हनुमान जयंती पर विशेष दान और पूजा – कौन-कौन से कार्य बनते हैं शुभ
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हनुमान जयंती पर विशेष दान और पूजा |
हनुमान जयंती हिन्दू धर्म का एक अत्यंत पवित्र और ऊर्जावान पर्व है। यह भगवान हनुमान जी के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है, जो भक्ति, शक्ति, साहस, और सेवाभाव के प्रतीक माने जाते हैं। इस दिन विशेष दान, पूजा, मंत्र जप, और धार्मिक कार्य करना अत्यंत शुभ माना जाता है। हनुमान जी को संकटमोचक कहा जाता है और ऐसा विश्वास है कि उनकी उपासना से सभी भय, रोग, शत्रु बाधा और ग्रह दोष दूर हो जाते हैं।
इस ब्लॉग में हम विस्तार से जानेंगे कि हनुमान जयंती पर किन विशेष दानों, पूजाओं और कर्मों को करना अत्यंत लाभकारी और शुभ माना गया है।
हनुमान जयंती का महत्व
हनुमान जी को भगवान शिव का 11वां रूद्रावतार माना गया है। उन्हें ‘बजरंगबली’, ‘मारुति’, ‘अनजानिपुत्र’, ‘पवनपुत्र’, और ‘रामभक्त’ जैसे कई नामों से जाना जाता है। उनकी पूजा से व्यक्ति को बल, बुद्धि, विद्या, और विजय की प्राप्ति होती है।
हनुमान जयंती पर की गई पूजा और दान का फल सामान्य दिनों की तुलना में अनेक गुना अधिक मिलता है। यह दिन विशेष रूप से उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण होता है जो जीवन में किसी नकारात्मक ऊर्जा, बाधा या भय से जूझ रहे हैं।
हनुमान जयंती पर पूजन विधि
प्रातःकाल स्नान और व्रत
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हनुमान जयंती के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करना और लाल वस्त्र धारण करना शुभ माना जाता है।
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शुद्ध घी का दीपक जलाएं और घर या मंदिर में हनुमान जी की मूर्ति अथवा चित्र के सामने पूजन आरंभ करें।
हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ
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इस दिन हनुमान चालीसा, बजरंग बाण, हनुमान अष्टक, या सुंदरकांड का पाठ करना अत्यंत फलदायक होता है।
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पाठ के समय लाल फूल, गुड़, चना, और चमेली के तेल का दीपक अर्पित करें।
मंत्र जाप
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“ॐ हनुमते नमः” या “ॐ रामदूताय नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें।
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विशेष रूप से "ॐ ऐं भ्रीम हनुमते श्री राम दूताय नमः" मंत्र अत्यंत प्रभावशाली माना गया है।
हनुमान जी को क्या चढ़ाएं?
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सिंदूर, चमेली का तेल, लाल फूल, गुड़, चना, नारियल, और तुलसी पत्र।
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केले, लड्डू, और मूंगफली अर्पण करना भी शुभ माना जाता है।
हनुमान जयंती पर विशेष दान
लाल वस्त्र दान
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लाल रंग हनुमान जी का प्रिय रंग है। इस दिन किसी ब्राह्मण या साधु को लाल वस्त्र दान करें।
चने और गुड़ का दान
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हनुमान जी को चने और गुड़ अत्यंत प्रिय हैं। इन्हें दान में देना पुण्यकारी होता है।
घी और तेल दान
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चमेली का तेल और शुद्ध देसी घी हनुमान जी की पूजा में प्रयोग होता है। इन्हें मंदिर या किसी जरूरतमंद को देना शुभ होता है।
पुस्तकें और धार्मिक सामग्री दान
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हनुमान चालीसा, सुंदरकांड, रामायण जैसी धार्मिक पुस्तकों का दान करना अत्यंत पुण्यदायी है।
अन्न, जल और फल दान
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गरीबों को भोजन, पानी और फल वितरण करने से दोगुना फल प्राप्त होता है।
इस दिन के अन्य शुभ कार्य
ब्रह्मचर्य व्रत और उपवास
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जो लोग व्रत रखते हैं उन्हें ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए। इससे मानसिक और आत्मिक शुद्धि होती है।
मकान, व्यापार, वाहन पूजा
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यदि आप नया कार्य शुरू करने जा रहे हैं या वाहन/दुकान खरीदना चाहते हैं, तो यह दिन शुभ मुहूर्त होता है।
शनि दोष और मंगल दोष निवारण
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हनुमान जी को शनि से जुड़े कष्टों को हरने वाला देवता माना गया है। शनि साढ़ेसाती, ढैय्या या मंगल दोष हो तो हनुमान जी की पूजा से विशेष लाभ मिलता है।
ज्योतिषीय दृष्टिकोण से लाभ
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मंगल और शनि दोष से पीड़ित जातकों को इस दिन पूजा करने से राहत मिलती है।
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जिनकी कुंडली में चंद्र-राहु या गुरु-केतु की युति है, उन्हें हनुमान उपासना से मानसिक शांति मिलती है।
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जिनकी कुंडली में कोई कार्य बाधा, कोर्ट-कचहरी या नौकरी में रुकावट है, उनके लिए यह दिन अति फलदायक सिद्ध हो सकता है।
हनुमान जयंती पर सावधानियां
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इस दिन मद्यपान, मांसाहार, क्रोध, झूठ, और किसी का अपमान करने से बचें।
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यदि व्रत रख रहे हों तो दिन भर संयम और ब्रह्मचर्य का पालन करें।
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बिना स्नान और शुद्धता के हनुमान जी को न छुएं।
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हनुमान जी के सामने कभी भी नंगे पांव से नहीं जाना चाहिए।
हनुमान जयंती केवल एक धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि आत्मबल, विश्वास और ईश्वर की भक्ति को जागृत करने का दिन है। इस दिन की गई विशेष पूजा, जप, और दान से व्यक्ति न केवल शारीरिक और मानसिक बल प्राप्त करता है, बल्कि अपने जीवन की बाधाओं को भी दूर कर सकता है।
यदि आप इस पावन दिन सच्चे मन और श्रद्धा से हनुमान जी की सेवा करते हैं, तो न केवल आपके कष्ट दूर होंगे, बल्कि आपका जीवन भी उन्नति और सफलता की ओर अग्रसर होगा।
विवेक शर्मा ,सिलिकॉन सिटी, इंदौर
मैं हर साल हनुमान जयंती पर पूजा करता हूँ, लेकिन इस बार एस्ट्रोलॉजर साहू जी की सलाह पर विशेष दान जैसे – लाल वस्त्र, चना और गुड़ का दान – किया। सिलिकॉन सिटी के पास के मंदिर में हनुमान चालीसा का 108 बार पाठ कराया। उसके बाद से काम में जो बाधाएं थीं, वो कम होने लगीं। इंदौर में साहू जी जैसे अनुभवी पंडित मिलना सौभाग्य की बात है।"
सुषमा मिश्रा,राजेंद्र नगर, इंदौर
राजेंद्र नगर से मैं एस्ट्रोलॉजर साहू जी के पास विशेष हनुमान जयंती उपाय जानने गई थी। उन्होंने बताया कि मंगल दोष से मुक्ति के लिए इस दिन चमेली का तेल और सिंदूर चढ़ाना बहुत फलदायक होता है। उनके बताए अनुसार सुबह मंदिर जाकर पूजा की और ब्राह्मणों को भोजन कराया। अगले ही सप्ताह घर के लंबे समय से रुके काम बनने लगे। हनुमान जी की कृपा और साहू जी की सलाह अमूल्य है।"