आपकी कुंडली में कौन सा देवता है प्रमुख और उसका जीवन पर प्रभाव
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कुंडली का विशेष महत्व |
ज्योतिष शास्त्र में कुंडली का विशेष महत्व है। कुंडली के ग्रह और भाव न केवल हमारे जीवन की घटनाओं को प्रभावित करते हैं, बल्कि यह भी बताते हैं कि हमारी कुंडली में कौन सा देवता प्रमुख है। यह प्रमुख देवता हमारे स्वभाव, सोच, आदतों और जीवन के विभिन्न पहलुओं पर प्रभाव डालता है। आइए जानते हैं कि कुंडली में प्रमुख देवता की पहचान कैसे की जाती है और उनका जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है।
कुंडली में प्रमुख देवता की पहचान कैसे करें?
लग्न भाव : कुंडली का पहला भाव हमारे व्यक्तित्व और स्वभाव को दर्शाता है। इस भाव का स्वामी ग्रह जिस देवता से जुड़ा है, वह आपके जीवन में प्रमुख भूमिका निभाता है।
नवम भाव (भाग्य भाव): नवम भाव धर्म, भाग्य और गुरु का भाव है। इस भाव का स्वामी जिस देवता का प्रतिनिधित्व करता है, वही आपकी आध्यात्मिक दिशा तय करता है।
अष्टम भाव (रहस्य और परिवर्तन): अष्टम भाव गहरे रहस्यों और जीवन में आने वाले बड़े बदलावों से जुड़ा है। इस भाव का ग्रह भी आपके जीवन में एक प्रमुख देवता को दर्शा सकता है।
ग्रहों की स्थिति: जिन ग्रहों की स्थिति कुंडली में सबसे मजबूत होती है, उनसे संबंधित देवता भी आपके जीवन में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं।
प्रमुख ग्रह और उनके संबंधित देवता
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प्रमुख ग्रह |
सूर्य - भगवान विष्णु: सूर्य के मजबूत होने पर व्यक्ति में नेतृत्व, आत्मविश्वास और निर्णय लेने की क्षमता होती है।
चंद्रमा - माता गौरी/शिवा: चंद्रमा के प्रभाव से व्यक्ति संवेदनशील, शांत और रचनात्मक होता है।
मंगल - भगवान हनुमान/कार्तिकेय: मंगल के प्रभाव से साहस, ऊर्जा और संघर्ष की क्षमता मिलती है।
बुध - भगवान विष्णु/गणेश जी: बुध ग्रह व्यक्ति को बुद्धिमान, चतुर और संवाद कुशल बनाता है।
गुरु - भगवान बृहस्पति/दत्तात्रेय: गुरु के प्रभाव से व्यक्ति धार्मिक, दयालु और शिक्षित होता है।
शुक्र - माता लक्ष्मी: शुक्र के प्रभाव से सौंदर्य, प्रेम और भौतिक सुख-संपदा मिलती है।
शनि - भगवान शिव/काल भैरव: शनि के प्रभाव से अनुशासन, कर्मठता और धैर्य आता है।
राहु - काल भैरव/सरस्वती माता: राहु के प्रभाव से व्यक्ति में असाधारण सोच, कल्पनाशक्ति और संघर्ष की प्रवृत्ति आती है।
केतु - गणेश जी/मातंगी देवी: केतु के प्रभाव से व्यक्ति में आध्यात्मिकता, ध्यान और गहरे ज्ञान की प्राप्ति होती है।
प्रमुख देवता के प्रभाव और उपाय
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प्रमुख देवता के प्रभाव |
- भगवान विष्णु (सूर्य और बुध)
प्रभाव: नेतृत्व क्षमता, आत्मविश्वास, निर्णय शक्ति।
उपाय: रविवार को सूर्य को अर्घ्य दें, विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें।
माता गौरी (चंद्रमा)
प्रभाव: शांति, संवेदनशीलता, सौंदर्य।
उपाय: सोमवार को सफेद वस्त्र पहनें, शिव-पार्वती की पूजा करें।
भगवान हनुमान (मंगल)
प्रभाव: साहस, ऊर्जा, संघर्ष क्षमता।
उपाय: मंगलवार को हनुमान चालीसा का पाठ करें।
भगवान बृहस्पति (गुरु)
प्रभाव: ज्ञान, धर्म, शिक्षण।
उपाय: बृहस्पतिवार को पीले वस्त्र पहनें, गुरु को प्रणाम करें।
माता लक्ष्मी (शुक्र)
प्रभाव: धन, भौतिक सुख, प्रेम।
उपाय: शुक्रवार को माता लक्ष्मी की पूजा करें, सफेद वस्त्र धारण करें।
भगवान शिव (शनि)
प्रभाव: अनुशासन, कर्म, धैर्य।
उपाय: शनिवार को शिवलिंग पर जल चढ़ाएं, शनि मंत्र का जाप करें।
आपकी कुंडली में प्रमुख देवता आपके जीवन की दिशा, स्वभाव और भविष्य को आकार देते हैं। सही उपाय और आराधना से आप उनके सकारात्मक प्रभाव को बढ़ा सकते हैं और जीवन में शांति, सुख और समृद्धि पा सकते हैं। अपनी कुंडली का विश्लेषण करके जानिए कि कौन सा देवता आपके जीवन में सबसे बड़ा मार्गदर्शक है और उनकी कृपा से अपने जीवन को सफल बनाइए।
"राजमोहल्ला इंदौर, के निवासी को प्रमुख देवता के उपायों से मिला जीवन में सुख!"
मेरा नाम अजय शर्मा है, मैं राजमोहल्ला, इंदौर में रहता हूँ। लंबे समय से मेरे जीवन में अनेक बाधाएं आ रही थीं। व्यवसाय में घाटा, पारिवारिक कलह और मानसिक शांति की कमी थी। मैंने ज्योतिषाचार्य मनोज साहू जी से संपर्क किया। साहू जी ने मेरी कुंडली का विश्लेषण किया और बताया कि मेरी कुंडली में प्रमुख देवता भगवान विष्णु हैं, जिनकी उपासना से मेरे जीवन में शांति और समृद्धि आ सकती है।
उन्होंने मुझे हर गुरुवार को विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने, पीले वस्त्र धारण करने और जरूरतमंदों को चने और गुड़ का दान करने का परामर्श दिया। उनके बताए उपायों से मेरी समस्याएं धीरे-धीरे समाप्त हो गईं और जीवन में सकारात्मकता का अनुभव होने लगा।
"पलासिया इंदौर, के निवासी को प्रमुख देवता की कृपा से मिली सफलता!"
मेरा नाम संदीप जोशी है, मैं पलासिया, इंदौर में रहता हूँ। करियर में असफलता और आर्थिक समस्याओं से मैं बेहद परेशान था। मेहनत करने के बावजूद परिणाम अनुकूल नहीं मिल रहे थे। तब मैंने ज्योतिषाचार्य मनोज साहू जी से सलाह ली। साहू जी ने मेरी कुंडली का गहराई से अध्ययन किया और बताया कि मेरी कुंडली में प्रमुख देवता माता लक्ष्मी हैं, जिनकी कृपा से आर्थिक संकट दूर हो सकते हैं।
उन्होंने मुझे हर शुक्रवार को माता लक्ष्मी की पूजा करने, लाल कमल का फूल चढ़ाने और नियमित रूप से श्री सूक्त का पाठ करने की सलाह दी। इन उपायों से मेरे व्यवसाय में उन्नति होने लगी और जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन हुआ।