम भाव (कर्म भाव):

  • दशम भाव करियर, पेशा और सामाजिक प्रतिष्ठा का भाव है।
  • यदि दशम भाव में सूर्य, बुध, मंगल या शनि मजबूत स्थिति में हों, तो व्यक्ति सफल व्यवसायी बन सकता है।
  • एकादश भाव (लाभ भाव):

  • यह भाव आय, लाभ और इच्छाओं की पूर्ति को दर्शाता है।
  • यदि एकादश भाव का स्वामी शुभ ग्रहों के साथ हो, तो व्यापार में अच्छा लाभ मिलता है।

बिज़नेस में सफलता के ज्योतिषीय उपाय


बिज़नेस में सफलता
  • बुध ग्रह को मजबूत करने के उपाय:

  • हरे वस्त्र पहनें और बुधवार को हरे रंग की वस्तुओं का दान करें।
  • गणेश जी की पूजा करें और "ॐ बुं बुधाय नमः" मंत्र का 108 बार जाप करें।
  • शुक्र ग्रह को मजबूत करने के उपाय:

  • सफेद वस्त्र पहनें और शुक्रवार को चावल, दूध और सफेद मिठाई का दान करें।
  • "ॐ शुक्राय नमः" मंत्र का जाप करें।
  • शनि ग्रह को शांत करने के उपाय:

  • शनिवार को काले तिल, उड़द दाल और सरसों के तेल का दान करें।
  • "ॐ शं शनैश्चराय नमः" मंत्र का जाप करें।
  • राहु ग्रह के उपाय:

  • नारियल, काले तिल और कंबल का दान करें।
  • "ॐ रां राहवे नमः" मंत्र का जाप करें।
  • मंगल ग्रह को मजबूत करने के उपाय:

  • मंगलवार को हनुमान जी की पूजा करें।
  • "ॐ अं अंगारकाय नमः" मंत्र का जाप करें।

कौन-से लोग बिज़नेस में सफल होते हैं?

  • जिनकी कुंडली में बुध, शुक्र और शनि मजबूत स्थिति में होते हैं।
  • सप्तम, दशम और एकादश भाव में शुभ ग्रहों की उपस्थिति होती है।
  • लग्न कुंडली में मंगल और राहु की शक्ति व्यक्ति को जोखिम लेने और निर्णय लेने की क्षमता देती है।
व्यवसाय में सफलता के लिए कुंडली में ग्रहों की स्थिति और उनके बीच का संबंध बहुत मायने रखता है। बुध, शुक्र, शनि, मंगल और राहु जैसे ग्रह व्यापार को बढ़ाने और मुनाफा दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यदि कुंडली में इन ग्रहों की स्थिति अनुकूल नहीं है, तो उचित ज्योतिषीय उपायों से व्यापारिक समस्याओं को दूर किया जा सकता है।


विकास जैन, पलासिया, इंदौर


मेरा बिज़नेस लगातार घाटे में जा रहा था। कोई भी योजना सफल नहीं हो रही थी और आर्थिक स्थिति भी कमजोर हो रही थी। मैंने कई प्रयास किए लेकिन समस्या बनी रही। तभी मैंने ज्योतिषी साहू जी से संपर्क किया। उन्होंने कुंडली देखकर बताया कि शनि और मंगल की स्थिति व्यापार में बाधा डाल रही है। उन्होंने मुझे शनिवार को शनि पूजा, हनुमान चालीसा का पाठ और कुछ रत्न धारण करने की सलाह दी। साथ ही कुछ वास्तु सुधार भी किए। कुछ ही समय में व्यापार में तेजी से सुधार आने लगा और अब मेरा बिज़नेस तेजी से बढ़ रहा है। उनके मार्गदर्शन के बिना यह संभव नहीं था।"

मोहित वर्मा, गीतांजलि नगर, इंदौर


"पिछले कुछ वर्षों से मेरी सेहत बहुत खराब चल रही थी। बार-बार बीमार पड़ने से मानसिक और शारीरिक रूप से बहुत कमजोर हो गया था। डॉक्टरों ने कई इलाज किए, लेकिन समस्या बनी रही। तब मैंने ज्योतिषी साहू जी से परामर्श लिया। उन्होंने मेरी कुंडली में चंद्र और राहु के दोष को पहचाना और कुछ सरल उपाय जैसे महामृत्युंजय मंत्र का जाप, रुद्राभिषेक और रत्न धारण करने की सलाह दी। धीरे-धीरे मेरी सेहत में सुधार हुआ और अब मैं पूरी तरह स्वस्थ हूं। उनके मार्गदर्शन ने मेरी जिंदगी को नई दिशा दी है।"

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