भगवान नरसिंह की आराधना से शत्रु बाधा का समाधान

 भगवान नरसिंह की आराधना से शत्रु बाधा का समाधान

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 भगवान नरसिंह की आराधना

भगवान नरसिंह भगवान विष्णु के चौथे अवतार माने जाते हैं, जिन्होंने अधर्म और अन्याय का नाश कर धर्म की स्थापना की थी। भगवान नरसिंह का रूप अत्यंत उग्र और शक्तिशाली है, जो भक्तों को हर प्रकार की शत्रु बाधा से मुक्ति दिलाते हैं। यदि जीवन में किसी भी प्रकार की शत्रु बाधा, नकारत्मकता या दुश्मनों के कारण परेशानी हो रही हो, तो भगवान नरसिंह की आराधना अत्यंत प्रभावशाली सिद्ध होती है।

भगवान नरसिंह की पूजा का महत्व: 

भगवान नरसिंह को शक्ति, साहस और न्याय का प्रतीक माना जाता है। उनकी पूजा करने से न केवल शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है, बल्कि जीवन में आने वाली सभी कठिनाइयों का भी निवारण होता है। भगवान नरसिंह की कृपा से भय, अशांति और नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है।


शत्रु बाधा से बचने के लिए नरसिंह आराधना के लाभ:

शत्रुओं पर विजय


  • शत्रुओं पर विजय: भगवान नरसिंह की कृपा से व्यक्ति अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्त करता है।

  • सुरक्षा कवच: नरसिंह मंत्र जाप करने से एक अदृश्य सुरक्षा कवच बनता है, जो बुरी शक्तियों से बचाव करता है।

  • आत्मविश्वास और साहस: भगवान नरसिंह की आराधना से व्यक्ति में आत्मविश्वास और साहस बढ़ता है।

  • कानूनी मामलों में सफलता: जिन लोगों को कोर्ट-कचहरी के मामलों में दिक्कतें आ रही हों, वे भगवान नरसिंह की पूजा करें, इससे निश्चित रूप से सफलता मिलती है।

  • नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति: भगवान नरसिंह की कृपा से जीवन में सकारात्मकता आती है और बुरी नजर तथा तंत्र-मंत्र से सुरक्षा मिलती है।


नरसिंह मंत्र और स्तोत्र: भगवान नरसिंह की आराधना के लिए निम्न मंत्र का जाप करें:

"ॐ उग्रं वीरं महाविष्णुं ज्वलंतं सर्वतोमुखम् | नृसिंहं भीषणं भद्रं मृत्यु मृत्युं नमाम्यहम् ||"

इस मंत्र का प्रतिदिन 108 बार जाप करें। इससे शत्रुओं से रक्षा होती है और जीवन में शांति और समृद्धि आती है।

नरसिंह कवच स्तोत्र: नरसिंह कवच स्तोत्र का पाठ करने से व्यक्ति हर प्रकार की बुरी शक्तियों से सुरक्षित रहता है। इसे नियमित रूप से पढ़ने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा आती है।


पूजा विधि:

पूजा विधि:


  • प्रातःकाल स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।

  • भगवान नरसिंह की मूर्ति या चित्र के सामने दीप जलाएं।

  • पीले या लाल फूल अर्पित करें।

  • भगवान नरसिंह का प्रिय भोग, जैसे पंचामृत या फल अर्पित करें।

  • उपरोक्त मंत्र का जाप करें और अपनी समस्या के समाधान के लिए प्रार्थना करें।


भगवान नरसिंह व्रत:

 यदि शत्रु बाधा बहुत अधिक है, तो भगवान नरसिंह व्रत करना अत्यंत लाभकारी होता है। इस व्रत को शुक्ल पक्ष के चतुर्दशी को करें। दिन भर उपवास रखकर भगवान नरसिंह की पूजा करें और संध्या समय उनकी आरती उतारें।


निष्कर्ष:

 भगवान नरसिंह की आराधना से जीवन में आने वाली हर प्रकार की शत्रु बाधा और नकारात्मकता का नाश होता है। उनकी कृपा से व्यक्ति को साहस, आत्मविश्वास, सुरक्षा और सफलता प्राप्त होती है। यदि आप भी अपने जीवन में किसी प्रकार की शत्रु बाधा से परेशान हैं, तो भगवान नरसिंह की आराधना करें और उनके आशीर्वाद से अपने जीवन को सुखमय बनाएं।



"विजयनगर इंदौर, के निवासी को भगवान नरसिंह की आराधना से शत्रु बाधा से मिली मुक्ति!"

मेरा नाम राहुल शर्मा है, मैं विजयनगर, इंदौर में रहता हूँ। पिछले कुछ समय से मेरे जीवन में शत्रुओं की वजह से कई परेशानियां चल रही थीं। हर काम में रुकावटें आ रही थीं और मानसिक शांति पूरी तरह खो चुकी थी। मैंने ज्योतिषाचार्य मनोज साहू जी से संपर्क किया। साहू जी ने मेरी कुंडली का विश्लेषण किया और भगवान नरसिंह की आराधना का परामर्श दिया। उनके बताए मंत्र जाप और पूजा विधि को अपनाने के बाद शत्रु बाधाएं दूर हो गईं और मेरे जीवन में शांति लौट आई।


"सुखलिया इंदौर, के निवासी को भगवान नरसिंह की कृपा से शत्रु बाधा से छुटकारा!"

मेरा नाम रोहित वर्मा है, मैं सुखलिया, इंदौर में रहता हूँ। मैं अपने व्यापार में लगातार शत्रुओं की साजिशों का सामना कर रहा था, जिससे मानसिक तनाव बढ़ गया था। ऐसे समय में मैंने ज्योतिषाचार्य मनोज साहू जी से संपर्क किया। उन्होंने मेरी कुंडली देखकर भगवान नरसिंह की आराधना का उपाय बताया। साहू जी के निर्देशानुसार नियमित रूप से नरसिंह स्तोत्र का पाठ और मंगलवार को मंदिर में नारियल अर्पित करने से मेरी सभी बाधाएं समाप्त हो गईं और व्यापार में उन्नति होने लगी।


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