नाड़ी दोष: वैवाहिक जीवन में इसका प्रभाव
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नाड़ी दोष: |
भारतीय ज्योतिष में विवाह को दो आत्माओं का पवित्र मिलन माना गया है। कुंडली मिलान में नाड़ी दोष को अत्यंत महत्वपूर्ण और संवेदनशील माना जाता है। यह दोष दो व्यक्तियों के जैविक और मानसिक स्वास्थ्य, संतान सुख और दांपत्य जीवन की स्थिरता पर गहरा प्रभाव डालता है। नाड़ी दोष को नज़रअंदाज़ करने से विवाह में कई तरह की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इस ब्लॉग में हम नाड़ी दोष के कारण, प्रभाव और समाधान को विस्तार से जानेंगे।
नाड़ी दोष क्या है?
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नाड़ी दोष क्या है? |
नाड़ी दोष तब बनता है जब विवाह के लिए मिलाई जा रही कुंडलियों में दोनों वर-वधू की नाड़ी समान होती है। ज्योतिष शास्त्र में नाड़ी को तीन भागों में विभाजित किया गया है:
- आद्या नाड़ी (वात): यह वात तत्व को दर्शाती है। ऐसे व्यक्ति अधिक चिंतनशील, अस्थिर और संवेदनशील होते हैं।
मध्य नाड़ी (पित्त): यह पित्त तत्व को दर्शाती है। ऐसे लोग क्रोधी, तेजस्वी और महत्वाकांक्षी होते हैं।
अंत्य नाड़ी (कफ): यह कफ तत्व को दर्शाती है। ऐसे व्यक्ति शांत, स्थिर और सहनशील स्वभाव के होते हैं।
जब वर और वधू की नाड़ी समान होती है, तो नाड़ी दोष बनता है, जो कई ज्योतिषीय समस्याओं को जन्म देता है।
नाड़ी दोष के दुष्प्रभाव
नाड़ी दोष को गंभीरता से लेना आवश्यक है, क्योंकि यह कई नकारात्मक परिणाम ला सकता है:
- संतान सुख में बाधा: समान नाड़ी होने पर संतान की सेहत कमजोर हो सकती है या संतान प्राप्ति में देरी या कठिनाइयां आ सकती हैं।
स्वास्थ्य समस्याएं: दंपति को शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
वैवाहिक जीवन में अस्थिरता: दोनों के स्वभाव में तालमेल की कमी हो सकती है, जिससे विवाद और तनाव बढ़ सकते हैं।
आर्थिक समस्याएं: दंपति को धन हानि या आर्थिक संघर्षों का सामना करना पड़ सकता है।
भावनात्मक दूरी: भावनात्मक जुड़ाव में कमी के कारण संबंधों में ठंडापन आ सकता है।
नाड़ी दोष को दूर करने के उपाय
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नाड़ी दोष को दूर करने के उपाय |
नाड़ी दोष को समाप्त करने के लिए ज्योतिष में कई उपाय बताए गए हैं:
- महामृत्युंजय मंत्र जाप: इस मंत्र का जाप करने से नाड़ी दोष का नकारात्मक प्रभाव कम हो सकता है।
कुंभ विवाह: यदि लड़की की कुंडली मेंनाड़ी दोष है, तो पहले उसे कुंभ (मिट्टी के घड़े) से विवाह करवाया जाता है।
नाड़ी दोष निवारण पूजा: किसी अनुभवी पंडित द्वारा इस विशेष पूजा को करवाने से दोष का प्रभाव कम हो सकता है।
रुद्राभिषेक: भगवान शिव की आराधना द्वारा नाड़ी दोष को शांत किया जा सकता है।
दान और सेवा: निर्धनों को अन्न, वस्त्र और शिक्षा का दान करना शुभ फल देता है।
क्या नाड़ी दोष को पूरी तरह समाप्त किया जा सकता है?
हालांकि नाड़ी दोष एक गंभीर दोष है, लेकिन सही उपायों और ज्योतिषीय सलाह के द्वारा इसके प्रभाव को काफी हद तक कम किया जा सकता है। अनुभवी ज्योतिषी की सलाह से उचित समाधान अपनाने पर वैवाहिक जीवन सुखमय बनाया जा सकता है।
नाड़ी दोष को लेकर घबराने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन इसे नज़रअंदाज़ भी नहीं करना चाहिए। उचित कुंडली मिलान और विशेषज्ञ की सलाह लेकर इस समस्या का समाधान किया जा सकता है। यदि सही उपाय किए जाएं, तो नाड़ी दोष के बावजूद एक सफल और सुखद वैवाहिक जीवन संभव है।
"पलासिया इंदौर, के निवासी को नाड़ी दोष के उपाय से वैवाहिक जीवन में शांति!"
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"राऊ इंदौर, के निवासी ने नाड़ी दोष से मुक्ति पाकर वैवाहिक जीवन को सुदृढ़ बनाया!"
मेरा नाम विकास जैन है, मैं राऊ, इंदौर में रहता हूँ। शादी के कुछ समय बाद ही हमारे रिश्ते में खटास आ गई थी। हर दिन विवाद होने लगे थे। तब मैंने ज्योतिषाचार्य मनोज साहू जी की सलाह ली। साहू जी ने हमारी कुंडलीका विश्लेषण किया और नाड़ी दोष को समस्या का कारण बताया। उन्होंने हमें नाड़ी दोष निवारण के कुछ सरल उपाय बताए। उपाय करने के बाद हमारे बीच प्यार और समझ बढ़ी, आज हम खुशहाल जीवन जी रहे हैं।