जन्मकुंडली में मार्केटिंग फील्ड में सफलता के योग कैसे देखें?

जन्मकुंडली में मार्केटिंग फील्ड में सफलता के योग कैसे देखें?

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जन्मकुंडली में मार्केटिंग फील्ड में सफलता के योग कैसे देखें?

आज के प्रतिस्पर्धात्मक युग में मार्केटिंग फील्ड एक ऐसा क्षेत्र बन चुका है जहाँ रचनात्मकता, वाणी कला, मनोविज्ञान की समझ और जनसंपर्क में दक्षता की अत्यधिक आवश्यकता होती है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आपके अंदर यह गुण जन्म से ही मौजूद हो सकते हैं? जी हां, जन्मकुंडली में मार्केटिंग फील्ड में सफलता के योग को देखकर यह अनुमान लगाया जा सकता है कि कोई व्यक्ति इस क्षेत्र में कितना आगे बढ़ सकता है।

यह लेख विशेष रूप से उन छात्रों, पेशेवरों और अभिभावकों के लिए है जो जानना चाहते हैं कि जन्मकुंडली में मार्केटिंग फील्ड में कैरियर की संभावनाएं कैसी होंगी और कौन-कौन से ग्रह और भाव इस दिशा में प्रमुख भूमिका निभाते हैं।

मार्केटिंग फील्ड में सफलता के लिए जरूरी ग्रह

जन्मकुंडली में मार्केटिंग फील्ड में सफलता प्राप्त करने के लिए निम्नलिखित ग्रहों की स्थिति और शक्ति का विशेष महत्व होता है:

बुध – वाणी, बुद्धि और तर्क का प्रतीक

बुध ग्रह व्यक्ति की संवाद क्षमता, तर्कशक्ति, लेखन एवं प्रस्तुति की योग्यता को दर्शाता है। मार्केटिंग फील्ड में यह ग्रह अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि इस क्षेत्र में प्रभावी कम्युनिकेशन स्किल्स की प्रमुख भूमिका होती है।

  • अगर बुध मजबूत हो और तीसरे, पंचम, या दसवें भाव में शुभ दृष्टि से स्थित हो, तो व्यक्ति में मार्केटिंग की गहरी समझ होती है।

  • मिथुन, कन्या या तुला राशि में बुध होना अत्यंत शुभ माना जाता है।

शुक्र– आकर्षण, कला और सौंदर्य का ग्रह

शुक्र ब्रांडिंग, प्रचार, विज्ञापन और विज़ुअल प्रेजेंटेशन की दुनिया का राजा है। यदि कोई व्यक्ति मीडिया या डिजिटल मार्केटिंग में करियर बनाना चाहता है, तो कुंडली में शुक्र की स्थिति अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है।

  • शुक्र यदि लग्न, सप्तम, या दशम भाव में स्थित हो, तो व्यक्ति में सौंदर्यबोध, रंगों की समझ और ग्राहकों को आकर्षित करने की शक्ति होती है।

राहु – डिजिटल और इनोवेटिव अप्रोच का प्रतिनिधि

राहु मार्केटिंग फील्ड में तकनीकी और डिजिटल क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करता है। डिजिटल मार्केटिंग, सोशल मीडिया प्रमोशन और वायरल कंटेंट क्रिएशन में राहु की विशेष भूमिका होती है।

  • यदि राहु तीसरे, छठे, या ग्यारहवें भाव में शुभ दृष्टि में हो और बुध या शुक्र से संबंध बनाए, तो व्यक्ति डिजिटल मार्केटिंग में सफल हो सकता है।

कौन-से भाव देते हैं मार्केटिंग में सफलता?

कौन-से भाव देते हैं मार्केटिंग में सफलता?

जन्मकुंडली में मार्केटिंग फील्ड में योग देखने के लिए निम्नलिखित भावों पर ध्यान देना अत्यंत आवश्यक है:

तीसरा भाव – संचार और प्रयास

यह भाव वाणी, लेखन, प्रयास, आत्मविश्वास और साहस से जुड़ा होता है। मार्केटिंग फील्ड में सफलता के लिए यह भाव सक्रिय और बलवान होना चाहिए।

  • यदि तीसरे भाव में बुध, राहु या शुक्र स्थित हों, तो व्यक्ति में संवाद और प्रचार की अद्भुत क्षमता होती है।

पंचम भाव – रचनात्मकता और रणनीति

यह भाव कल्पनाशीलता, मनोविज्ञान की समझ और योजना निर्माण से जुड़ा है। मार्केटिंग की दुनिया में इन गुणों की अत्यधिक मांग होती है।

  • पंचम भाव पर गुरु, बुध या शुक्र की दृष्टि या उनकी स्थिति हो तो व्यक्ति इनोवेटिव मार्केटिंग आइडियाज के लिए जाना जाता है।

दशम भाव – करियर और पेशेवर जीवन

यह भाव प्रोफेशन और समाज में स्थान को दर्शाता है। यदि दशम भाव में मंगल, बुध या शुक्र का प्रभाव हो, तो व्यक्ति को मार्केटिंग से संबंधित करियर में नाम और पैसा दोनों मिलता है।

डिजिटल मार्केटिंग और राहु का संबंध

आधुनिक युग में डिजिटल मार्केटिंग का बोलबाला है। जन्मकुंडली में मार्केटिंग फील्ड में सफलता के लिए राहु का शुभ प्रभाव आवश्यक है।

  • राहु यदि मिथुन, कुंभ या कन्या राशि में हो और बुध या शुक्र के साथ संबंध बना रहा हो, तो व्यक्ति SEO, सोशल मीडिया, एडवांस एनालिटिक्स, ऑटोमेशन और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर उत्कृष्ट परिणाम दे सकता है।

दशा और अंतर्दशा का प्रभाव

सिर्फ ग्रहों की स्थिति नहीं, बल्कि ग्रहों की दशा और अंतर्दशा भी मार्केटिंग फील्ड में व्यक्ति की सफलता तय करती है।

  • यदि बुध, शुक्र, गुरु या राहु की महादशा या अंतरदशा चल रही हो और ग्रह शुभ हो, तो व्यक्ति को इस क्षेत्र में सफलता मिलती है।

  • विपरीत दशाओं में परिणाम अपेक्षा से कम मिल सकते हैं, इसलिए उपाय आवश्यक हो जाता है।

नवांश और दशमांश कुंडली का विश्लेषण

जन्मकुंडली में मार्केटिंग फील्ड की वास्तविक गहराई जानने के लिए मुख्य कुंडली के साथ-साथ नवांश और दशमांश कुंडली का भी अध्ययन जरूरी है।

  • नवांश में शुक्र, बुध या राहु की अच्छी स्थिति सफलता के योग को पुष्ट करती है।

  • दशमांश में यदि दशम भाव मजबूत हो और वहां शुभ ग्रह बैठे हों, तो यह व्यक्ति के प्रोफेशन में स्थायित्व और उन्नति का संकेत देता है।

ज्योतिषीय उपाय – सफलता को बनाए सुलभ

यदि किसी की कुंडली में मार्केटिंग के योग कमजोर हों, तो नीचे दिए गए उपाय करके उसे मजबूत बनाया जा सकता है:

बुध के लिए उपाय:

  • बुधवार को हरे कपड़े पहनें।

  • हरा मूंग का दान करें।

  • मंत्र: “ॐ बुधाय नमः” – प्रतिदिन 108 बार जप करें।

शुक्र के लिए उपाय:

  • शुक्रवार को सफेद वस्त्र पहनें।

  • चावल, दूध और सफेद मिठाई का दान करें।

  • मंत्र: “ॐ शुक्राय नमः” – 108 बार जप करें।

राहु के लिए उपाय:

  • शनिवार या अमावस्या को राहु शांति पूजा कराएं।

  • मंत्र: “ॐ रां राहवे नमः” – 108 बार जप करें।

  • राहु यंत्र धारण करें।

सफल मार्केटिंग प्रोफेशनल की कुंडली में क्या देखें?

सफल मार्केटिंग प्रोफेशनल की कुंडली में क्या देखें?

एक सफल मार्केटिंग प्रोफेशनल की कुंडली में आमतौर पर निम्नलिखित विशेषताएं होती हैं:

  • बुध और शुक्र का बलवान होना।

  • तीसरा, पंचम और दशम भाव का शुभ और सक्रिय होना।

  • राहु का अनुकूल प्रभाव (विशेषकर डिजिटल फील्ड के लिए)।

  • वाणी योग, लेखन योग और आकर्षण क्षमता के योग।

कुंडली से पहचानें अपना मार्केटिंग टैलेंट

जन्मकुंडली में मार्केटिंग फील्ड की सफलता सिर्फ कर्म नहीं, बल्कि ग्रहों की शक्ति और उनकी दशा-दिशा पर भी निर्भर करती है। यदि आपकी कुंडली में बुध, शुक्र और राहु जैसे ग्रह अनुकूल स्थिति में हों, और तीसरा, पंचम व दशम भाव सक्रिय हों, तो समझ लीजिए कि आप मार्केटिंग फील्ड के लिए परफेक्ट हैं।

यदि आप इस क्षेत्र में संघर्ष कर रहे हैं या करियर की शुरुआत करने जा रहे हैं, तो एक बार अपनी जन्मकुंडली किसी अनुभवी ज्योतिषाचार्य से अवश्य जांचें। सही समय पर सही दिशा में उठाए गए कदम आपको इस प्रतिस्पर्धी दुनिया में भी ऊँचाइयों तक पहुँचा सकते हैं।

यदि आप अपनी जन्मकुंडली में मार्केटिंग फील्ड के योग की गहराई से जांच करवाना चाहते हैं या अपने करियर की दिशा को स्पष्ट करना चाहते हैं, तो अभी अनुभवी और प्रमाणिक ज्योतिषी से संपर्क करें।

क्या आप चाहते हैं कि आपका नाम मार्केटिंग इंडस्ट्री में जाना जाए? तो आज ही अपनी कुंडली का विश्लेषण कराएं और सफलता की राह आसान बनाएं!


अभिषेक त्रिपाठी, स्कीम नंबर 78, इंदौर

"मैं मार्केटिंग क्षेत्र में अच्छा करना चाहता था, लेकिन आत्मविश्वास की कमी और बार-बार असफलता से परेशान था। फिर मैंने विजयनगर, इंदौर में एस्ट्रोलॉजर मनोज साहू जी से संपर्क किया। उन्होंने मेरी कुंडली देखकर बताया कि बुध और शुक्र ग्रह की स्थिति मजबूत हो तो मार्केटिंग फील्ड में सफलता मिलती है। उन्होंने रत्न और कुछ विशेष उपाय बताए। अब मैं एक नामी कंपनी में मार्केटिंग मैनेजर के पद पर हूँ। साहू जी का मार्गदर्शन मेरे करियर की दिशा बदलने वाला रहा!"

नीलिमा तिवारी ,भंवरकुआं, इंदौर

"मैंने MBA किया था लेकिन मार्केटिंग में मनचाहा ग्रोथ नहीं मिल रहा था। भंवरकुआं से मैं खासतौर पर विजयनगर, इंदौर में एस्ट्रोलॉजर साहू जी के पास पहुँची। उन्होंने मेरी कुंडली देखकर बताया कि तीसरे और पंचम भाव की स्थिति और बुध की दशा पर ध्यान देना जरूरी है। उनके बताए उपायों को अपनाने के बाद मेरे करियर में तेजी से ग्रोथ होने लगी। अब मुझे खुद पर विश्वास है और राह स्पष्ट दिखती है।"


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