जानिए कौन सी राशियां अपना किया वादा हमेशा तोड़ती हैं?

जानिए कौन सी राशियां अपना किया वादा हमेशा तोड़ती हैं?

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कौन सी राशियां अपना किया वादा हमेशा तोड़ती हैं?

हम सभी जीवन में वादों से जुड़े होते हैं—कोई हमसे वादा करता है, हम किसी से कोई वचन लेते हैं। लेकिन हर व्यक्ति अपने वादों को पूरी तरह निभा पाए, यह ज़रूरी नहीं। कुछ लोग परिस्थिति के अनुसार बदल जाते हैं, जबकि कुछ स्वभाव से ही वचन निभाने में ढीले होते हैं। ज्योतिष के अनुसार, व्यक्ति की राशि उसके व्यवहार और वचनबद्धता को काफी हद तक प्रभावित करती है।

इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषी के अनुसार इस लेख में हम जानेंगे कि कौन सी राशियां अपना किया वादा अक्सर तोड़ देती हैं, और इसके पीछे उनके स्वभाव, ग्रहों का प्रभाव और मानसिकता क्या होती है।

मिथुन राशि 

क्यों शामिल है इस सूची में?
मिथुन राशि वालों को बातचीत में दक्ष माना जाता है। ये जल्दी निर्णय लेते हैं, लेकिन अक्सर अपनी बात पर कायम नहीं रह पाते। जब ये कोई वादा करते हैं, तो उस समय इनकी मंशा सही होती है, लेकिन जल्द ही इनका ध्यान किसी और चीज़ पर चला जाता है।

ज्योतिषीय कारण:
बुध ग्रह से प्रभावित यह राशि बेहद चंचल होती है। यह मानसिक रूप से अत्यधिक सक्रिय होती है और कभी-कभी यह अस्थिरता उन्हें अपने वादों को निभाने से रोक देती है।

परिणामस्वरूप:
इनके द्वारा किया गया वादा हमेशा तोड़ती हैं, यह बात इनके करीबी कई बार अनुभव करते हैं।

धनु राशि : 

क्यों शामिल है इस सूची में?
धनु राशि के लोग ऊँचे आदर्श रखते हैं, पर व्यवहार में उतने व्यावहारिक नहीं होते। ये जल्द वादा कर देते हैं, और जब उसे निभाने का समय आता है, तो या तो भूल जाते हैं या नया बहाना बना लेते हैं।

ज्योतिषीय कारण:
गुरु ग्रह का प्रभाव इन्हें दार्शनिक और बड़ा सोचने वाला बनाता है। वे छोटी बातों या व्यक्तिगत दायित्वों को गंभीरता से नहीं लेते।

प्रभाव:
ऐसे व्यक्ति अक्सर दूसरों को निराश करते हैं क्योंकि कौन सी राशियां वादा हमेशा तोड़ती हैं, इस सूची में इनका नाम प्रमुख रूप से आता है।

मीन राशि क्यों शामिल है इस सूची में?

मीन राशि के लोग अत्यंत संवेदनशील और भावनात्मक होते हैं। ये किसी को मना नहीं कर पाते और जल्दी वादा कर बैठते हैं। लेकिन जब निभाने की बारी आती है, तो इनमें निर्णय लेने की ताकत नहीं होती।

ज्योतिषीय कारण:
गुरु ग्रह का प्रभाव और जल तत्व के कारण यह राशि सपनों की दुनिया में खोई रहती है। ये असमंजस और भ्रम की स्थिति में होते हैं, जिससे इनका वचन कमजोर पड़ता है।

परिणामस्वरूप:
इनकी भावना सच्ची होती है, पर व्यावहारिकता की कमी इन्हें उन राशियों में रखती है जो अक्सर वादा हमेशा तोड़ती हैं।

राशि

कुम्भ राशि :

क्यों शामिल है इस सूची में?
कुंभ राशि के लोग स्वतंत्र विचारों के होते हैं। ये सामाजिक दायित्वों और रिश्तों की पारंपरिक परिभाषा को चुनौती देते हैं। इसलिए जब ये कोई वादा करते हैं, तो यदि बाद में उन्हें वो वादा तर्कसंगत न लगे, तो ये उसे तोड़ने से नहीं हिचकते।

ज्योतिषीय कारण:
शनि और राहु का प्रभाव इन्हें भविष्यवादी सोच देता है, परंतु वर्तमान की जिम्मेदारियों से ये बचते हैं।

विशेषता:
ये किसी से वादा करने से पहले सोचते नहीं और निभाते समय तर्क देने लगते हैं। इसीलिए ये भी उन लोगों में आते हैं जिनकी कौन सी राशियां वादा हमेशा तोड़ती हैं की सूची में गणना होती है।

तुला राशि : 

क्यों शामिल है इस सूची में?
तुला राशि के लोग हर चीज़ में संतुलन बनाना चाहते हैं। ये किसी को मना करने में असहज होते हैं और अक्सर "हां" कह देते हैं। लेकिन मन से वे असमंजस में होते हैं कि वादा निभाएं या नहीं।

ज्योतिषीय कारण:
शुक्र ग्रह से प्रभावित यह राशि सौंदर्य और तालमेल की ओर झुकी होती है, लेकिन निर्णय लेने में कमजोर होती है।

नतीजा:
इनका निर्णय दो व्यक्तियों के बीच झूलता रहता है, इसलिए ये किसी भी वादे को पूर्ण रूप से निभा नहीं पाते। इसलिए इन्हें भी शामिल किया जाता है जब पूछा जाए कौन सी राशियां वादा हमेशा तोड़ती हैं?

क्या यह स्वभाव स्थायी होता है?

जरूरी नहीं कि ये प्रवृत्तियाँ जीवन भर बनी रहें। व्यक्ति की जन्म कुंडली में ग्रहों की दशा और गोचर, साथ ही उसका पारिवारिक और सामाजिक परिवेश, इन प्रवृत्तियों को कम या ज्यादा कर सकता है।

इसलिए कौन सी राशियां वादा हमेशा तोड़ती हैं, इसका आकलन करते समय हमें केवल सूर्य राशि नहीं, बल्कि चंद्र राशि, लग्न और नवांश को भी देखना चाहिए।

कैसे सुधारें यह आदत?

  • नियमित रूप से ध्यान और आत्मनिरीक्षण करें

  • सोच-समझकर ही वादा करें

  • लिखकर रखें कि आपने किससे क्या वादा किया है

  • गुरुवार को गुरु मंत्र का जाप करें – यह निर्णय लेने की शक्ति देता है

  • बुधवार को "ॐ बुं बुधाय नमः" का जाप करें – याददाश्त और स्पष्टता बढ़ाता है

हर इंसान अपने जीवन में कई बार वादा करता है। परन्तु किसी वादे को निभाना केवल नियत पर निर्भर नहीं होता, बल्कि व्यक्ति के स्वभाव, मानसिक स्थिति और ज्योतिष प्रभाव पर भी निर्भर करता है।

ये पांच राशियां अपने अस्थिर स्वभाव, भावनात्मक असंतुलन, और स्वतंत्र सोच के कारण अपने वादों को निभाने में अक्सर पीछे रह जाती हैं।

रजनी शर्मा, भंवरकुआं, इंदौर
"मेरी शादी की बात एक लड़के से चल रही थी, लेकिन वो हर बार कुछ न कुछ वादा करके मुकर जाता था। परेशान होकर मैं विजय नगर में एस्ट्रोलॉजर साहू जी के पास गई। उन्होंने कुंडली देखकर बताया कि लड़के की राशि मिथुन है, जो कभी-कभी वादों को निभाने में कमजोर होती है। उन्होंने साफ सलाह दी कि सोच-समझकर आगे बढ़ो। उनकी सलाह से मैंने सही निर्णय लिया। धन्यवाद इंदौर के प्रसिद्ध एस्ट्रोलॉजर साहू जी!"

अभय चौहान, तिलक नगर, इंदौर
"मुझे अपने व्यापारिक पार्टनर पर पूरा भरोसा था, लेकिन वह हर बार वादा तोड़ देता था। एस्ट्रोलॉजर साहू जी से मिलने पर उन्होंने उसकी राशि देखकर बताया कि वह धनु राशि का है और कभी-कभी आदतन वादे निभाना भूल जाता है। उन्होंने मुझे उपाय भी बताए और भविष्य को लेकर जागरूक किया। उनकी सलाह से अब मैं सही लोगों के साथ काम कर रहा हूँ। साहू जी सच में इंदौर के सबसे भरोसेमंद ज्योतिषी हैं।"

 

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