इस दिन जन्मे जातकों की कुंडली में होते हैं विशेष योग

इस दिन जन्मे जातकों की कुंडली में होते हैं विशेष योग

इस दिन जन्मे जातकों की कुंडली में होते हैं विशेष योग

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार व्यक्ति का जन्म दिन, तिथि, वार और समय उसके जीवन की दिशा और दशा तय करता है। यही कारण है कि दो व्यक्तियों की कुंडली में अंतर होता है, भले ही उनका नाम, शिक्षा या पारिवारिक पृष्ठभूमि समान हो। इस दिन जन्मे जातकों की कुंडली में विशेष योग पाए जाते हैं, जो उन्हें जीवन में विशेष पहचान दिलाते हैं। आइए समझते हैं इसे विस्तार से — ज्योतिषीय दृष्टि से।

जन्म का दिन क्यों होता है महत्वपूर्ण?

हफ्ते के सातों दिन सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र और शनि ग्रहों से संबंधित होते हैं। व्यक्ति जिस दिन जन्म लेता है, उस दिन का स्वामी ग्रह उसके स्वभाव, सोच, कर्म और भविष्य को गहराई से प्रभावित करता है। इस लेख में हम जानेंगे किस दिन जन्मे जातकों की कुंडली में कौन से विशेष योग बनते हैं और उनका क्या प्रभाव होता है।

सोमवार को जन्मे जातकों की कुंडली

  • स्वामी ग्रह: चंद्रमा

  • गुण: भावुकता, सौम्यता, कल्पनाशक्ति

  • विशेष योग: अगर चंद्रमा मजबूत हो तो जातक मानसिक रूप से स्थिर, कला में निपुण और पारिवारिक जीवन में सुखी रहता है। कमजोर चंद्रमा होने पर व्यक्ति असमंजस और भावनात्मक उतार-चढ़ाव से जूझता है।

मंगलवार को जन्मे जातकों की कुंडली

  • स्वामी ग्रह: मंगल

  • गुण: पराक्रमी, साहसी, नेतृत्व क्षमता

  • विशेष योग: मंगल बलवान हो तो जातक पुलिस, सेना, खेल या राजनीति में सफल होता है। लेकिन यदि कुंडली में मंगल दोष (मंगलिक योग) हो, तो वैवाहिक जीवन में विलंब या संघर्ष संभव है।

बुधवार को जन्मे जातकों की कुंडली

बुधवार को जन्मे जातकों की कुंडली
  • स्वामी ग्रह: बुध

  • गुण: चतुर, संवाद-कुशल, व्यापारिक समझ

  • विशेष योग: बुध के प्रभाव से जातक बुद्धिजीवी, लेखक, वक्ता या व्यापारी बनता है। कमजोर बुध शिक्षा में बाधा और आत्मविश्वास की कमी का कारण बन सकता है।

गुरुवार को जन्मे जातकों की कुंडली

  • स्वामी ग्रह: गुरु (बृहस्पति)

  • गुण: धार्मिक, विद्वान, नैतिक चरित्र

  • विशेष योग: बृहस्पति अगर केंद्र या त्रिकोण में हो तो व्यक्ति अध्यात्मिक, शिक्षाविद् या सलाहकार बनता है। कुंडली में कमजोर गुरु हो तो विवाह और संतान में बाधाएं आ सकती हैं।

शुक्रवार को जन्मे जातकों की कुंडली

  • स्वामी ग्रह: शुक्र

  • गुण: आकर्षक व्यक्तित्व, प्रेमपूर्ण, सौंदर्यप्रेमी

  • विशेष योग: शुक्र की स्थिति से कला, अभिनय, संगीत या सौंदर्य से जुड़े कार्यों में सफलता मिलती है। कमजोर शुक्र संबंधों में असंतुलन या भोगवाद की ओर झुकाव दे सकता है।

शनिवार को जन्मे जातकों की कुंडली

  • स्वामी ग्रह: शनि

  • गुण: परिश्रमी, अनुशासित, न्यायप्रिय

  • विशेष योग: मजबूत शनि जातक को उद्योग, प्रशासन और न्याय के क्षेत्र में सफलता दिलाता है। यदि कुंडली में शनि अशुभ हो तो बाधाएं, देरी और संघर्ष की संभावनाएं अधिक होती हैं।

रविवार को जन्मे जातकों की कुंडली

  • स्वामी ग्रह: सूर्य

  • गुण: आत्मविश्वासी, नेतृत्वकर्ता, प्रतिष्ठित

  • विशेष योग: सूर्य बलवान हो तो जातक प्रशासन, राजनीति या उच्च पदों पर पहुंचता है। कमजोर सूर्य अहंकार, पिता से दूरी और आत्म-संकट का कारण बन सकता है।

दिन जन्मे जातकों की कुंडली और ग्रहों का प्रभाव

दिन जन्मे जातकों की कुंडली को देखकर यह आकलन किया जा सकता है कि व्यक्ति जीवन में किस दिशा में आगे बढ़ेगा। उदाहरण के लिए, शुक्रवार को जन्मा जातक कला क्षेत्र में अधिक संभावनाएं रखता है, जबकि मंगलवार को जन्मा व्यक्ति निर्णय क्षमता और नेतृत्व के क्षेत्र में।

इसके अलावा, जन्म के दिन से जुड़े योग यदि कुंडली में चंद्रमा की स्थिति, लग्न, नवांश कुंडली, और दशा/अंतर्दशा से मेल खाते हैं, तो वे प्रभाव और अधिक प्रबल हो जाते हैं।

विशेष योग जो दिन पर आधारित होते हैं

विशेष योग जो दिन पर आधारित होते हैं
  • सूर्य + मंगल का योग (रविवार + मंगलवार जन्म): प्रबल राजयोग

  • शुक्र + बुध का योग (शुक्रवार + बुधवार): व्यापार में अत्यधिक सफलता
  • गुरु + चंद्रमा का योग (गुरुवार + सोमवार): गजकेसरी योग — मान-सम्मान, प्रसिद्धि

ज्योतिषीय दृष्टि से उपाय

यदि दिन जन्मे जातकों की कुंडली में कोई ग्रह पीड़ित हो या दिन से जुड़ा ग्रह अशुभ हो, तो निम्नलिखित उपाय लाभकारी माने जाते हैं:

  • चंद्रमा अशुभ हो तो सोमवार को शिव पूजन करें।

  • मंगल दोष हो तो हनुमान चालीसा का पाठ करें।

  • शुक्र कमजोर हो तो शुक्रवार को माता लक्ष्मी को सफेद वस्त्र और मिठाई चढ़ाएं।

  • सूर्य पीड़ित हो तो रविवार को सूर्य को जल दें।

जन्म का दिन एक महत्वपूर्ण कारक है, जो जातक के स्वभाव, व्यवहार और भाग्य को प्रभावित करता है। दिन जन्मे जातकों की कुंडली में उस दिन के स्वामी ग्रह की भूमिका अहम होती है। यदि वह ग्रह शुभ और बलवान है, तो जीवन में सफलता, सम्मान और समृद्धि के योग बनते हैं। लेकिन यदि वह अशुभ या कमजोर है, तो उचित ज्योतिषीय परामर्श और उपाय आवश्यक हो जाते हैं।

ज्योतिषीय दृष्टि से, यदि आप अपने जन्म के दिन और उससे जुड़े ग्रह के बारे में सही जानकारी रखें, तो जीवन के कई निर्णयों को सही दिशा में ले जा सकते हैं।

संजय वर्मा, भंवरकुआं, इंदौर

"मैं 15 अगस्त को जन्मा हूँ और हमेशा सोचता था कि क्या मेरे जन्मदिन का कुछ विशेष महत्व है। जब मैंने विजय नगर स्थित एस्ट्रोलॉजर साहू जी से संपर्क किया, तो उन्होंने मेरी कुंडली देखकर बताया कि मेरे जन्म दिन से जुड़ी विशेष राजयोग स्थितियां हैं। उनकी सलाह ने मेरे करियर को सही दिशा दी। इंदौर में कुंडली विश्लेषण के लिए साहू जी सबसे विश्वसनीय हैं।"

नैना चौहान, राजेंद्र नगर, इंदौर

"मेरे बेटे का जन्म एक पूर्णिमा के दिन हुआ था और मैंने सुना था कि ऐसे दिन विशेष योग बनते हैं। मैं साहू जी से विजय नगर, इंदौर में मिली और उन्होंने बच्चे की कुंडली देखकर बताया कि उसमें लक्ष्मी योग और बुधादित्य योग हैं। उनकी सलाह पर हमने पूजा और कुछ ज्योतिष उपाय किए और आज उसका पढ़ाई में ध्यान और भी बढ़ गया है। मैं सभी इंदौरवासियों को साहू जी से कुंडली दिखाने की सलाह देती हूँ।"

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