ग्रहों की दशा से जानें कौन से रिश्तेदार आपके भाग्य को बदल सकते हैं?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, हमारे जीवन में आने वाले सुख-दुख, सफलता-असफलता और भाग्य का संबंध ग्रहों की दशा से होता है। ग्रह न केवल हमारे स्वभाव और करियर को प्रभावित करते हैं, बल्कि यह भी तय करते हैं कि हमारे कौन से रिश्तेदार हमारे भाग्य को संवार सकते हैं या बाधा बन सकते हैं। विभिन्न ग्रहों का संबंध अलग-अलग पारिवारिक सदस्यों से होता है, और इन ग्रहों की स्थिति हमारे रिश्तों को प्रभावित करती है।
इस लेख में हम ज्योतिषीय दृष्टिकोण से जानेंगे कि कौन से रिश्तेदार आपके भाग्य को प्रभावित कर सकते हैं और इसे सुधारने के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं।
ग्रह और उनके संबंधित रिश्तेदार
यदि कुंडली में सूर्य मजबूत हो तो व्यक्ति को पिता का सहयोग और सरकारी क्षेत्र में सफलता मिलती है।
सूर्य कमजोर हो तो पिता से मतभेद, आत्मसम्मान में कमी और करियर में रुकावटें आती हैं।
उपाय: प्रतिदिन सूर्य को जल अर्पित करें, पिता का सम्मान करें और तांबे का सिक्का जल में प्रवाहित करें।
चंद्रमा मन का कारक होता है और इसका प्रभाव माता तथा नानी-नाना से जुड़ा होता है।
मजबूत चंद्रमा से व्यक्ति को माता का आशीर्वाद और मानसिक शांति मिलती है।
कमजोर चंद्रमा से माता से दूरी, मानसिक तनाव और अस्थिरता आती है।
उपाय: सोमवार को सफेद चीजों का दान करें, माता की सेवा करें और मोती धारण करें।
मंगल – भाई और मित्र
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मंगल – भाई और मित्र |
मंगल का संबंध भाई, मित्र और ऊर्जा से होता है।
यदि मंगल शुभ हो तो भाई-बहनों से अच्छा सहयोग और साहस मिलता है।
अशुभ मंगल झगड़े, कोर्ट-कचहरी और दुर्घटनाओं का कारण बनता है।
उपाय: मंगलवार को हनुमान चालीसा पढ़ें, लाल मसूर दान करें और हनुमान जी की सेवा करें।
बुध – मामा और कजिन्स
बुध बुद्धिमत्ता, संचार और व्यापार का ग्रह है, और इसका संबंध मामा तथा कजिन्स से होता है।
मजबूत बुध से व्यक्ति को व्यापार में सफलता और रिश्तों में मिठास मिलती है।
कमजोर बुध से गलतफहमियां, झगड़े और आर्थिक नुकसान होता है।
उपाय: बुधवार को हरे रंग के वस्त्र पहनें, गाय को हरा चारा खिलाएं और पन्ना धारण करें।
गुरु ज्ञान, धन और भाग्य का कारक ग्रह है।
शुभ गुरु से व्यक्ति को दादा-दादी और शिक्षकों का आशीर्वाद मिलता है।
कमजोर गुरु से शिक्षा में बाधा, करियर में रुकावटें और भाग्यहीनता आती है।
उपाय: बृहस्पतिवार को पीले वस्त्र पहनें, दान-पुण्य करें और गुरुजनों का सम्मान करें।
शुक्र – जीवनसाथी और बहनें
मजबूत शुक्र से विवाह सुखी होता है और जीवनसाथी से सहयोग मिलता है।
अशुभ शुक्र से दांपत्य जीवन में तनाव, विवाह में देरी और रिश्तों में खटास आती है।
उपाय: शुक्रवार को सफेद वस्त्र पहनें, चावल और दूध का दान करें और बहनों को उपहार दें।
शनि न्याय, कर्म और संघर्ष का ग्रह है, जिसका संबंध चाचा, नौकर और वृद्धजनों से होता है।
शुभ शनि से व्यक्ति को मेहनत का फल मिलता है और चाचा से सहयोग प्राप्त होता है।
अशुभ शनि से बाधाएं, कानूनी समस्याएं और मानसिक तनाव बढ़ता है।
उपाय: शनिवार को काले तिल और तेल का दान करें, जरूरतमंदों की सेवा करें और शनि चालीसा का पाठ करें।
राहु – ससुराल पक्ष और मित्र
शुभ राहु से व्यक्ति को अप्रत्याशित लाभ और प्रभावशाली मित्रों का सहयोग मिलता है।
अशुभ राहु से व्यक्ति को ससुराल पक्ष से समस्याएं, मानसिक तनाव और धोखा मिलता है।
उपाय: राहु के बुरे प्रभाव से बचने के लिए नारियल प्रवाहित करें, सरसों के तेल का दान करें और मंत्र जाप करें।
केतु आध्यात्मिकता और मोक्ष का ग्रह है, जिसका संबंध पूर्वजों और आध्यात्मिक गुरुओं से होता है।
मजबूत केतु से व्यक्ति को आध्यात्मिक उन्नति और पूर्वजों का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
अशुभ केतु से मानसिक भ्रम, भय और अचानक नुकसान होता है।
उपाय: केतु दोष से बचने के लिए कुत्तों को भोजन कराएं, सफेद तिल का दान करें और शिव पूजन करें।
ग्रहों की दशा का प्रभाव हमारे रिश्तों और भाग्य पर सीधा पड़ता है। यदि कुंडली में किसी ग्रह की स्थिति कमजोर है, तो उससे संबंधित रिश्तेदार से मतभेद हो सकते हैं और भाग्य में बाधाएं आ सकती हैं। इसके विपरीत, यदि ग्रह शुभ हैं, तो वही रिश्तेदार हमारे जीवन में सफलता और समृद्धि का कारण बन सकते हैं।
अनिल वर्मा (बापट चौराहा, इंदौर)
एस्ट्रोलॉजर साहू जी से कुंडली विश्लेषण करवाने के बाद मुझे पता चला कि मेरे मामा जी मेरे भाग्य में बड़ा परिवर्तन ला सकते हैं। उनके बताए कुछ उपाय अपनाने के बाद मेरा करियर बेहतर होने लगा और आर्थिक स्थिति में भी सुधार हुआ। अगर आप भी जानना चाहते हैं कि आपके भाग्य में कौन-से रिश्तेदार महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं, तो इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषी साहू जी से जरूर सलाह लें।"
संध्या त्रिवेदी (जूनि इंदौर, इंदौर)
मुझे हमेशा लगता था कि परिवार में कुछ लोग मेरे लिए बहुत लकी हैं, लेकिन एस्ट्रोलॉजर साहू जी से मिलने के बाद यह ज्योतिषीय रूप से भी प्रमाणित हुआ। उन्होंने बताया कि मेरी कुंडली में गुरु की स्थिति के कारण मेरे बड़े भाई मेरी तरक्की में सहायक हैं। उनके सुझाव मानने के बाद मुझे नौकरी में प्रमोशन मिला और परिवार में भी सुख-शांति बनी रही। इंदौर में यदि आप भी ग्रहों के अनुसार अपने शुभ रिश्तेदारों को जानना चाहते हैं, तो एस्ट्रोलॉजर साहू जी से संपर्क करें।"